Posts Language: Hindi 1.2L posts List Grid Dr Archana Gupta 27 Apr 2024 · 1 min read दो मुक्तक भरा भावनाओं के जल से मन वो गहरा कूप है कहीं दर्द की छांव घनी तो, कहीं खुशी की धूप है कितनी भी हम कोशिश कर लें, सत्य यही है... Hindi · मुक्तक 0 Share Rajendra Kushwaha 27 Apr 2024 · 1 min read बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। इत्र लगे काग़ज के फूल यहाँ लुभाते बहुत है। ये यहाँ के तौर तरीके हैं इन्हे यही भूल कर जाओ, वरना नज़र... Hindi · मुक्तक 4 Share Rajendra Kushwaha 27 Apr 2024 · 1 min read नौकरी जरा पैसों की लालच में हम गाव छोड़ आये। बचपन में देखे हुए वो अधूरे ख्वाव छोड़ आये। कच्ची मिट्टी की दीवारे और घास का छप्पर, चहकती हुई गोरैयो के... Hindi · कविता · ग़ज़ल 5 Share goutam shaw 27 Apr 2024 · 1 min read जीवंत हो तभी भावना है जीवंत हो तभी भावना है , कुछ नरम गरम ख़्वाब है ; उम्मीद के धागा में बंधा ... मंजिल का तलाश है l पगडंडी कठोर , कही ठोकर - कही... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 9 Share Neeraj Agarwal 27 Apr 2024 · 1 min read भूल चुके हैं शीर्षक - भूल चुके हैं ********* एकता और संस्कृति भूल चुके हैं। एक दूसरे से मानवता भूल चुके हैं। संस्कार और परम्पराओं को भूल चुके है। आशीर्वाद और बढ़ो का... Hindi · कविता 1 14 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 27 Apr 2024 · 1 min read *उधो मन न भये दस बीस* लेखक - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - स्थान दिल्ली विषय संवेदना शीर्षक - *उधो मन न भये दस बीस* विधा स्वछंद काव्य प्रेम का निसर्ग और उन्मान अति निराला होता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 10 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदनहीनता #मन_बेचैन_हुआ!! ____________________ मानवता मे देख गिरावट, मन बेचैन हुआ! रिश्तों से मिट गयी तरावट, मन बेचैन हुआ!! नैतिकता शरशैय्या लेटी माँ को आँख दिखायें बेटी। नियत बेंच मनुज देखो अब-... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 1 9 Share Indu Singh 27 Apr 2024 · 2 min read पल्लू की गरिमा (लघुकथा) पल्लू की गरिमा (लघुकथा) ‘पर्दा’ अरबी भाषा का शब्द है। जिसका अर्थ होता है, ‘ढकना’। ‘बुर्का’ भी एक तरह से घूँघट ही है, जिसे मुस्लिम समुदाय की महिलाएँ और लडकियाँ... Hindi · लघु कथा 1 2 12 Share Sunanda Chaudhary 26 Apr 2024 · 2 min read तेरी धरा मैं हूँ, किसी पर उतरने नहीं दूँगा झुकने नहीं देता सर, प्रेम में बेशक झुक जाऊँ, रुकने नहीं देता, थमने नहीं देता किसी पर, हवा में उड़ता बादल वो, मुझे भी ले चलता है अपनी डगर, कहती... Hindi · अभिव्यक्ति · कविता · कान्हा · प्रेम · सखा 1 8 Share Ravi Prakash 26 Apr 2024 · 3 min read *पुस्तक समीक्षा* *पुस्तक समीक्षा* *पुस्तक का नाम : निष्काम कर्म (परम पूजनीय श्री राम प्रकाश सर्राफ की जीवनी) *लेखक एवं प्रकाशक : रवि प्रकाश बाजार सर्राफा , रामपुर (उत्तर प्रदेश) मोबाइल 99976... Hindi · पुस्तक समीक्षा · श्री सुंदरलाल जी महाकाव्य 5 Share भरत कुमार सोलंकी 26 Apr 2024 · 1 min read मानव जीवन की बन यह पहचान मानव जीवन की बन यह पहचान अधिकारों से बनी यह अनजान मौका मिला उसे पूर्ण सहभागिता का हाथ जोड़ने का मजबूर हुए अपनी ही प्रतियोगिता का चरम सीमा सुखी बन... Hindi · कविता 1 11 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Apr 2024 · 1 min read दोहावली समझ बात की जब बढ़े, उसे समझिए ज्ञान। रटी हुई हर बात तो, अर्थ रखे अनजान।।//1 भूल समझता भूल कर, वही बने विद्वान। मूर्ख मगर वह भूल कर, सोये चादर... Hindi 2 10 Share Surinder blackpen 26 Apr 2024 · 1 min read मोहब्बत तो अब भी मोहब्बत तो अब भी तुम से ही करें हम। इज़हार करने से न जाने क्यूं डरे हम। आग के दरिया में डूबना ,काम नहीं आसां मर्जी है खुद की ,किस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 10 Share gurudeenverma198 26 Apr 2024 · 1 min read अब जी हुजूरी हम करते नहीं अब जी हुजूरी हम करते नहीं। कोई मजबूरी अब हमारी नहीं।। चाहे कोई माने गुरुर यह हमारा। कमजोरी कोई अब हमारी नहीं।। अब जी हुजूरी हम ----------------------।। आये नहीं वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 13 Share Indu Singh 26 Apr 2024 · 1 min read गांव तो गांव होना चाहिए गांव तो गांव होना चाहिए नदियां, पोखर और तालाब होना चाहिए बुजुर्ग बरगद बाबा की सेवा होनी चाहिए हर डाल पर गिलहरियों का बसेरा होना चाहिए सभी परिंदों की भी... Hindi · कविता 1 14 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 26 Apr 2024 · 1 min read जनता की कैसी खुशहाली खुशहाली कैसी जनता की जनता की कैसी खुशहाली जनगणमन करता है क्रन्दन आहत भारतमाता का तन भागा भागा फिरता है मन सावन में बरस रही गाली जनता की कैसी खुशहाली... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 10 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 26 Apr 2024 · 1 min read दिल पर करती वार मरी हुई संवेदना, दिल पर करती वार। नादां इंसा क्या करे, पड़ा बीच मझधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 32 Share Deepesh Dwivedi 26 Apr 2024 · 1 min read विस्मरण जब चाह नहीं थी जीने की तब तुमने अमृत पिला दिया मर चुकी थी हर इच्छा मेरी सब आशाएं हत्प्राण हुई अंतर की उमंगे शून्य हुई तन की ऊर्जा मृतप्राण... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 9 Share Deepesh Dwivedi 26 Apr 2024 · 1 min read विरक्ति हमारे नेह के वे पल विसर्जित कर दिए हमने मिलन के वे सुनहरे क्षण तिरोहित कर दिए हमने कभी आहवान करते थे तुम्हारा आगमन तो हो क्षणभर सही तेरा वह... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 8 Share Krishna Manshi 26 Apr 2024 · 1 min read संवेदना मनुष्यता की जान है। * *संवेदना मनुष्यता की जान है* संवेदनशील मनुष्य सजीवता का प्रतीक है। संवेदनविहीन मनुष्य निर्जीविता का प्रतीक है। मनुष्य की इंसानियत, सोच समझ, ही करती उसे, अन्य जीव से अलग... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 13 Share Kanchan Alok Malu 26 Apr 2024 · 1 min read भूकंप धरा के कंपन से, जीवन हिल जाता है, भूमंडल के गर्जन से, अविचलता हिल जाता है। भूकंप की चपेट में, दिलों की धड़कनें थम जाती हैं, चीखें गूंज उठती हैं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 12 Share Kanchan Alok Malu 26 Apr 2024 · 1 min read योद्धा जंगलों की गहराइयों में, एक योद्धा अकेला, जीवन की लड़ाई में, चाहता था सुकून का मेला। उसकी मांग न थी जंग से, न था उसका इरादा हार, सिर्फ घर को... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 11 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Apr 2024 · 1 min read दुनिया में कहीं से,बस इंसान लाना न जाने मुझे, ये क्या हो गया है? अंतस संवेदनहीन हो गया है? मेरा मानस जाने, कहां खो गया है? तुम्हें गर मिले, तुम मुझे भी मिलाना कहीं भी मिले,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 39 Share RAMESH SHARMA 26 Apr 2024 · 1 min read नही दूसरी चूक दुनिया में इससे बड़ी, नही दूसरी चूक । गलती पर औलाद की,रहे अगर तुम मूक।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 20 Share Neeraj Agarwal 26 Apr 2024 · 1 min read अपना मन शीर्षक -अपना मन ************ अपना मन सच तो हां यही हैं। जीवन में आज स्वार्थ बहुत हैं। शायद आज एहसास और एतबार नहीं हैं। अफसोस शब्दों के अर्थ नहीं हैं।... Hindi · कविता 17 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Apr 2024 · 2 min read किशोरावस्था : एक चिंतन किशोरावस्था एक ऐसी अवस्था है जिसमें बचपन की अवस्था से युवावस्था में पदार्पण होता है। इस प्रारंभिक दौर में कई शारीरिक परिवर्तन भी दृष्टिगोचर होते हैं इसके अतिरिक्त बचपन के... Hindi · लेख 15 Share Paras Nath Jha 26 Apr 2024 · 1 min read औचक निरीक्षण स्कूल के गेट पर लाल बत्ती वाली गाड़ी देखते ही शिक्षक क्लास की ओर भागे लग रहा था तो जैसे कि अभी अभी ही वो पिछली रात की गहरी नींद... Hindi · कविता 14 Share Ashwani Kumar Jaiswal 25 Apr 2024 · 1 min read हरियाणवी हरियाणवी छेलेरा मने मा जाने के समाई अपन मां कै फोटू लिविंग स्पेश से हटाई बाब्बू ने कमरा मा दीवार पै लगाई लाग्ये कुटुम्ब प्रॉपर्टी नू प्राइवेट प्रापर्टी बनाई मने... Hindi 11 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 25 Apr 2024 · 1 min read अजनबी से अपने हैं, अधमरे से सपने हैं अजनबी से अपने हैं, अधमरे से सपने हैं बुझ चुका है दिल का दिया ख़ून पीनेवालों के आंसू फीके होते हैं कह रही हैं नन्हीं तितलियां । ख़्वाब सब जलाए... Hindi 8 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना बोलती है 🙏 संवेदना बोल रही आंखों से🙏 🍀☘️🙏🍀☘️❤️🍀☘️ भरी रसीली लाल रंजीत सी सागर सी आंखे संवेदना की आस अरमान से निहार रही लम्हा लम्हा तनहा गुजार रही निज वेदना को खुद... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 26 Share Sushma Singh 25 Apr 2024 · 1 min read शीर्षक -तुम ही खेवनहार शीर्षक -तुम ही खेवनहार ---------------------- असहाय छोड़कर यूँ हमको, तुम मत जाओ भगवान। वापस आओ तुम्हें ना जाने देंगे, करो जगत का तुम कल्यान ! भारत मांँ की नैया के... Hindi · कविता 2 29 Share Shyam Sundar Subramanian 25 Apr 2024 · 1 min read ज़िंदगी का दस्तूर सूरत ,दौलत , शौहरत , जब तक हैं उतना ही साथ है , वरना साथ का एहसास , बस कहने- सुनने की बात है , वक्त बदलते मरासिम भी बदल... Hindi · कविता · हक़ीक़त 12 Share Ravi Prakash 25 Apr 2024 · 3 min read *बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद* *बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद* 🍂🍂🍂☘️☘️☘️🍂🍂🍂 जब हमारी आयु तिरेसठ वर्ष हो गई, तब 22 अप्रैल 2024 को बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद पहली बार अनुभव किया। इससे... Hindi · संस्मरण 9 Share Kumar Kalhans 25 Apr 2024 · 1 min read बाबा , बेबी। 2024 के आम चुनाव समाप्त हो चुके हैं। देश के चिर युवा नेता मुंह लटकाए , रोनी सूरत बनाए बैठे हुए हैं। उनके आगे पीछे उनके चिर परिचित सलाहकार बुझे... Hindi · कहानी 8 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति किसके आगे कौन है, किसके पीछे कौन। समय स्वयं देगा बता, रहो देखते मौन।।//1 ख़ुद की मत तारीफ़ कर, करले केवल कर्म। जैसे को तैसा मिले, यही नियति का धर्म।।//2... Hindi 7 Share Vivek Ahuja 25 Apr 2024 · 1 min read सुदामा कृष्ण के द्वार "सुदामा "कृष्ण" के द्वार" रोज-रोज खूब चल रही , जब पत्नी संग रार गरीब सुदामा पहुंच गए ,आज "कृष्ण" के द्वार द्वारपाल ने रोक लिया , देख सुदामा हाल फटे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Best Poetry · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Krishna · Radhakrishn · कविता 3 13 Share gurudeenverma198 25 Apr 2024 · 1 min read हमको नहीं गम कुछ भी हमको नहीं गम कुछ भी, कि तुमको अपना बना नहीं सके। छोड़ दिया ख्याल तुम्हारा, कि मांग तेरी हम सज़ा नहीं सके।। हमको नहीं गम कुछ भी------------------------------------।। तुमने दिया है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share Subhash Singhai 25 Apr 2024 · 1 min read गिरिधारी छंद विधान (सउदाहरण ) गिरिधारी छंद विधान (सउदाहरण ) [ सगण नगण यगण सगण ] ( 112 111 122 112) 12 वर्ण,4 चरण (दो-दो चरण समतुकांत) चलते सतपथ जो भी नर है | उनका... Hindi 11 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(कलम की दुनिया) 🍀🍀पेन,पेंसिल🍀🍀 यूँ कहो एक कलम हूँ। है मेरी अपनी एक नयी दुनिया जिसने महान जन के कार्यों को शब्दों की कहानी की गति से गढ़ा वीरों जैसी महान बलदानी संवेदना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 36 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Apr 2024 · 1 min read तल्खियां चोट शब्दो के न सह पाते, जिनका स्वाभिमान होता है। वो घाव गहरी दे जाता है जो, शख्स बद्दजबान होता है।। किसी और कि क्या बिसात, ऐसे रिश्ते बिगाड़ दे... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 10 Share Anand Kumar 25 Apr 2024 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार मेरे हालात पर, तुम्हारा कोई दोष नहीं, कम्बख्त मैं खुद ही, खुद का जिम्मेदार हूं, प्यार, दर्द सुकून में उलझा रहा हर पल, मैं हर... Hindi · Quote Writer · कविता 8 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(सहानुभूति) 🍀*न दिखाओ* *अपनी झूठी* *सहानुभूति सबसे*🍀 *जानते हैं* *इस मिथ्या जगत में* *कैसे मिठिया सहानुभूति*🍀 *देकर ठुकराते हैं लोग* *संवेदना में न* *खोकर न बनने*🍀 *दे इसे छलिया रोग* *छल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 27 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Apr 2024 · 1 min read वेदना वेदना __________________________ वेदना मानव हृदय से मिट रही संवेदना की प्रश्न है यह यक्ष बोलो क्या कभी तुम पढ़ सकोगे? है पिता से पुत्र आहत, भ्रात से भ्राता कुपित है... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 15 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Apr 2024 · 1 min read छूटा उसका हाथ जुड़ी रही संवेदना, हर इक दिल के साथ। तड़पे दिल नादान सा, छूटा उसका हाथ।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 18 Share Shalini Mishra Tiwari 25 Apr 2024 · 1 min read मेरी संवेदनाएं कुछ जीवन का कोलाहल है, कुछ उलझे ताने - बाने हैं। कुछ पीड़ा की गहराई है, कुछ पतझड़ की अमराई है। कुछ सपनों के रेले हैं, कुछ हम भी पूरे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 4 15 Share Er. Sanjay Shrivastava 25 Apr 2024 · 2 min read मुझसे मेरी पहचान न छीनों... मुझसे मेरी पहचान ना छीनों... मेरा भी अस्तित्व है अपना मुझसे मेरी जान ना छीनो, किसने दिया अधिकार ये तुमको मुझसे मेरी पहचान ना छीनों जिस घर में मैंने जनम... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 12 Share Neeraj Agarwal 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना...2 शीर्षक - संवेदना ***** हमारे मन में संवेदना होती हैं। हमारे साथ तुम्हारी संवेदना रहतीं हैं। हम तुम संग एक संवेदना रखते हैं। इश्क और मोहब्बत में संवेदना होती है।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 20 Share surenderpal vaidya 25 Apr 2024 · 1 min read * संवेदनाएं * ** गीतिका ** ~~ हर समय जीवित रहें संवेदनाएं। स्नेह की शुभ भावना मन में जगाएं। भूख से कोई तड़पता न रहे अब। पास हो कुछ बांट कर सबको खिलाएं।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · संवेदनाएं · सार्द्धमनोरम छंद 3 14 Share आकांक्षा राय 25 Apr 2024 · 1 min read आत्महत्या सोचती हूँ, क्या वाकई आत्महत्या नाम की कोई चीज होती भी है? या नहीं ? क्योंकि अक्सर देखा है मैंने हर आत्महत्या के पीछे एक कारण और उस कारण के... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 6 20 Share Sunil Suman 25 Apr 2024 · 1 min read आखिर क्यों ? एक दिन बैठा हुआ था, मैं जाने किस सोच में ? चल पड़ा फिर पार पथ पर, जाने किसकी खोज में ? पर न था कुछ भी सिवाय, धुन्ध के... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 12 Share Page 1 Next