Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Previous Page 2 Next Manisha Manjari 25 May 2024 · 1 min read सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं, मुस्कराहट बन लोगों को उलझाती हैं। धाराशाही होते हैं अश्क बस अपने हीं दामन में, और सूखे नज़रों की तल्ख़ आँखों को भरमाती... Hindi · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी 1 5 Share नवीन जोशी 'नवल' 25 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का महापर्व पहले हम कर्तव्य निभाकर, फिर पीछे जलपान करेंगे। लोकतंत्र के महापर्व पर, हम अपना मतदान करेंगे।। हम भी सैनिक भारत माँ के, अपना फर्ज निभायेंगे, अपनी यह लघु आहुति से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 1 9 Share VEDANTA PATEL 25 May 2024 · 1 min read माँ : तेरी आंचल में.....! " माँ...! तेरी रचना का ही, मैं एक आकार हूँ...! तेरी आंचल की... अनुपम पुष्प-हार हूँ...! अतुल्य तेरी ममता में ही पल्लवित... मैं एक अलंकार हूँ...! किसी कलाकार की... उकेरी... Poetry Writing Challenge-3 1 7 Share VEDANTA PATEL 25 May 2024 · 1 min read कृति : माँ तेरी बातें सुन....! " माँ...! मैं कभी भी तुझे... बहुत कुछ कह जाती हूँ...! अपनी सीमा भी लांघ जाती हूँ... शरारत की अंबार झड़ी बन जाती हूँ..! मैं क्यों...? अपनी ज़िद में अड़... Poetry Writing Challenge-3 1 7 Share VEDANTA PATEL 25 May 2024 · 1 min read खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....! " बहुत पढ़ा-लिखा है मैंने... घर की दीवार पर... डिग्रियां बहुत सारे संजो रखा है मैंने...! घर-परिवार, रिश्ते-नातेदार, दोस्त-यार... आस-पास अपने, बहुत पूछ-परख है मेरे...! इसी अहंकार से... आलिशान महल... Poetry Writing Challenge-3 1 5 Share VEDANTA PATEL 25 May 2024 · 1 min read कल की भाग दौड़ में....! " वर्तमान... शायद गूंगा है... या फिर मौन है...! देखता है, सब कुछ... प्रतीत है उसे अतीत की बातें... मगर क्यों ख़ामोश है...? बातें कुछ पुरानी... यूं ही दुहराता रहा...!... Poetry Writing Challenge-3 1 6 Share VINOD CHAUHAN 25 May 2024 · 1 min read मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है मैं तुमसे दूर चला जाऊँ यही वो सोचते होंगे मुझे तुमसे बेइंतहा मोहब्बत जो है मेरी... Hindi · V9द चौहान · कविता 2 8 Share राकेश पाठक कठारा 25 May 2024 · 1 min read नशा तुम्हें कैसा लगेगा यदि तुम्हारे शरीर में जानवर की आत्मा आ जाय यदि तुम्हारी मेहनत की कमाई कोई छीन कर ले जाए यदि लोग तुम्हारे सम्मान के खिलाफ हो जाए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी 25 May 2024 · 1 min read बिरसा मुंडा भारत की क्रांति का आगाज है बिरसा मुंडा, जंगल पहाड़ों के बीच बसे गांवों से निकल कर आज़ादी लिखने वाला वो नौजवान है बिरसा मुंडा, आत्मसम्मान की स्याही से पुरूषार्थ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 6 Share ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी 25 May 2024 · 1 min read किसी की याद मे आँखे नम होना, किसी की याद मे आँखे नम होना, खाना - पीना बिल्कुल कम होना, मै मैं नही बल्कि हम होना, उससे मिलने के लिए अक्सर तङपना लेकिन नही मिल पाने का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share AJAY PRASAD 25 May 2024 · 1 min read Ghzal विधा :- ग़ज़ल 2212 है ईश्क़ गर तो फिक्र कर । मेरी तरफ़ देखा तू कर । ख्वाबों में आ फ़िर रात भर । दिल में समा आँखों के दर।... Hindi 1 6 Share ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी 25 May 2024 · 1 min read संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है नहीं कठिन एक कविता लिखना संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है नहीं कठिन है एक गीत पढ़ना गहराई में उतरने में वक्त लगता है नहीं कठिन कागज़ पर नज़्म... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 8 Share सुनीलानंद महंत 25 May 2024 · 1 min read "" *हाय रे....* *गर्मी* "" "" *हाय रे....* *गर्मी* "" ***************** *हाय रे* रहा न जाए रे, उफ़ ये गर्मी, जा रही है मुझे सताए ! अब, जाऊँ कहाँ रे तू ही बता, ऐ मनवा... Hindi 1 10 Share gurudeenverma198 25 May 2024 · 1 min read शाम सवेरे हे माँ, लेते हैं तेरा हम नाम शाम सवेरे हे माँ, लेते हैं तेरा हम नाम। सबसे प्यारी हमको तू , हे माँ तुमको प्रणाम।। वन्दे मातरम, वन्दे मातरम,-------------(2) शाम सवेरे हे माँ----------------------।। कश्मीर है शीश तुम्हारा,... Hindi · गीत 1 7 Share राकेश पाठक कठारा 25 May 2024 · 1 min read मदिरा पीने वाला दिन भर की मजदूरी के पैसे लेकर जाता है जब मधुशाला अमी के जैसे लगता है उसे ज़हर का प्याला पीकर के दो चार बोतलें हो जाता है मतवाला सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 25 May 2024 · 1 min read जिसके लिये वो अंधा हुआ है डर लगता है । किसी को कुछ कहने को। कुछ समझाने को। किसे समझाऊँ। किसे क्या बोलूं। सोचता ही रह गया आज तक। डरता रह गया। कोई नाराज न हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Sunil Maheshwari 25 May 2024 · 2 min read मानसिक तनाव दोस्तों मेरा अनुभव कहता है कि अधिकांश समय तनाव का मुख्य कारण काम का समय से पूरा नहीं करना होता है, जिससे हमें मानसिक तनाव होता है, हमें अवचेतन मन... Hindi · लेख 3 1 9 Share राकेश पाठक कठारा 25 May 2024 · 1 min read उस देश का रहने वाला हूं उस देश का रहने वाला हूं जहां सब धर्मों के लोग समानता के अधिकार के साथ रहते हैं रुप रंग,भेष भाषा कनेक है फिर भी सब एक हैं विविधता बगिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share Shashi Mahajan 25 May 2024 · 4 min read राम ने कहा राम ने कहा “ राम , राम “ बाहर से आवाज आई , लक्ष्मण ने बाहर आकर देखा , तो पाया दो प्रोड़ अवस्था के व्यक्ति द्वार पर हैं ,... Hindi · Https://youtu.be/M6g10dXqv_U?s · कहानी 1 10 Share Padmaja Raghav Science 25 May 2024 · 1 min read कुछ बेनाम कविताएं रहने दो उन्हे बेनाम कविताएं झाड़ों के झुरमुट में लिपटी लताएं, सुलझाने की कोशिश न करना क्यों रहने दो उलझी हम बताएं, वो उलझी ही सुंदर हैं एहसासों से सराबोर... Hindi · Aaskapanchhi · Kavitayein · Padmajarathoreraghav 2 1 34 Share Padmaja Raghav Science 25 May 2024 · 1 min read मुकाम तक जाती हुईं कुछ ख्वाइशें मुकाम तक जाती हुईं कुछ ख्वाइशें मुकाम तक जाती हुई कुछ ख्वाइशें रूबरूँ होती है, हक़ीक़त से थपेड़े खा ज़माने के धूल में लिपटी हुई जब पहुँचती है , मुकाम... Poetry Writing Challenge-3 · Aaskapanchhi · Padmajarathoreraghav 3 1 37 Share Sunil Maheshwari 25 May 2024 · 2 min read नतीजों को सलाम दुनिया सिर्फ "नतीजों" को ही "सलाम" करती है, संघर्ष को नहीं" ये कहावत कारपोरेट जगत में बिल्कुल चरितार्थ होती है। आज की प्रतिस्पर्धा की दौड़ में कंपनी, अपने कर्मचारियों से... Hindi · लेख 3 11 Share Shakuntla Agarwal 25 May 2024 · 1 min read "कुमार्य " मैं ख़ास नहीं आम हूँ, आम ही रहने दो, दुनिया में आयी हूँ अगर, पाक साफ़ ही रहने दो ! मुझमें सीता का सा धैर्य नहीं, अग्नि परीक्षा दूँ !... Hindi 6 25 Share Sunil Maheshwari 25 May 2024 · 2 min read पिता की जिम्मेदारी -एक मार्मिक एहसास दोस्तों नहीं जानता कि मेंने पिता का ओहदा पाकर क्या पाया या क्या खोया, बस जिदंगी के कुछ खट्टे मीठे, तीखे,प्यार भरे एहसासों के तले ये जिदंगी जहाँ चलाती गयी... Hindi · लेख 3 5 15 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 1 min read विजय द्वार (कविता) विजय द्वार उठ जाग-ए- पथिक जब जागे तभी सवेरा हो अब सोचने में देर ना कर मार्ग तेरे इंतजार में है मिलों का सफर है तो क्या दिल में इक... Poetry Writing Challenge-3 1 10 Share Shakuntla Agarwal 25 May 2024 · 1 min read "सबला" ज़माना नहीं अबला का, सबला बनना सीख, अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीख, नौ रूप हैं देवी के, कब कौन सा है अपनाना? ये कला भी सीख ! भ्रूण बन... Hindi 1 8 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 1 min read नाकाम किस्मत( कविता) नाकाम किस्मत मेरी नाकाम किस्मत रही सदा रुसवाई की राह पर हम चुप रहकर भी पछताए कुछ कह कर भी पछताए अपनी ही बदकिस्मती के कसीदे यूं पढ़े हमने कभी... Poetry Writing Challenge-3 1 10 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 1 min read तलबगार दोस्ती का (कविता) तलबगार दोस्ती का तुमने दोस्ती का दामन यूं छुड़ाया फिर भी मुझे कोई गम नहीं सदा खुश रहे तू दुआ है बस मेरी यही चाहे उस खुशी में शामिल हम... Poetry Writing Challenge-3 1 6 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 1 min read जज़्बात - ए बया (कविता) जज़्बात - ए बया कितना आसान होता है किसी के जज्बातों से खेलने कितना मुश्किल होता है किसी के जज्बातों को समझना कितना आसान होता है किसी को अपना कहना... Poetry Writing Challenge-3 1 7 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 1 min read अल्फाज (कविता) अल्फाज मैं दिल में दबी हर बात को यूं कागज़ पर उकेरना चाहती हूं उकेरना चाहती हूं एहसासों को अपने मगर सोचती हूं फिर क्या है फायदा क्या है कुछ... Poetry Writing Challenge-3 1 7 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 1 min read रूह का छुना रूह का छुना ए दोस्त क्या खूब कहते हो तुम की चाहते हो सबके मन से गुजरना मगर क्या कभी छु पाए हो उस मन को तुम जिसने सिर्फ तुम्हारे... Poetry Writing Challenge-3 1 5 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 2 min read दोस्ती का मर्म (कविता) दोस्ती का मर्म दोस्ती है नाता रूह का ना इसकी है कोई परिभाषा दोस्ती है दिल की धड़कन रिश्ता है यह एक सरगम सा दोस्ती है मरहम हर जख्म का... Poetry Writing Challenge-3 1 5 Share sandeep kumar Yadav 25 May 2024 · 1 min read खयालात( कविता ) खयालात आंखों में यूं सैलाब है टूटे हुए अधूरे कुछ ख्वाब हैं हर तरफ एक सुना पन है दिन हो या चाहे रात हो बस तेरा ही ख्यालात है कुछ... Poetry Writing Challenge-3 1 5 Share Mohan Pandey 25 May 2024 · 1 min read मुझे जगा रही हैं मेरी कविताएं मुझे जगा रही हैं मेरी कविताएं । नींद के आगोश में जब भी हल्की सनसनाहट के साथ आती हैं, मधुर वायु की तरह, झंकृत कर देती हैं तन मन झूम... Hindi 1 6 Share नेताम आर सी 25 May 2024 · 1 min read कली से खिल कर जब गुलाब हुआ कली से खिलकर जब गुलाब हुआ, नाचीज से बढ़ कर जब नायाब हुआ। जुगनू सा, जलता बुझता था आसमान में, तेरी रहमत हो गई ऐ मेरे कुदरत, मैं तो जुगनू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Vivek Mishra 25 May 2024 · 1 min read ‘प्रेम’ प्रेम🕊️ —— प्रेम इच्छा भी है, प्रेम परीक्षा भी है .. प्रेम दृष्टि भी है, प्रेम द्रष्टा भी है .. प्रेम नीड़ भी है, प्रेम निर्वाण भी है .. प्रेम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 6 Share Vivek Mishra 25 May 2024 · 1 min read ‘प्रकृति से सीख’ मैं वसंत का बहार हूँ ; मेरा आस्तित्व बस कुछ दिनों का है .. फिर भी ; जीवनकाल में अनेक झाँझावतो को सहता.. सुरम्य चहुदिश में अक़ेला तना हुआ ..... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 6 Share Vivek Mishra 25 May 2024 · 1 min read ‘बेटियाँ’ : बेटियाँ : ————— ईश्वर् का वरदान स्नेह का उपहार संपूर्ण क़ुटुम्ब की अरदास जीवन में ज़िंदगी बन आती है ; ‘’ बेटियाँ ‘’ चहकती है, चिड़ियों सी होती नाज़ुक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Vivek Mishra 25 May 2024 · 1 min read ‘स्त्री’ स्त्री:- — —— मंद तैरती मुस्कान है , वो गीता गुरुग्रंथ क़ुरान है, वो बच्चों सी नादान है, वो पश्त हौसलों की ऊँची उड़ान है , वो .. मृदुतम सहलाहट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read कुठिया छोटी सी ) कुठिया छोटी सी ) गीत मेरे घर मे पधारे श्याम कुटिया छोटी सी | तोहे कहां बिठाऊंं श्याम कुटिया छोटी सी || टेक|| यमुना जी से जल भर लाऊँ, जल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 7 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read ** देश रक्षक** ** देश रक्षक** * सैनिक* शेर --- देश के रखवालो की दर्द भरी कहानी है | प्राण गवांते देश खातिर कर्जदार हर प्राणी है|| भारत के वीरों की सुनलो कहानी,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read * सिर पर हाथ** * सिर पर हाथ** * बृहदहस्त* तर्ज़ --- (देना है तो दिजिए) मातपिता के जब होते है सिर पर दोनों हाथ | कभी कभी वो दे देते हैं ईश्वर को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read * गर्व ना करे ** * गर्व ना करे ** * घमण्ड * (अध्यात्म) धन का गर्व नही करना नश्वर तन का न गर्व क्ररे | परमार्थ करे जगत मे पुण्य कार्य निस्वार्थ करे|| टेक||... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read * हरि भजले ** * हरि भजले ** * भजन + ( अध्यात्म) * जीवन के दिन है चार रे मनवा हरि भजले | जीवन मिले ना बार बार मनवा हरि भजले || टेक||... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Seema Garg 25 May 2024 · 2 min read मानवता का मुखड़ा काव्य सृजन-- शीर्षक--- *मानवता का मुखड़ा--* संध्या का धुँधलका था रोने की आवाजें आ रही थी, नजदीक जाकर देखा,आँसुओं से तर-बतर सूरत थी! मैंने पूछा अरे बहन ऐसे क्यूँ रोती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 2 7 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read * सबकी कहानी** * सबकी कहानी** * आध्यात्मिक भजन * शेर- मानव जीवन अनमोल है जग मे कर्म महान | हरि कृपा से मिलता है नर तन संत सुजान || ***** भजन तेरी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read ** खोज कन्हैया की ** ** खोज कन्हैया की ** *गीत* तर्ज---( कौन दिशा मे लेके चला रे) कहाँ कहाँ नही खोजा तुझको कन्हैया 2, अब आवो लेकर अवतार , देखो मै तो गया हार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Sushila joshi 25 May 2024 · 2 min read छंद मुक्त कविता : बचपन बचपन बचपन हूँ बचपन l मैं बचपन हूँ बचपन ll बड़ा ही हठीला बड़ा ही रंगीला l कोमल सुकोमल स्वर में हूँ कोयल l बड़ा ही सजग हूँ बड़ा आफती... Poetry Writing Challenge-3 3 1 7 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read * हनुमंत का दरबार** * हनुमंत का दरबार** * भक्ति गीत*(भजन) सुन्दर सजा है दरबार मेरे हनुमंत का | नौ रत्नो से हुआ श्रृंगार मेरे हनुमंत का || टेक|| कान में कुण्डल गले मोती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 5 Share Aruna Dogra Sharma 25 May 2024 · 1 min read #मतदान मत का सही प्रयोग कर , लोकतंत्र का पर्व। नेता चुन बन प्रेरणा ,होगा खुद पर गर्व।। : सोच समझ क्यों भूलता, मनु अपना अधिकार। देख सही मतदान कर ,टलना... Hindi · दोहा 1 7 Share Previous Page 2 Next