Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Previous Page 2 Next DrLakshman Jha Parimal 18 Nov 2024 · 3 min read “डिजिटल मित्रता” (संस्मरण) डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ “मुझे दुख है बस अपनों से जो दिल के पास रहते हैं गुजर जाए कई सदियाँ कभी नहीं बात करते हैं !!” @परिमल देवनाथ बाबू... Hindi · संस्मरण 14 Share पंकज परिंदा 18 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल गीत तन्हा......., ही गाने लगेंगे। ग़ज़ल गीत तन्हा......., ही गाने लगेंगे। मुझे भूलने में............, ज़माने लगेंगे। ख़फ़ा हूँ मैं तुमसे, यूँ ही कह दिया बस, मुझे क्या पता था....? वो जाने लगेंगे। अगर रेत में... Hindi · ग़ज़ल 20 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 Nov 2024 · 1 min read बाहिर से लफ्ज से मोती टपके मुसलसल उसके, कमा के आया था शख्स कोई बाहिर से कायदे सफऱ के जरा अजीब से थे रस्ता मिलता कहाँ मुसाफिर से -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 82 Share Meera Thakur 18 Nov 2024 · 1 min read ज़ख्म सबकी आँखों में ज़ख्म है वह मुस्कान के नीचे दफ़्न है - मीरा ठाकुर Hindi · मुक्तक 3 22 Share पंकज परिंदा 18 Nov 2024 · 1 min read जो थे क्रिमिनल..., देख परिंदे, जो थे क्रिमिनल..., देख परिंदे, अब सब सोशल देख परिंदे..! बच्चों से अब.., मार - पिटाई, कितना क्रिटिकल देख परिंदे। कम्पास में' ढीली पेंसिल.. तो, गड़बड़ एंगल..., देख परिंदे..! घूम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share Dr. Rajeev Jain 18 Nov 2024 · 1 min read खुदा तू भी खुदा तू भी, बातें तो बड़ी अच्छी करता है, फिर भी मुझे मेरी क़िस्मत पर छोड़ देता है l मुझको बचा लेगा, इस आस से आया था तेरे पास ,... Hindi · खुदा · बहार · मंझधार · राजीव · सांगरी 13 Share Dr. Rajeev Jain 18 Nov 2024 · 1 min read अनुप्रास अलंकार विदित विदित सा कुछ विदित है मेरे आज ख्यालों में मंद मंद मुस्काता सोना कृषक के खेतों खलिहानो में सफल सकल फसल हुई अब तो अब की बार लहर लहर... Hindi · अनुप्रास · किसान · फसल · राजीव · सांगरी 14 Share आकाश महेशपुरी 18 Nov 2024 · 1 min read जाति-मजहब और देश हमारे ज़ेहन में वो दर्द कितने बो गए टुकड़े न लौटे आजतक वापस जिगर के जो गए टुकड़े खड़ी दीवार मत करना यहाँ तुम जाति-मज़हब की इसी कारण कभी इस... Hindi · मुक्तक 13 Share डी. के. निवातिया 18 Nov 2024 · 1 min read तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ, डाली से टूटे फूल की तरह बिखर रहा हूँ ! ख़ाक से उठकर निखरने की कोशिश में, जर्रा-जर्रा जोड़कर फिर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 14 Share *प्रणय* 18 Nov 2024 · 1 min read #दो_पंक्तियां- #दो_पंक्तियां- ■ सत्ता को साहित्य का संकेत। [प्रणय प्रभात] आम जन व राष्ट्र के हित में सत्ता व शासक को जगाने का दायित्व साहित्य का रहा है। साहित्य ने अपनी... Hindi · प्रतीकात्मक पंक्तियां · सम सामयिक 1 12 Share Ram Krishan Rastogi 18 Nov 2024 · 1 min read ठंडा मौसम अब आ गया ठंडा मौसम अब आ गया, स्वेटर कम्बल भी भा गया। करे इस मौसम का स्वागत, चारों तरफ उन्माद छा गया।। चारों तरफ कोहरा छा गया, दिन में ही अंधेरा छा... Hindi 1 12 Share ललकार भारद्वाज 18 Nov 2024 · 1 min read कहने के लिए तो बहुत शब्द लाया हूँ । कहने के लिए तो बहुत शब्द लाया हूँ । आज मैं कवि बनने के लिए आया हूँ ।। अब देखना है, क्या है मेरी किस्मत मे । क्योकि कविता मे... Hindi · मुक्तक 1 1 20 Share Buddha Prakash 18 Nov 2024 · 1 min read क्यो लेट जाते हो बिछौने में दुखी मन से, क्यो लेट जाते हो बिछौने में दुखी मन से, बना लेते हो कफ़न इसी को, कफ़न मे एक दिन लिपटना तो है, मन से हटा दो इसी दुःख को ,... Hindi · Quote Writer · शेर 1 14 Share *प्रणय* 18 Nov 2024 · 1 min read #दोहा- #दोहा- ◆[दूसरा पहलू]◆ *जो सात रंग स्वतंत्र अस्तित्व के साथ परस्पर मिल कर दिन और इंद्रधनुष बनाते हैं। वही सात रंग आपस में मिल कर काला रंग भी बना देते... Hindi · प्रणय के दोहे 1 13 Share Ravi Prakash 18 Nov 2024 · 1 min read *मक्खन मलना है कला, अतिशय दुर्लभ ज्ञान (हास्य कुंडलिया)* *मक्खन मलना है कला, अतिशय दुर्लभ ज्ञान (हास्य कुंडलिया)* __________________________ मक्खन मलना है कला, अतिशय दुर्लभ ज्ञान सफल बनाता जिंदगी, देता जग में मान देता जग में मान, लगाना मक्खन... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · हास्य कुंडलिया 12 Share Suryakant Dwivedi 18 Nov 2024 · 1 min read लैपटॉप उम्मीदों के लैपटॉप पर जब उंगलियां नाचती हैं सामने होती है तहरीर और आँखों में तस्वीर। कौन कहता है, हम नहीं नाचते छोटा सा शब्द हमको भी नचा देता है... Hindi · कविता 18 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Nov 2024 · 1 min read तुम जलधर मैं मीन... तुम जलधर मैं मीन... तुम बिन कैसे धारूँ जीवन, तुम जलधर मैं मीन। प्राण जिएँ ये देख तुम्हें ही, रहें तुम्हीं में लीन। चाँद न आए नजर अगर तो, कैसे... Hindi · गीत 14 Share Sudhir srivastava 17 Nov 2024 · 1 min read मेरी माटी मेरा भारत मेरी माटी की महिमा अपार है जान रहा इसे सारा संसार है, भिन्न भिन्न है बोली वाणी अरु भिन्न भिन्न परिधान है। बहुरँगी सँस्कृति यहाँ की और विभिन्न त्योहार है,... Hindi · कविता 14 Share Buddha Prakash 17 Nov 2024 · 1 min read हुस्न की नुमाईश मत कर मेरे सामने, हुस्न की नुमाईश मत कर मेरे सामने, जिस्म का भूखा हुआ आशिक नही मै, इतना मजबूर हूँ कि दो वक़्त की भी जुगाड नहीं, इतना खुद्दार हूँ कि जिस्म को... Hindi · Quote Writer · शेर 1 19 Share Buddha Prakash 17 Nov 2024 · 1 min read तेरी याद मै करता हूँ हरपल, हे ईश्वर ! तेरी याद मै करता हूँ हरपल, हे ईश्वर ! परवाह अब मुझे अपनी नहीं, इस जहाँ से क्या उम्मीद करू खुद के लिए, तेरी उम्मीद से ही ये जहाँ है... Hindi · Quote Writer · शेर 1 18 Share सुशील कुमार 'नवीन' 17 Nov 2024 · 3 min read वक्त की नजाकत को समझें ' मराठी मानुष ' क्या पता, किसे ' सजदा ' करना पड़ जाए सुशील कुमार 'नवीन ' महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की चुनाव आयोग की टीम द्वारा जांच का मामला इन दिनों... Hindi · लेख 12 Share सुशील कुमार 'नवीन' 17 Nov 2024 · 4 min read त्रिभाषा सूत्र लागू करने में फिर क्यों हो रही है देरी? जब हरियाणा में ' चित भी मेरी और पट भी मेरी '... सुशील कुमार ' नवीन ' एक पुरानी कहावत है कि चित भी मेरी और पट भी मेरी। अर्थात् हर तरफ से मेरा ही लाभ। नीचे(राज्य)भी अपनी सरकार और ऊपर (केंद्र)... Hindi · लेख 15 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 17 Nov 2024 · 1 min read मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा रोम रोम खिल जाएगा जब गंगा में गोते लगाएगा मणिकर्णिका घाट पर जीवन का अर्थ पाएगा हरिश्चंद्र के घाट पर... Hindi · कविता · संस्मरण 16 Share *प्रणय* 17 Nov 2024 · 1 min read #चिंतनीय #चिंतनीय #यह_हाल_है_साहब...! ■ ऐसे होगा तो कैसे होगा न्याय.....? 【प्रणय प्रभात】 ★ अपराधी की मौखिक स्वीकारोक्ति को न्यायालय में मान्यता नहीं। ★ 14 दिन से अधिक की रिमांड देने में... Hindi · प्रसंगवश · सम सामयिक 1 13 Share AJAY AMITABH SUMAN 17 Nov 2024 · 2 min read गर छोटा हो तुम छोटा गर छोटा हो तुम छोटा, गर तुमको कुछ ने रोका। गर तुमको कुछ ने टोका ना समझो खुद को खोटा। जीवन में आगे बढ़ने से, आखिर किसने तुमको रोका? नहीं... Hindi 12 Share Dr Archana Gupta 17 Nov 2024 · 1 min read जब मायके से जाती हैं परदेश बेटियाँ जब मायके से जाती हैं परदेश बेटियाँ ससुराल के ही पहनती हैं वेश बेटियाँ लेकिन जड़ों से हो नहीं पातीं वो दूर हैं देतीं हमेशा प्रेम का संदेश बेटियाँ डॉ... Hindi · मुक्तक 1 31 Share Dr Archana Gupta 17 Nov 2024 · 1 min read इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है पाने की हमने चाह में कितना गँवाया है फिर भी न टूटने दिया इस दिल को 'अर्चना' हँस -हँस के दर्द हमने... Hindi · मुक्तक 14 Share Shriyansh Gupta 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा बोतल में भर कर मिले, अब तो पानी देख। फिर भी करते कुछ नहीं, लिखते सिर्फ प्रलेख। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · दोहा 2 14 Share Shriyansh Gupta 17 Nov 2024 · 1 min read विचार मेरे तो बस में नहीं, पढ़ना यह संसार। दुनिया में मिलते नहीं, सबके सभी विचार। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · दोहा 1 13 Share Shriyansh Gupta 17 Nov 2024 · 1 min read भूप कैसे कैसे लोग हैं, कैसे इनके रूप। बिना करे कुछ काम ये, कहते खुद को भूप। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · दोहा 1 15 Share gurudeenverma198 17 Nov 2024 · 1 min read कुछ भी नहीं मुफ्त होता है हवा के सिवा दुनिया में, कुछ भी नहीं मुफ्त होता है। हर चीज और हर काम का, सच में यहाँ दाम होता है।। हवा के सिवा दुनिया में ------------------------------।। यह... Hindi · गीत 19 Share surenderpal vaidya 17 Nov 2024 · 1 min read पांव में मुक्तक ~~~ पांव में कांटे तनिक चुभते रहेंगे। किन्तु राही राह में बढ़ते रहेंगे। क्रम यही चलता रहा है जब युगों से। लक्ष्य अपने प्राप्त सब करते रहेंगे। ~~~ फूल... Hindi · मुक्तक · सार्द्ध मनोरम छंद 1 1 17 Share shabina. Naaz 17 Nov 2024 · 1 min read जो चलाता है पूरी कायनात को जो चलाता है पूरी कायनात को उस के लिए क्या मुश्किल है एक छोटी सी मुश्किल को आसान बना देना…………ShabinaZ Hindi · Quote Writer · कोटेशन 17 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Nov 2024 · 1 min read समय की पुकार कल मैने देखा ! एक बंदर के हाथ लगी मोतियों की एक माला ! जिसे तोड़़-तोड़कर उसने अपनी बुद्धि से बिखेर डाला , उसे पता नही कि मोती चुनने ,... Hindi · कविता 17 Share shabina. Naaz 17 Nov 2024 · 1 min read मुकादमा चल रहा है अब मेरा मुकादमा चल रहा है अब मेरा खुदा की अदालत में ……. इसलिए भी सुकून में है दिल…. क्यूँ के उस के घर देर है अंधेर नहीं ……….ShabinaZ Hindi · Quote Writer · कुण्डलिया · कोटेशन 18 Share अरशद रसूल बदायूंनी 17 Nov 2024 · 1 min read कसौटी पर खरा उतरा नहीं है यहां पर कोई भी अच्छा नहीं है ज़माना अब मिरे जैसा नहीं है जो ऐसी बात करता है वही खुद कसौटी पर खरा उतरा नहीं है Hindi · मुक्तक 14 Share Ravi Prakash 17 Nov 2024 · 1 min read *तुम्हें बधाई हो नव-दंपति, तुम में गहरा प्यार हो (विवाह-गीत/सेहरा)* *तुम्हें बधाई हो नव-दंपति, तुम में गहरा प्यार हो (विवाह-गीत/सेहरा)* _________________________ तुम्हें बधाई हो नव-दंपति, तुम में गहरा प्यार हो 1) शुभ मंत्रों के साथ गृहस्थी, तुमने नई बसाई नव-जीवन... Hindi · Quote Writer · गीत 2 · माता पिता गीत · सेहरा गीत 18 Share *प्रणय* 17 Nov 2024 · 1 min read #इशारा_काफ़ी- #इशारा_काफ़ी- "धारणा गढ़ने और किसी एक के हित में दुनिया के मत्थे मढ़ने में कौन सा खर्चा होता है? जिसे, जो मन चाहे, वो बना दो। मनगढ़ंत जुमलों के बूते।।"... Hindi · लघुव्यंग्य 1 16 Share Surinder blackpen 17 Nov 2024 · 1 min read दिल में इश्क भरा है दिल में इश्क़ भरा है । ये जादू तूने करा है, । ख्वाब रूठ गये हैं मेरी नींदों से पता नहीं ये क्या माजरा है। बेबस हो जाए दिल तेरे... Hindi · कविता 14 Share Dr Archana Gupta 17 Nov 2024 · 1 min read हम राज़ अपने हर किसी को खोलते नहीं हम राज़ अपने हर किसी को खोलते नहीं चलते हैं अपनी राह पे पग मोड़ते नहीं हम अपने दिल की बात ही सुनते समझते हैं क्या चार लोग कहते हैं... Hindi · मुक्तक 21 Share Shashi Mahajan 17 Nov 2024 · 2 min read माँ की यादें माँ की यादें जुड़ी होती हैं लोरियों से नसीहतों से कौशल से शिक्षा से स्नेह भरी विदाई की बेला से परन्तु मेरी यादें जुड़ी हैं माँ के पार्थिव शरीर से... Hindi · Https://youtu.be/imfdI-dlvfQ · कविता 16 Share Manisha Manjari 17 Nov 2024 · 1 min read धवल बर्फ की झीनी चादर पर धवल बर्फ की झीनी चादर पर, चांदनी का यूँ मुस्कुराना, सपनों में खोई झील की लय पर, चाँद का खुद उतर आना। मदहोशी में पत्तों को गिराकर, शाख का यूँ... Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी 22 Share Shakil Alam 17 Nov 2024 · 3 min read जन्मदिन मनाने की परंपरा दिखावे और फिजूलखर्ची ! मैं शकील आलम आप मुझे जन्म दिन की बधाई ना दें ।🙏🏻 मैं जन्मदिन नहीं मनाता क्यूंकि मेरी एक अलग विचारधारा है और मैं उस विचारधारा को आपके समक्ष साझा... Hindi · लेख 1 69 Share Dr.Pratibha Prakash 17 Nov 2024 · 1 min read सांवरिया मोहे भा गयो रे सांवरिया -२ मोहिनी बाकी भोली सुरतिया -२ कमल नयन में कमल खिलत है अधरन जाके सुमन हंसत हैं मेरे मन में बसों रे सांवरिया जिय में... Hindi · गीत 19 Share Rashmi Sanjay 17 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल ये बादल के चाँद-सितारे नानी के किस्सों से हारे। धूप कड़ी है मत झुलसो तुम वृद्ध वृक्ष की छांव पुकारे! जारी सफ़र सदा ही रखना चींखें ना ये घाव तुम्हारे!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 18 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read 'न पूछो' मुश्किल था वो दौर न पूछो। उलझन का बस ठौर न पूछो।। हाले -दिल तो पूछ रहे हो पूछो पर इस तौर न पूछो। क्या-क्या गुजर रही है हम पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 17 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read सजल माथ ढूॅंढता चंदन लिख ! करे तिरंगा वंदन लिख !! पगडंडी की सिसकी पढ़! बाट जोहती विरहन लिख !! प्रेम अपरिमित अनगढ़ है! कृष्ण-राधिका बंधन लिख!! जीवन-नेत्र छलकते हैं! मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 16 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read प्रतीक्षा प्रिय! तुम्हारी प्रतीक्षा में जला देती हूँ कुछ दीप अनायास तुलसी के आसपास! भर जाता है रोम-रोम में तुलसी की सुरभि से लिपटा तुम्हारा भाव! पत्तियों की ओट से झाॅंकती... Hindi · कविता 1 18 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल * वो ये कहते थे हम चुप्पियाँ छोड़ दें ज़िद हमारी थी वे तल्ख़ियाँ छोड़ दें खेल नफ़रत का मत खेलिए ये न हो आप जलती हुई बस्तियाँ छोड़ दें... Hindi · ग़ज़ल 2 19 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read गीतिका गीत निजता के तनिक मुझको भी रचने दीजिए। मूर्ति सपनों की अधूरी जो, वो गढ़ने दीजिए।। ठेल कर आगे निकलना,आ ही जाएगा मुझे, भीड़ का हिस्सा मुझे इक बार बनने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 17 Share Previous Page 2 Next