तेरी आवाज ने हर मोड़ पे
जिंदगी का हर मुकाम तेरे नगमों पे जिया है
तेरी आवाज ने हर मोड़ पर साथ दिया है
माना साज औ अल्फाज भी कुछ कम नहीं
साहिर शकील नीरज प्यारे नौशाद मदन रवी
सुरीली परवाज़ ने इनके फन को चार चांद दिया है
देते सुकून दुनिया से होता जो दिल उदास
सुख के सब साथी वक्त का हर शै गुलाम
पैसे की पहचान यहां अपनी शरण में ले लो राम
वाह किस खूबसूरती से तुमने नगमा पेश किया है
(स्वरचित मौलिक रचना)
M.Tiwari’Ayan’