*कहानी का नाम: गुब्बारे वाला जादुई बगीचा*

**कहानी का नाम: गुब्बारे वाला जादुई बगीचा**
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक प्यारा सा लड़का रहता था जिसका नाम मोहन था। मोहन का सबसे अच्छा दोस्त था उसका रंग-बिरंगा गुब्बारा। वह हर दिन अपने गुब्बारे के साथ खेलता और आसमान में उड़ने का सपना देखता।
एक दिन मोहन अपने गुब्बारे के साथ बगीचे में खेल रहा था, तभी उसने देखा कि बगीचे के कोने में एक अजीब सी रोशनी चमक रही थी। मोहन उस रोशनी के पास गया, और उसे देखकर वह हैरान रह गया। वहाँ एक बड़ा सा दरवाज़ा खड़ा था, जो बिल्कुल बगीचे से बाहर जाने वाली एक रहस्यमयी दुनिया की ओर खुल रहा था।
“क्या यह जादुई दरवाज़ा है?” मोहन ने सोचा।
वह दरवाज़ा खोलते हुए अंदर गया और देखा कि यहाँ सब कुछ बहुत अलग था। रंग-बिरंगे फूल, मुस्कुराते हुए पेड़, और झरने की आवाज़ें। मोहन को समझ में आ गया कि वह किसी जादुई बगीचे में आ गया है।
तभी सामने एक नन्हा सा पंख वाला पक्षी आया। “नमस्ते, मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ,” पक्षी बोला। “यह बगीचा जादुई है, और तुम्हें इसे बचाना होगा।”
मोहन ने पूछा, “मुझे क्या करना होगा?”
पक्षी ने बताया, “बगीचे में एक खजाना छुपा है, जिसे अगर तुम खोज लोगे, तो बगीचा हमेशा खुशहाल रहेगा। लेकिन यह खजाना एक पहेली के रूप में छुपा है।”
अब मोहन ने यह ठान लिया कि वह बगीचे का खजाना जरूर पाएगा। उसने अपने गुब्बारे को साथ लिया और पक्षी के साथ बगीचे में छिपे पहेलियों को हल करना शुरू किया। उन्हें हर तरह के फूलों और पेड़ों के बीच से रास्ता निकालना था। मोहन ने जो भी पहेली हल की, गुब्बारा और भी रंगीन और चमकदार होता गया।
आखिरकार, मोहन और पक्षी ने एक बडे़ से पेड़ के नीचे खजाना खोज लिया। वह खजाना कोई सोने-चाँदी का नहीं था, बल्कि वह एक प्यारी सी किताब थी जिसमें बगीचे के सभी जादू और रहस्य लिखे हुए थे।
पक्षी ने कहा, “तुमने सही खजाना पाया है! अब यह किताब बगीचे की शक्ति को वापस लाएगी।”
मोहन ने किताब को खोला और उसके पन्नों में एक जादुई आभा फैल गई। पूरे बगीचे में खुशियाँ छा गईं, फूल खिलने लगे और पेड़ झूमने लगे। अब वह बगीचा हमेशा हरा-भरा और खुशहाल रहेगा।
मोहन ने गुब्बारे के साथ बगीचे का धन्यवाद किया और घर लौट आया। जब भी वह आसमान में अपने गुब्बारे को उड़ते हुए देखता, उसे उस जादुई बगीचे और उसकी रोमांचक यात्रा की याद आती।
**समाप्त।**
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यह कहानी बच्चों को साहस, दोस्ती और मस्ती के महत्व को सिखाती है, और इसे एक हल्के-फुल्के और रोमांचक तरीके से प्रस्तुत किया जा सकता है।