Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Kalamkash 26 Mar 2025 · 1 min read इन आँखों में रौशन रौशन कोई ख्वाब झलकता है, इन आँखों में रौशन रौशन कोई ख्वाब झलकता है, इन बातों में देखो जैसे कोई राज़ खटकता है लहजे में एक जुस्तुजू, सीने में बेचैनी सी है, मेरा ग़म तो... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 12 Share आकाश महेशपुरी 25 Mar 2025 · 1 min read जो रोज़ मेरे दिल को दुखाने में रह गया जो रोज़ मेरे दिल को दुखाने में रह गया मैं जान-ओ-दिल उसी पे लुटाने में रह गया भरपूर ले रहे हैं ज़माने का लुत्फ़ लोग मैं जिंदगी का बोझ उठाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share Dr. Kishan Karigar 25 Mar 2025 · 1 min read बाजू ने किए अहाँ जे रूसल छि गजल हे यै बाजू ने किएक? हमरा स’ अहाँ जे रूसल छी? अहाँ छी तामसे अघोर लाजे कठुआएल जेना हम भीजल छी? आई बाजब नहि अहाँ स’ हम किएक नहि... Maithili · ग़ज़ल/गीतिका 1 110 Share Kalamkash 24 Mar 2025 · 1 min read वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, ये तकल्लुफ़ है जिसे तू जानता है, खो चुका जाने कहाँ वो लड़का पागल, क्या अभी भी तू उसे पहचानता है? Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख · शेर 16 Share Shyam Nirmohi 21 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल खुद को भी तो कभी चिट्ठियाॅं लिख जो की हैं सभी वो गलतियाॅं लिख इस तल्ख़ धूप में जल रहे हैं ये पाॅंव छाॅंव के नाम कुछ अर्ज़ियाॅं लिख तू... Hindi · Poem · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share Ami 16 Mar 2025 · 1 min read स्त्री: : अनकही कहानी हँसती है, खिलखिलाती है, दुनिया की रोशनी बन जाती है। पर दिल के कोने में चुपचाप, कुछ दर्द पुराने छुपाती है। सबकी उम्मीदों का आसमान, घर की रोशनी, रिश्तों की... Hindi · Women · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 30 Share Mahesh Ojha 12 Mar 2025 · 1 min read हाय रे ज़िंदगी!!!!! हालत ऐसी कि ज़िल्लत भी गंवारा है मुझे हाय रे ज़िंदगी, तूने घेर कर मारा है मुझे खुशियों के हर साए से महरूम कर दिया, हर अपने को बेगाना सा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 76 Share आकाश महेशपुरी 11 Mar 2025 · 1 min read उसको पीने का जब है नशा हो गया उसको पीने का जब है नशा हो गया खेत बिक ही गया गर तो क्या हो गया कोई मयखाना पी के रहा होश में सूंघ कर ही कोई बावरा हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 27 Share लवकुश यादव "अज़ल" 5 Mar 2025 · 1 min read कोई अनबन नहीं थी बस इतना है कि मन नहीं था /लवकुश यादव "अज़ल" उस नंबर का शायद कोई मतलब नहीं था, जितना हक तब था शायद अब नहीं था। हक जताने का इरादा बदल दिया हमने, कोई अनबन नहीं थी बस इतना है... Hindi · अज़ल · अमेठी · कुमार विश्वास · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 88 Share Surinder blackpen 5 Mar 2025 · 1 min read इश्क़ करके पता चला इश्क़ करके पता चला , सनम निकला संगदिल। बात वफ़ा की न समझे, कैसे गये हम मिल। तारीफें सुन सुन अपनी ,वो ऐसे हैं इतराए जैसे हुस्न जवानी ,रहते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 5 Mar 2025 · 1 min read "समय" "समय" कुछ अधूरे स्वप्न, क्यूँकर, हम बिलखते ही गए। नित-नये अरमान पर, दिल मेँ मचलते ही गए।। यह मिले, खोऊँ न वह, ज़र-माल रटते ही गए। ख़्वाहिशों के भँवर मेँ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 45 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Feb 2025 · 1 min read गजल (मुद्दतों के बाद में) गज़ल (मुद्दतों के बाद में) तन्हा गुजरा उस गली से, मुद्दतों के बाद में। जिस्म मंजिल की तरफ था, रूह उसकी याद में।। वो सजर से देखती है, लग रहा... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 25 Feb 2025 · 1 min read चंद्र व्योम पर चंद्र फिर मुस्कुराने लगा| दिल सुरों को धुनो में सजाने लगा | व्योम पर चंद्र फिर मुस्कराने लगा | प्रेयसी बन खिली चांद की चांदनी| रूठती औ मनाती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 31 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 25 Feb 2025 · 1 min read चन्द्रिका गीतिका छंद चांद की चांदनी जो निखरने लगी | चन्द्रिका चाँद की अब बिखरने लगी | प्रेम की वल्लरी जो चढ़ी बाग में, यामिनी गा उठी प्रीत की राग में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 36 Share Shivkumar Bilagrami 22 Feb 2025 · 1 min read चमकती है बहुत ये नए दौर की दुनिया है चमकती है बहुत इसकी हर चीज़ , उछालो तो ख़नकती है बहुत मैंने नज़दीक से देखे हैं बदन के हिस्से मन तो कचरा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 34 Share Lokesh Dangi 17 Feb 2025 · 1 min read सत्य की राह सत्य की राह मैं खोज रहा था सत्य को, सूखे पत्तों की सरसराहट में, गंगा की लहरों के सुरों में, घाटों की आरतियों की ध्वनि में। कभी पर्वतों की चोटी... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 36 Share Lokesh Dangi 17 Feb 2025 · 1 min read अवशेष अवशेष किसी पीपल की छाँव तले, मैंने कल कुछ पत्ते गिने थे, हर पत्ते पर अंकित थे, कुछ भूले-बिसरे सपने। एक था माँ के आँचल जैसा, जो बचपन की धूप... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 32 Share Mahesh Ojha 16 Feb 2025 · 2 min read क्या यही कारण है दूर जाने का? गलतफहमियों के बादल छा गए, अपने ही साये अजनबी सा लगने लगे, मैंने सफ़ाई दी नहीं, तूने सुनी नहीं, क्या यही कारण है दूर जाने का? वक़्त की तेज़ रफ़्तार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 509 Share Lokesh Dangi 16 Feb 2025 · 1 min read "तुम्हारी याद का कफ़न" "तुम्हारी याद का कफ़न" उस गली से अब मैं नहीं गुज़रता, जहाँ कभी तुम्हारी हँसी की परछाई मिलती थी, अब वहाँ बस ख़ामोशी बिछी रहती है, जैसे कोई इंतज़ार में... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 42 Share अरशद रसूल बदायूंनी 16 Feb 2025 · 1 min read कुछ यूं वक्त बदलते देखा है कुछ यूं वक्त बदलते देखा है चढ़ता सूरज ढलते देखा है दौलत की चाहत वाले सुन लें दौलत को भी चलते देखा है अपनों के चेहरे कितने बदले रिश्तों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 59 Share अरशद रसूल बदायूंनी 15 Feb 2025 · 1 min read वो अगर शेर कह रही होगी वो अगर शेर कह रही होगी मुझको गजलों में ढालती होगी मेरी तस्वीर में वो पलकों से हिज्र¹ के रंग भर रही होगी उसका कमरा है इसलिए रोशन मेरी यादों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 48 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Feb 2025 · 1 min read हौसला जब भी हारता हूं मैं हौसला जब भी हारता हूं मैं सिर्फ तुझको पुकारता हूं मैं नाम लिख कर तेरा लकीरों में अपनी किस्मत संवारता हूं मैं क्या मुझे खेलना नहीं आता जानकर उससे हारता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 38 Share Mahesh Ojha 13 Feb 2025 · 2 min read अलविदा इससे पहले कि हम बेवफ़ा हो जाएं, ऐ दोस्त, चल अब जुदा हो जाएं!! चंदन सा तिलक समझकर तुझे, माथे पर श्रद्धा से लगाया था मैं; तेरे सुझावों को आदेश... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 490 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Feb 2025 · 1 min read आइना ही खराब होता है आइना ही खराब होता है झूठ जब बेनकाब होता है जिस पे रब का अजाब होता है उसका सब कुछ ख़राब होता है झूठ कितने भी बोलते रहिए सच का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 59 Share Lokesh Dangi 11 Feb 2025 · 1 min read इश्क़ की दास्तां इश्क़ की दास्तां तेरी यादों की चादर में लिपटा रहा, हर लम्हा तेरा नाम ही लिखता रहा। लिखा जो कभी चाँदनी रातों में था, वो लफ़्ज़ भी मेरी तरह तन्हा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 44 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Feb 2025 · 1 min read तितलियों को बिठा लिया मैंने तितलियों को बिठा लिया मैंने जख्म इतना सजा लिया मैंने चांदनी में बदन झुलसता है धूप से दिल लगा लिया मैंने वो जो चिंगारी तूने फेंकी थी उससे सूरज बना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 47 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Feb 2025 · 1 min read कितनी भी दुनियादारी रख कितनी भी दुनियादारी रख पर थोड़ी तो खुद्दारी रख फल देना है काम खुदा का अपना काम सदा जारी रख जब घर की शोभा माना है तो घर के अंदर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 42 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Feb 2025 · 1 min read दिल को पत्थर बना लिया मैंने दिल को पत्थर बना लिया मैंने टूटने से बचा लिया मैंने वो अयादत को अब तो आएंगे यूं मरज़ खुद बढ़ा लिया मैंने कोई तूफान आ न जाए कहीं आंसुओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 61 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Feb 2025 · 1 min read क़लम इंसाफ़ का कैसा तमाशा कर रही है क़लम इंसाफ़ का कैसा तमाशा कर रही है हक़ीक़त से हक़ीक़त ही तो धोखा कर रही है हमारे संस्कारों की मिसालें ही अलग हैं बहू अंधे ससुर से अब भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 50 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Feb 2025 · 1 min read शाम का वक्त है घर जाना है शाम का वक्त है घर जाना है काम बाकी है, मगर जाना है पुरखतर राह बहुत है आगे वक्त से जाओ अगर जाना रेल जीवन की रहे तेज़ मगर लाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 38 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Feb 2025 · 1 min read दर्द सहकर खुशी लुटाना है ज़र्फ़ कुछ यूं हमें दिखाना है दर्द सहकर खुशी लुटाना है बोलिए आज क्या बहाना है आ भी जाओ तुम्हें जो आना है इन गमों को अगर हराना है कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 52 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Feb 2025 · 1 min read खुश्क दरिया में उतर जाना है खुश्क दरिया में उतर जाना है और आंखों को भी भर जाना है यूं वो 10 को भी अकेला कर दे सिर्फ उसमें से सिफर जाना है जब तुम्हें कद्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 56 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 6 Feb 2025 · 1 min read तेरी आवाज ने हर मोड़ पे जिंदगी का हर मुकाम तेरे नगमों पे जिया है तेरी आवाज ने हर मोड़ पर साथ दिया है माना साज औ अल्फाज भी कुछ कम नहीं साहिर शकील नीरज प्यारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 48 Share Mahesh Ojha 5 Feb 2025 · 1 min read गैर तो गैर थे मगर तुम भी! चल दिए नजर फेरकर तुम भी, अरे, गैर तो गैर थे, मगर तुम भी! कैसे समझाऊं ये दिल की तड़प को, रह गए खुद से भी दूर हम भी। जिस... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 492 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Feb 2025 · 1 min read आखिरी सांस जब बची मेरी उनको अब याद आ गई मेरी आखिरी सांस जब बची मेरी तेरी यादों की छाँव थी जब तक दोस्ती धूप से रही मेरी साथ अपने ये दिल भी ले जाओ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 51 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 3 Feb 2025 · 2 min read "सरसों की कुड़माई.." *ऋतुराज बसन्त* के आगमन की सभी मित्रों-.🥰 को ढेरों बधाइयाँ। प्रकृति आज मानो तन-मन से सभी जीवधारियों, पेड़-पौधों, एवं ब्रह्मांड के कण-कण को प्रेम, सौहार्द एवं समरसता का सँदेश देने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 7 81 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 1 Feb 2025 · 1 min read नज़र मिरी नज़र को धोखा हो रहा है । यकीं ख़ुद से ख़ुदाया खो रहा है ।। जाने कौन.... शिद्दत की गर्मी में । मुझको यादों से.... भिगो रहा है ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Feb 2025 · 1 min read एक पत्थर से दिल लगा बैठे एक पत्थर से दिल लगा बैठे जिंदगी का सुकूं गंवा बैठे आस अपनों से जब लगा बैठे हम चरागों को खुद बुझा बैठे किसका पैगाम ले के आए हैं फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 36 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Jan 2025 · 1 min read रूह की राह जान तक पहुंचा फिक्र की फिर उड़ान तक पहुंचा उम्र के जब ढलान तक पहुंचा रूह की राह जान तक पहुंचा इश्क तब आसमान तक पहुंचा मेरी आंखों में खून उतर आया तंज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 53 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Jan 2025 · 1 min read तुम्हें पास अपने बुलाने का मन है तुम्हें पास अपने बुलाने का मन है सितारों से आंगन सजाने का मन है किसी संगदिल को मनाने का मन है कंवल पत्थरों में खिलाने का मन है खबर आगमन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 68 Share डी. के. निवातिया 28 Jan 2025 · 1 min read मुक्तक - डी के निवातिया दिन /दिनांक - २८ जनवरी, २०२५ विद्या - मुक्तक विषय - प्रेम मात्रा भार - १२२२ X ४ *** *** *** सिवा तेरे किसी से ना निगाहें हम मिलाएंगे, ख़ुशी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 32 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 25 Jan 2025 · 1 min read एक रफी साहब एक प्यारे कलाम हैं तहजीब औ मोहब्बत की दोनों मिसाल हैं एक रफी साहब एक चाचा कलाम हैं एक बादशाह सुरों का एक रहनुमा बहादुरों का दोनों की शख़्सियत में फ़रिश्तों सी शान है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 51 Share अरशद रसूल बदायूंनी 22 Jan 2025 · 1 min read प्यार का रूह से मिलन हो गया प्यार का रूह से जब मिलन हो गया जिस्म का कोना-कोना चमन हो गया तेरी यादों में डुबकी लगाते रहे यूँ मरुस्थल¹ में भी आचमन हो गया मुँह पे तारीफ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 49 Share अरशद रसूल बदायूंनी 21 Jan 2025 · 1 min read भरोसा क्या किया जाए ज़माने पर यकीं कैसे किया जाए ज़माने पर जो मजबूरों को रखता है ठिकाने पर चढ़े थे सरफ़िरों के हम निशाने पर अड़े थे बेवजह क्यों सच बताने पर अगर वो जुल्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 47 Share अरशद रसूल बदायूंनी 21 Jan 2025 · 1 min read जमहूरियत का जश्न मनाते हैं हम सभी जमहूरियत का जश्न मनाते हैं हम सभी नफरत के सब निशान मिटाते हैं हम सभी गांधी हमीद बोस भगत सिंह या कलाम बच्चों को उनकी राह चलाते हैं हम सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 44 Share अरशद रसूल बदायूंनी 21 Jan 2025 · 1 min read लगे हैं दूर रह कर घर चलाने में ये मेहनतकश लगे हैं घर चलाने में जवानी सब गंवा दी कारखाने में हमेशा ही वो कीचड़ फेंक जाते हैं लगे हैं हम कँवल उस पर खिलाने में उजाले यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 51 Share Surinder blackpen 20 Jan 2025 · 1 min read मोहब्बत की सज़ा क्यों लोग मोहब्बत की सज़ा ढूंढ रहे हैं। बेग़ैरत से रकीबों में वफ़ा ढूंढ रहे हैं । तंग आ गये कशमकश ए जिंदगी से हम आलम है ये कोई नयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 46 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jan 2025 · 1 min read बेपरवाही का आलम क्या फर्क पड़ता है तेरे होने या न होने से , दुनिया नहीं रुकती ,किसी के चले जाने से , तू गर है तो भी ठीक , नहीं है तो... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 135 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 20 Jan 2025 · 2 min read हमें कोटला सुल्तान सिंह चलना चाहिए कोटला गये थे रफी साहब की दरोदीवार पे कुछ गुनगुनाती सी फिजा कुछ सिसकती सी बयार में साहब के गांव में गुरवीर जी मिले थे निरवैर जी मिले थे सोहेल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 60 Share Dr. Kishan tandon kranti 19 Jan 2025 · 1 min read खुली किताब मैं ऐसी खुली किताब अनपढ़ जिसे पढ़ ले, लेकिन मजबूर हैं हम पर गुनाहगार नहीं हैं। एक बच्चा भी कहता है कि अब बनो घोड़ा, हम शौक से कहते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 41 Share Page 1 Next