Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid पंकज परिंदा 4 Dec 2024 · 1 min read बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…! बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है, मज़लूम सर-ए-महफ़िल नज़रों से गिराया है। यह बात सितम की है बदनाम किया हमको, हर फ़र्ज़ मुहब्बत का शिद्दत से निभाया है। गुलज़ार... Hindi · ग़ज़ल 12 Share Bhupendra Rawat 4 Dec 2024 · 1 min read बेरोजगार रोजगार शब्द मे 'बे' उपसर्ग जोड़कर बनाया गया एक नया शब्द, बेरोजगार शुरुआत मे 'बे' अक्षर के मायने थे, कुछ अलग जैसे कि दिलासा, सहानूभूति इत्यादि परंतु, गुजरते वक़्त के... Hindi 1 1 7 Share Ladduu1023 ladduuuuu 4 Dec 2024 · 6 min read " अहम से वहम तक ,, ( The mental troma ) Part 1😞😞 भूमिका : " अहम से वहम तक ,, आखिर क्या है ?? " अहम ,, और क्या है " वहम ,, आखिर ऐसा क्या है जीवन में जिसके कारण जीवन... Hindi · Ladduu1023 Ladduuuukiyadein · Trending Trazity Newarticae 2 45 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 4 Dec 2024 · 1 min read इतनी शिद्दत से प्यार कौन करे धड़कने बेकरार कौन करे, इतनी शिद्दत से प्यार कौन करे। तू तो चहरा छुपाये बैठा है तुझपे फिर ऐतबार कौन करे। मुश्किलों से इसे सँभाला है, ज़िस्म ये तार तार... Hindi · ग़ज़ल 8 Share gurudeenverma198 4 Dec 2024 · 1 min read अब नहीं हम आयेंगे अब नहीं हम आयेंगे, कभी मिलने यहाँ तुमसे। अब नहीं होगी मुलाकात, फिर कभी यहाँ तुमसे।। हम थे परदेशी यहाँ पर, फिर से परदेशी हुए। जा रहे हैं होकर विदा,... Hindi · गीत 1 5 Share Ravi Prakash 4 Dec 2024 · 1 min read *हल्दी अब तो ले रही, जयमाला से होड़ (कुंडलिया)* *हल्दी अब तो ले रही, जयमाला से होड़ (कुंडलिया)* _________________________ हल्दी अब तो ले रही, जयमाला से होड़ शुभ विवाह का यह बना, अति मनभावक मोड़ अति मनभावक मोड़, रंग... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 9 Share Surinder blackpen 4 Dec 2024 · 1 min read भागम भाग जीवन की दौड़ में ,बस है भागम भाग बैठा हो जो शांति से ढूंढों लेकर चिराग। आंखें बंद कर क्यों ,सोया है रे तू बंदे मुश्किलें होंगी आसां, थोड़ा नींद... Hindi · कविता 6 Share Ravi Yadav 4 Dec 2024 · 1 min read वंदन हमारा इतिहास को हमारे, पत्थर बता रहे हैं, हर एक प्रश्न के वो, उत्तर सुना रहे है, प्रचण्ड शौर्य लेकर, हमने जगत बचाया, जो प्रेम लेके आया, उनको गले लगाया, संतान... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 1 11 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 4 Dec 2024 · 1 min read वक़्त वक़्त के हाथ भी न आया है वक़्त ऐसे हुआ पराया है। हम तो समझे कि आपसा है वो आप को गैर वो बताया है। ये अज़ब हाल हमने देखा... Hindi 10 Share Rj Anand Prajapati 4 Dec 2024 · 1 min read वक्त का ही जग में दौर है । वक्त ही कमबख्त है। वक्त ही सशक्त है। वक्त जिसका साथ दे। हाथों में उसके बरकत है। वक्त हो जो विपरीत। हानि और शामत है। वक्त ने कोई मस्त तो।... Hindi 6 Share Ravikesh Jha 4 Dec 2024 · 7 min read क्रोध घृणा क्या है और इसे कैसे रूपांतरण करें। ~ रविकेश झा नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे। और जागरूक हो रहे होंगे ध्यान जागरूकता के साथ जीवन जी रहे होंगे। जीवन... Hindi · आध्यात्मिक · कुण्डलिया · क्रोध और घृणा क्या है · ध्यान और जागरूकता · प्रेम और करुणा 1 58 Share Mukesh Kumar Rishi Verma 4 Dec 2024 · 1 min read News चिकित्सा शिविर का आयोजन संपन्न ----------------------------------------------- फतेहाबाद -आगरा । पूर्व माध्यमिक विद्यालय, नगला मावई के प्रांगण में वीर एकलव्य सेवा संस्था द्वारा मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया । जिसमें... Hindi 7 Share Ravi Prakash 4 Dec 2024 · 1 min read *खुलते नव-दांपत्य में, सुख के सौ-सौ द्वार (कुंडलिया)* *खुलते नव-दांपत्य में, सुख के सौ-सौ द्वार (कुंडलिया)* _________________________ खुलते नव-दांपत्य में, सुख के सौ-सौ द्वार नवयुग के राही करो, अभिनंदन स्वीकार अभिनंदन स्वीकार, प्यार में हर क्षण रहना ऊॅंचे... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · विवाह 10 Share Ravi Prakash 4 Dec 2024 · 1 min read *बातें मीठी कर रहे, घोर मतलबी लोग (कुंडलिया)* *बातें मीठी कर रहे, घोर मतलबी लोग (कुंडलिया)* _________________________ बातें मीठी कर रहे, घोर मतलबी लोग कर्ज लिया फिर घी पिया, सुविधाओं का भोग सुविधाओं का भोग, देह मक्खन-सी प्यारी... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 7 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Dec 2024 · 1 min read आत्म-बोध प्रकाश आज प्रातः जब नींद से जागा तो नवअनुभूति युक्त हुआ , अब तक मैं कर्तव्य- बोध युक्त था आज स्व-बोध युक्त हुआ , मेरे मानस पटल पर मेरी सुप्त अभिलाषाएँ... Hindi · अनुभूति · कविता 1 10 Share RAMESH SHARMA 4 Dec 2024 · 1 min read खोले हैं जज्बात के, जब भी कभी कपाट लिखता हूं हर शब्द मैं ,सीधा सरल सपाट । खोले हैं जज्बात के, जब भी कभी कपाट । जब भी कभी कपाट,भाव टपके झर झरते। कुछ तो लेते बाँच ,कई... Hindi · कुण्डलिया 1 7 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 4 Dec 2024 · 1 min read मुझे पागल बनाना चाहती है निगाहों से पिलाना चाहती है मुझे पागल बनाना चाहती है। उसी का हूँ कि मैं कुछ गैर सा हूँ मुझे वो आज़माना चाहती है। न सोती है न सोने देती... Hindi · ग़ज़ल 1 16 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Dec 2024 · 1 min read ग़ज़ल आसमां तेरा मैं तू मेरी ज़मीं है। तू जमाने में किसी से कम नहीं है। ❤️ हर तरफ हर सिम्त मेरे रूबरू। मैं जहां भी देखता हूं तू वहीं है।... Hindi 12 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 Dec 2024 · 1 min read कल आग लगेगा पानी में🙏🙏 कल आग लगेगा पानी में 🌍🌸🌍🌸🌍🌸🌎 कल आग लगेगा पानी में रोयेगा जीवभरी ज़वानी में धुआं छायेगा अम्बर नीचे सागर सूख बवंडर होगा बादल विहीन नभ होगा बिन बरखा धरती... Hindi 13 Share Parvat Singh Rajput 3 Dec 2024 · 1 min read -: ना ही चहिए हमें,प्रेम के पालने :- ना ही चहिए हमें, प्रेम के पालने, माँ भवानी के सुत अब समर चाहते हैं। ना ही चहिए हमें प्रेम की बांसुरी, तीखे स्वर वाले अब हम भ्रमर चाहते है।।... Hindi · कविता 1 32 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Dec 2024 · 1 min read विचार श्रृंखला एकाकी एकांत से चित्त एकाग्र होता है , जो आत्मचिंतन को प्रेरित कर , मंथन से प्रज्ञा का परिमार्जन कर , परिष्कृत मानसिकता के विकास से , स्वतंत्र चरित्र के... Hindi · सूक्ति 9 Share gurudeenverma198 3 Dec 2024 · 1 min read बेहया दिल कितने हो तुम बेहया दिल कितने हो तुम, बेरहम दिल कितने हो तुम। ना रहे अब तुम वफा, बेवफा दिल कितने हो तुम।। बेहया दिल कितने हो तुम--------------------।। छोडकै तुमने साथ हमारा, दामन... Hindi · गीत 7 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 3 Dec 2024 · 1 min read मुक्त कर के बन्धन सारे मैंने जीना सीख लिया मुक्त कर के बन्धन सारे मैंने जीना सीख लिया पनघट पर जा कर मैंने तीर से नीर को देख लिया जाना मैंने यही जीवन का सार है लहरे सुख- दुख... Hindi · कविता · संस्मरण 11 Share surenderpal vaidya 3 Dec 2024 · 1 min read अंगूठी अनमोल कुण्डलिया ~~~ गहनों में लगती बहुत, अंगूठी अनमोल। रत्न जटित होती कभी, लेकिन होती गोल। लेकिन होती गोल, शौक से सभी पहनते। शादी की शुभ रस्म, पूर्ण है इसके चलते।... Hindi · कुण्डलिया 1 1 7 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 3 Dec 2024 · 1 min read "संयम" कहीं झमेला, कहीं घोटाला, दुनिया एक तमाशा है। कोई है, ग़मगीन कहीँ यदि, कहीं ढोल सँग ताशा है।। सँयत मन है कितना दुर्लभ, पल तोला, पल माशा है। सरिता, अविरल... Hindi · गीत 3 3 18 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 3 Dec 2024 · 1 min read दोहे - बुखार/ताप/ज्वर *हिंदी दिवस विषय - बुखार* शीत उष्ण में तन रहे,#राना मौसम मार। अंग-अंग पीड़ा लगे,चढ़ता खूब बुखार।। यह तन झुलसे ताप से,दे बुखार कुछ ठंड। #राना लेता जब दवा,निकले स्वेद... Hindi · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · बुखार · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 15 Share Ravi Prakash 3 Dec 2024 · 1 min read *ऊॅंचा सबसे दिव्य है, जग में मॉं का प्यार (कुंडलिया)* *ऊॅंचा सबसे दिव्य है, जग में मॉं का प्यार (कुंडलिया)* ____________________________ ऊॅंचा सबसे दिव्य है, जग में मॉं का प्यार मॉं को बच्चे में दिखा, अपना लघु आकार अपना लघु... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · मॉं 12 Share Surinder blackpen 3 Dec 2024 · 1 min read जिंदगी एक पहेली जिंदगी एक पहेली हैं। हर पल नयी नवेली है। एक पल में रूठे हमसे दूजे पल पक्की सहेली है हर रंग भरा इसमें रब ने मेहंदी लगी हथेली है। ठोकरों... Hindi · कविता 15 Share Iamalpu9492 3 Dec 2024 · 1 min read आज की तरह तुम ना मिलो दोस्त में कोई भीखारी नहीं हूं ? #my Hindi · संस्मरण 1 15 Share लक्ष्मी सिंह 3 Dec 2024 · 1 min read एक बार टूटा हुआ भरोसा एक बार टूटा हुआ भरोसा कभी भी अपनी पुरानी और अटूट स्थिति में वापस नहीं आता। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 19 Share लक्ष्मी सिंह 3 Dec 2024 · 1 min read विश्वासघात की लपटें इतनी तेज़ होती हैं। विश्वासघात की लपटें इतनी तेज़ होती हैं। कि-सब कुछ तबाह कर जाती है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 13 Share अरविन्द व्यास 3 Dec 2024 · 1 min read सनातन परम सत्य, पुनर्जन्म l सनातन परम सत्य, पुनर्जन्म l जो सहज ही सुख दे, जन्म जन्म ll दोहा सकारात्मक बने रहे, ओ करें सत्य कर्म l द्वेष रहित चाहा हुआ, सहज पा पुनर्जन्म ll... Hindi · कविता 15 Share RAMESH SHARMA 3 Dec 2024 · 1 min read चखा कहां कब इश्क़ ने,जाति धर्म का स्वाद चखा कहां कब इश्क़ ने,जाति धर्म का स्वाद ! पागल हुआ शिरीन की, चाहत में फरहाद ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 18 Share RAMESH SHARMA 3 Dec 2024 · 1 min read दुखदाई इससे बड़ा, नही दूसरा घाव दुखदाई इससे बड़ा, नही दूसरा घाव । रखा किसी ने आपसे, झूठा अगर लगाव ।। रमेश शर्मा, Hindi · दोहा 1 22 Share अरविन्द व्यास 3 Dec 2024 · 1 min read घमंड ही घमंड है l घमंड ही घमंड है l भद्दा माप दंड है ll सहज ही स्वयं को ही l जो ना है सही सही ll बस दंड ही दंड है ll बड़ी ही... Hindi · कविता 17 Share लक्ष्मी सिंह 2 Dec 2024 · 1 min read अकेले हैं ज़माने में। अकेले हैं ज़माने में। मिला बस गम खज़ाने में। गुज़रते रात दिन ऐसे- फ़क़त आँसू बहाने में। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन · मूक्तक 15 Share Meenakshi Madhur 2 Dec 2024 · 1 min read असीम सृष्टि सृष्टि की असीमता में खो कर जब मुझे अपनी परीमितता का अहसास हुआ तब मैं एक नन्ही बच्ची सी उसके दामन से जा लिपटी और उस से एक होकर अपनी... Hindi · कविता 21 Share लक्ष्मी सिंह 2 Dec 2024 · 1 min read सात वचन,सात फेरे सब झूठ निकले। सात वचन,सात फेरे सब झूठ निकले। अंधा विश्वास मेरा मूक बनकर ठगी-सी देखती रह गई। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 15 Share Meenakshi Madhur 2 Dec 2024 · 1 min read विरह व्यथा विरह मोह को गहराता है और मोह से गहराता है दुख दुख से दर्द उपजता है और दर्द से पसीजता है दिल पसीजे दिल से रिसते हैं आंसू और आंसुओं... Hindi · कविता 19 Share Pratibha Pandey 2 Dec 2024 · 1 min read एक बार मनुहार करना जरुर #दिनांक:-1/12/2024 #शीर्षक:-एक बार मनुहार करना जरूर। नदी की तरह तुम बहना जरुर, सुभावों को नमन करना जरूर। मन का मीत जब मिल जाए, एक बार मनुहार करना जरुर। मनुजता की... Hindi · कविता 12 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 2 Dec 2024 · 1 min read ये ज़ीस्त अकेले ही तो हमने है गुज़ारी ये ज़ीस्त अकेले ही तो हमने है गुज़ारी किस्मत में किसी और के थी राजकुमारी तस्वीर-ए-तसव्वुर दिल-ए-नादाँ ने बनाई हासिल करें उसको न थी औक़ात हमारी मेहनत में कमी हमने... Hindi · Johnny Ahmed 44 Share Prakash Chandra 2 Dec 2024 · 1 min read धरा और गगन मिलन को व्याकुल धरा है व्योम से क्यों , बाँह फैलाए खड़े हिमगिरी बेचारे । व्योम की गर्वोक्ति भी यूं ही नहीं है, चरण धोने को हैं आकुल जलधि सारे... Hindi · कविता 12 Share surenderpal vaidya 2 Dec 2024 · 1 min read आओ पास पास बैठें मुक्तक ~~~ आओ पास पास बैठें हम, कुछ बातें कर लें। इसी तरह आपस में पसरा, खालीपन भर लें। छोड़ सभी बीती बातों को, सोच रखें नूतन। स्वयं बढ़ाएं दो... Hindi · छंद विष्णुपद · मुक्तक 1 1 10 Share लक्ष्मी सिंह 2 Dec 2024 · 1 min read विश्वासघात से आघात, विश्वासघात से आघात, शेष कुछ बचता नहीं। दिल से जो जाता उतर, फिर कभी जँचता नहीं। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 15 Share gurudeenverma198 2 Dec 2024 · 1 min read नेमत खुदा की है यह जिंदगी ऐसी खुशनसीबी हमको, फिर कब मिलेगी। ऐसी जिंदगी हमको, फिर कब मिलेगी।। नेमत खुदा की है, यह जिंदगी। नेमत यह हमको, फिर कब मिलेगी।। ऐसी खुशनसीबी हमको--------------------।। ईमान अपना हम... Hindi · गीत 9 Share *प्रणय* 2 Dec 2024 · 1 min read #दोहा- #दोहा- 🙅*दूसरा पहलू*🙅 [प्रणय प्रभात] *"बीती ताहि बिसार मत, ले आगे की सीख। आगर खुले हों ज्ञान-दृग, साफ़ रहा हो दीख।।*" 👍👍👍👍👍👍👍👍👍 #कथ्य- मेरा यह दोहा किसी पुराने व प्रेरक... Hindi · दूसरा पहलू · प्रणय के दोहे 1 14 Share Chitra Bisht 2 Dec 2024 · 1 min read अनंत आकाश खुला अनंत आकाश है उड़ने का हौसला रखो सुनहरा महकता उजाला है रोशनी में खुद को देखो ठोकरों से घबरा कर चलना मत छोड़ो नाउम्मीद हो सपनों से मुंह मत... Hindi · कविता 13 Share surenderpal vaidya 2 Dec 2024 · 1 min read मंजिल नहीं जहां पर गीतिका ~~~~ मंजिल नहीं जहां पर उस राह पग धरें क्यों। सबका भला न जिसमें वह काम हम करें क्यों। हम प्यार ही करेंगे सब दूरियां भुलाकर। ये मूल्यवान आंसू... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 2 1 17 Share *प्रणय* 2 Dec 2024 · 1 min read "मुझे बतानी है तुम्हें, #दोहा- ■ सत्यमेव जयते। "मुझे बतानी है तुम्हें, बस इतनी सी बात। दिन का रस्ता आज तक, रोक सकी ना रात।।" [प्रणय प्रभात] Hindi · Quote Writer · प्रणय के दोहे 1 14 Share लक्ष्मी सिंह 2 Dec 2024 · 1 min read एक उम्मीद थी तुम से, एक उम्मीद थी तुम से, जो क्षण भर में टूट गयी। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 15 Share Page 1 Next