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7 Jun 2024 · 1 min read

बह्र ….2122 2122 2122 212

बह्र ….2122 2122 2122 212

दरमियां दोनों के जब भी फासला आ जायेगा ,
मुख्तसर सी ज़िंदगी में ज़लज़ला आ जायेगा ।

✍️ नील रूहानी …

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