Posts Language: Hindi 1.4L posts List Grid Sudhir srivastava 17 Nov 2025 · 2 min read दोहा मुक्तक दोहा मुक्तक ****** मर्यादा ****** मर्यादा का अब कहाँ, रखता मानव ध्यान। कारण वो तो हो गया, आज बड़ा विद्वान। देख-देख कर सभ्यता, डरी हुई आज, कलयुग का यह ज्ञान... Hindi 0 Share Sudhir srivastava 17 Nov 2025 · 2 min read बेइज्जती का भारत रत्न हास्य-व्यंंग्य बेइज्जती का भारत रत्न ************ बिहार चुनाव परिणामों से आहत एक बड़ी पार्टी के स्वनाम धन्य युवराज ने हार के कारणों की समीक्षा बैठक में राजनीति से संन्यास लेने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 0 Share gurudeenverma198 17 Nov 2025 · 1 min read जैसे कि अब तक रहे हम अकेले जैसे कि अब तक रहे हम अकेले, जी लेंगे कल भी तेरे बिना। अच्छी नहीं हमसे यह बेवफ़ाई, रह लेंगे हम तो सच तेरे बिना।। जैसे कि अब तक रहे... Hindi · गीत 3 Share Dr. Kishan tandon kranti 17 Nov 2025 · 1 min read संस्कारों का प्रभाव मानव जीवन में संस्कारों का गहरा प्रभाव पड़ता है।सतनामियों के छत्तीसगढ़ में आगमन के पूर्व प्रायः सभी क्षेत्र वन, गढ़ और किला से परिपूर्ण था। जमींदारी हुकूमत थी। इस व्यवस्था... Hindi · लेख 1 2 4 Share Awadhesh Kumar Singh 17 Nov 2025 · 1 min read किस्मत स्वंय बनाना है.. अपनी किस्मत स्वंय ही बनाना है। फर्क की लकीर तुम्हें ही मिटाना है॥ रोना ना अपने तकदीर पर, ना ठहर बहानों के जाल में, जो ख्वाब देखा तूने कभी, तुम... Hindi · कविता 1 9 Share विशाल शुक्ल 17 Nov 2025 · 1 min read सोशल मीडिया इंस्टाग्राम अति न्यारा है सबके मन का राज दुलारा है ! लड़कियों को भा रहा है इसलिए लड़कों का प्यारा है !! *• विशाल शुक्ल* Hindi · हास्य 8 Share Dushyant Kumar Patel 17 Nov 2025 · 1 min read अगर तुम गाँव जाना चौबारे में जब चाँद ठहरा हो कहीं, उससे ज़रा नैन मटक्का कर आना— अगर तुम गाँव जाना। तितलियों संग धीमे-धीमे इतराना, फूलों से रह-रहकर बतियाना। अमराइयों से रसीले आम का... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi_poetry_हिंदी_कविता · कविता 9 Share आकाश महेशपुरी 17 Nov 2025 · 1 min read शादी कर के भी रोते हैं शादीशुदा शादी कर के भी रोते हैं शादीशुदा एक-दूजे को ढोते हैं शादीशुदा मुस्कुराते तभी कैमरा जब दिखे इतने चालू ये होते हैं शादीशुदा - आकाश महेशपुरी दिनांक- 10/11/2025 Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 9 Share आकाश महेशपुरी 17 Nov 2025 · 1 min read जाल में आ गया डाल से था उड़ा जाल में आ गया इक हसीना की मैं चाल में आ गया अब इशारों पे उसके कटे ज़िंदगी मस्त-मौला था किस हाल में आ गया -... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 9 Share आकाश महेशपुरी 17 Nov 2025 · 1 min read बिछड़ने का मज़ा बीमार को इक रोग नया दे के गया है मिलकर वो बिछड़ने का मज़ा दे के गया है घर अपने बुलाया है मगर मरहला है ये गुमनाम सा इक मुझको... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 9 Share Page 1 Next