Posts Tag: Quote Writer 33k posts List Grid Anil Mishra Prahari 14 May 2025 · 1 min read तुम लाख कोशिश कर मेरे ख्यालों में न आने की तुम लाख कोशिश कर मेरे ख्यालों में न आने की हमने भी तो कसम खायी है तुझको न भुलाने की। Quote Writer 0 Share *प्रणय प्रभात* 14 May 2025 · 1 min read "राजनीति में फैले रायते को समेटने में वाक़ई बहुत उठापटक करनी "राजनीति में फैले रायते को समेटने में वाक़ई बहुत उठापटक करनी पड़ती है। टाइम खोटा करने के साथ साथ।। 😃प्रणय प्रणय😃 Quote Writer 1 0 Share Ravi Prakash 14 May 2025 · 1 min read *बड़बोले श्री ट्रंप की, खुली समूची पोल (कुंडलिया)* *बड़बोले श्री ट्रंप की, खुली समूची पोल (कुंडलिया)* ---------------------------------------- बड़बोले श्री ट्रंप की, खुली समूची पोल निकल रहा स्वर बेसुरा, फटा हुआ ज्यों ढोल फटा हुआ ज्यों ढोल, युद्ध यह... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 3 3 Share विजय कुमार नामदेव 14 May 2025 · 1 min read ऐब देखा किये जमाने के। ऐब देखा किये जमाने के। हमने बस आईना नहीं देखा।। कैसा मंजर है आज उपवन का। एक भी गुल खिला नहीं देखा।। Quote Writer 4 Share विजय कुमार नामदेव 14 May 2025 · 1 min read ज़िन्दगी में तो क्या नहीं देखा। ज़िन्दगी में तो क्या नहीं देखा। आज तक पर खुदा नहीं देखा।। रोज़ बैठे रहे किनारे पर। पर तेरा रास्ता नहीं देखा।। Quote Writer 4 Share विजय कुमार नामदेव 14 May 2025 · 1 min read इस तरह का मैं तुम्हारा, प्यार लेकर क्या करूँगा। इस तरह का मैं तुम्हारा, प्यार लेकर क्या करूँगा। डूबकर मर जाऊँ वो, मंझधार लेकर क्या करूँगा।। हर खुशी देता रहा हूँ, तुम न समझे प्यार मेरा। शांति ना हो... Quote Writer 4 Share विजय कुमार नामदेव 14 May 2025 · 1 min read इस बेवफ़ा की याद में क्यों मर रहे हो तुम। इस बेवफ़ा की याद में क्यों मर रहे हो तुम। क्या करने आये थे यहाँ, क्या कर रहे हो तुम।। सबको वफ़ा के नाम पर, जिस्मों की चाह है। खुद... Quote Writer 5 Share विजय कुमार नामदेव 14 May 2025 · 1 min read अपना दिल आज हम जला लें क्या। अपना दिल आज हम जला लें क्या। धोका एक बार फिर से खा लें क्या।। दिल से तो वो कभी मिला ही नहीं। हाथ उससे कहो मिला लें क्या।। सच... Quote Writer 4 Share विजय कुमार नामदेव 14 May 2025 · 1 min read क्या कहते हो डर जाएंगे। क्या कहते हो डर जाएंगे। मौत से पहले मर जाएंगे।। ज़ख्म बहुत गहरे हैं लेकिन। लगता तो है भर जाएंगे।। जाने में डर तो है यारों। लेकिन फिर भी घर... Quote Writer 5 Share ललकार भारद्वाज 14 May 2025 · 1 min read खैरियत पूछ लेने से बदलता कुछ नहीं हैं, पर दिल को यह तसल्ली ज खैरियत पूछ लेने से बदलता कुछ नहीं हैं, पर दिल को यह तसल्ली जरूर हो जाती हैं कि किसी को हमारी भी फिक्र हैं। हमारी उपलब्धियों में दूसरो का भी... Quote Writer 4 Share विजय कुमार नामदेव 14 May 2025 · 1 min read उलझने क्यों मेरी बढ़ाते हो। उलझने क्यों मेरी बढ़ाते हो। आप क्यों रोज़ ही बुलाते हो।। जिंदगी कर रखी मेरी बद्तर। और मुझे ज़िन्दगी बताते हो।। रूठना है ये देखने के लिए। मुझको तुम किस... Quote Writer 4 Share Dhirendra Singh 14 May 2025 · 1 min read देते देते हम जवाब थक जाएंगे देते देते हम जवाब थक जाएंगे दुश्मन फिर और तैयारी से आएंगे रक्षात्मक रह कर बहुत झेल चुके अब आक्रामक बन के भी दिखाओ अबकी मारा तो हम ऐसा कर... Quote Writer 4 Share *प्रणय प्रभात* 14 May 2025 · 1 min read 😃नया चलन😃 😃नया चलन😃 "उत्तर का हो सवाल तो दक्षिण का दो जवाब। भरपूर वक्त पास है, जम कर करो ख़राब।।" 😃प्रणय प्रभात😃 Quote Writer 1 5 Share Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप" 14 May 2025 · 1 min read गलतफहमी तुम्हें भी है गलतफहमी मुझे भी है। गलतफहमी तुम्हें भी है गलतफहमी मुझे भी है। चलो मिल बैठकर शिकवे शिकायत दूर करते हैं।। बहा तेरा या मेरा खून तो इंसान का ही है। मगर ये अब नहीं... Quote Writer 4 Share Madhu Gupta "अपराजिता" 14 May 2025 · 1 min read बहुत दूर.....मग़र पास था। बहुत दूर.....मग़र पास था। वह शख़्स, जो मेरे साथ था।। मधु गुप्ता "अपराजिता" Quote Writer 6 Share Dr fauzia Naseem shad 14 May 2025 · 1 min read सब मुश्किलों का हल खुद में वह पायेगा सब मुश्किलों का हल खुद में वह पायेगा खुद पर यकींन कर के जो खुद को आज़मायेगा दुश्वार रास्तों पर अपने क़दम जो बढ़ायेगा मुमकिन नहीं वह अपनी मंज़िल न... Quote Writer 2 8 Share Dr fauzia Naseem shad 13 May 2025 · 1 min read शान्त मन को पुनः शान्त मन को पुनः अशान्त सा करते हैं भ्रम में जीने वाले सत्य स्वीकार कहां करते हैं तुम से जीवन जीवन से तुम तुमसे जुड़े इस जीवन की हर बात... Quote Writer 2 10 Share Santosh Shrivastava 13 May 2025 · 1 min read पिता के बिना पिता के बिना माॅ अधूरी है माॅ के बिना पिता अधूरे हैं इसलिए माता- पिता दिवस एक साथ मनाये Quote Writer 66 Share Santosh Shrivastava 13 May 2025 · 1 min read माॅ माॅ चर्चा का विषय नहीं सम्मान की हकदार है Quote Writer 45 Share पूर्वार्थ देव 13 May 2025 · 1 min read दिल जब घबराये तो खुद को दिल जब घबराये तो खुद को एक किस्सा सुना देना, जिन्दगी कितनी भी मुश्किल क्यूँ ना हो मुस्कुरा देना.. आसानी से सब कुछ हासिल हो तो उसकी कदर कहाँ ?... Quote Writer 7 Share *प्रणय प्रभात* 13 May 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 8 Share Ranjeet kumar patre 13 May 2025 · 1 min read मर्दो ने जिस घर मे महिला की चलने दी उसी घर की महिला पुरुष की मर्दो ने जिस घर मे महिला की चलने दी उसी घर की महिला पुरुष की इज्जत सरे आम नीलाम कर दी Quote Writer 1 7 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 May 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक धुआं - धुआं हो रहीं आज की जवानियाँ संस्कार खुद को अंधेरे कुएं में तलाशते हुए अनिल कुमार गुप्ता अंजुम Quote Writer 1 7 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 13 May 2025 · 1 min read सरहदें.... हद न तय करेंगी अब सरहदें.... हद न तय करेंगी अब आकाश नाप के आएं हैं बेहद... हद तक -सिद्धार्थ गोरखपुरी Quote Writer 8 Share Dr fauzia Naseem shad 13 May 2025 · 1 min read कोई एहसास हो भला कैसे कोई एहसास हो भला कैसे कोई एहसास जब नहीं रखता डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद Quote Writer 3 9 Share Aisha mohan 13 May 2025 · 1 min read Bo pal bi kiy pal th jab ap hamre samne the...... Kahene ko Bo pal bi kiy pal th jab ap hamre samne the...... Kahene ko kuch nhi th pr sawal shirf to❤❤ shirf ap se the.......✍️ Quote Writer 2 8 Share पूर्वार्थ देव 13 May 2025 · 1 min read माँ-बाप होना मतलब मालिक नहीं होना" माँ-बाप होना मतलब मालिक नहीं होना" बच्चों को समझो, गढ़ो मत, उन्हें अपनी तरह जीने दो, डराओ मत। प्यार की छांव में वो खिलते हैं, डांट की धूप में नहीं,... Quote Writer 1 8 Share Madhu Gupta "अपराजिता" 13 May 2025 · 1 min read जीती हुई बाज़ी हारे हुए हम किनारों पर बैठे हैं सब गवाए हुए ह जीती हुई बाज़ी हारे हुए हम किनारे पर बैठे हैं सब गवाएं हुए हम। सलीका ही नहीं कैसे सुलझाएंगे बेशुमार मसले ज़िंदगी के हम।। मधु गुप्ता "अपराजिता" Quote Writer 1 9 Share *प्रणय प्रभात* 13 May 2025 · 0 min read .. .. Quote Writer 1 6 Share Ravi Prakash 13 May 2025 · 1 min read *अमरीका से बचकर चलना, अमरीका के सौ मुख हैं (गीत)* *अमरीका से बचकर चलना, अमरीका के सौ मुख हैं (गीत)* -------------------------------------- अमरीका से बचकर चलना, अमरीका के सौ मुख हैं 1) अमरीका है बड़ा खिलाड़ी, भरे नोट के बंडल अमरीका... Hindi · Quote Writer · गीत 2 · पहलगाम 8 Share पूर्वार्थ देव 13 May 2025 · 1 min read भारतीय माता-पिता यह कहना पसंद करते हैं कि 'हमने तुम्हें खाना भारतीय माता-पिता यह कहना पसंद करते हैं कि 'हमने तुम्हें खाना, कपड़े, शिक्षा दी!' मानो यह उनकी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक एहसान है। कोई भी बच्चा जन्म लेने के लिए... Quote Writer 6 Share गुमनाम 'बाबा' 13 May 2025 · 1 min read चिंतन चिंतन भावों में बहने वालों का दिल तोड़ना पड़ता है शूर पराक्रमी सेना का भी रुख मोड़ना पड़ता है सृष्टि पड़ी हो खतरे में और धरा पर संकट हो मानवता... Quote Writer 6 Share Dr. Akhilesh Baghel "Akhil" 13 May 2025 · 1 min read ग़म के लिए रम की जरूरत नहीं होती, ग़म के लिए रम की जरूरत नहीं होती, भुलाने के लिए नफ़रत ही काफी है। Quote Writer 6 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 May 2025 · 1 min read हम तो अपनी मासूम बहनों की , हम तो अपनी मासूम बहनों की , उजड़ी मांग का बदला लेने निकले थे । मगर तुम जालिम दहशतगर्दों को, बचाने हमारे बीच दीवार बन गए । अब दीवार को... Quote Writer 92 Share Ramnath Sahu 13 May 2025 · 1 min read माना कि तेरी दहलीज पर रोशनी के चश्मा फुट रहे माना कि तेरी दहलीज पर रोशनी के चश्मा फुट रहे पर यहाँ मेरा घर भी कोई अंधेरा नही है। Quote Writer 6 Share Jyoti Pathak 13 May 2025 · 1 min read इस बार तुम पैसे वाले, इस बार तुम पैसे वाले, भीखमंगे लग रहे थे। हाँ! तुम्हारी गाड़ी बड़ी थी, लेकिन तुम्हारा व्यवहार बहुत छोटा लग रहा था। हाँ ! तुम जोशिले दिख रहे थे, किंतु... Quote Writer 15 Share Dr. Kishan tandon kranti 13 May 2025 · 1 min read " सुनो " " सुनो " कठोर इतना हूँ कि सब कुछ झेल लेता हूँ, नरम इतना हूँ कि शब्द तलक चुभ जाता है। Quote Writer 5 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read किसी के होने से तन्हाइयां नहीं जातीं किसी के होने से तन्हाइयां नहीं जातीं किसी का होना कभी बेशुमार खलता है Quote Writer 7 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read उसे किसी की मोहब्बत का एतबार नहीं उसे किसी की मोहब्बत का एतबार नहीं वो शख्स ख़ौफ़ के साये में पलता बढ़ता है Quote Writer 9 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ वो एक फूल है हवा से भी सिहरता है Quote Writer 8 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read आसमान में रंग अनोखे आसमान में रंग अनोखे हाँ, बेशक भर देता है कभी-कभी पर ढलता सूरज मन उदास कर देता है Quote Writer 5 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read ना किसी से बैर हो ना किसी से बैर हो ना किसी से युद्ध हो,, फिर कोई पीपल उगे फिर किसी को बोध हो फिर से कोई बुद्ध हो Quote Writer 6 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read जनकदुलारी,जनक नंदिनी, वैदेही,माता सीता जनकदुलारी,जनक नंदिनी, वैदेही,माता सीता जिनके जीवन का क्षण क्षण,, जंगल और वन में ही बीता और अंततः इस धरती माता की गोद समाईं थीं धीरज और धैर्य की जग में... Quote Writer 6 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read और कितना मुझे ज़िंदगी और कितना मुझे ज़िंदगी तू दिखाएगी ये बेबसी मैं ठहरती नहीं बेवजह तू जो आवाज़ देती नहीं Quote Writer 5 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read दो अपरिचित आत्माओं का मिलन दो अपरिचित आत्माओं का मिलन एक दूजे के लिए मन में लगन हो नहीं संशय कहीं सूत्र परिणय का यही Quote Writer 6 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read खुलकर जीना एक नई परिभाषा गढने वाला है खुलकर जीना एक नई परिभाषा गढने वाला है युवा हमारा देखते रहिए बहुत बदलने वाला है Quote Writer 6 Share Shweta Soni 13 May 2025 · 1 min read प्रेम में प्रेम में प्रेमी दो समकोण बनाने वाली रेखाओं की तरह अलग हो जाते हैं यही उनके प्रेम की पुष्टि करता है व शाश्वत बनाता है यही उनको प्रेम की सूची... Quote Writer 9 Share *प्रणय प्रभात* 13 May 2025 · 1 min read कथित "राष्ट्रवाद" के नाम पर सिर्फ़ "उन्माद" और "उग्रवाद" उपज कथित "राष्ट्रवाद" के नाम पर सिर्फ़ "उन्माद" और "उग्रवाद" उपजा रहे अधिकांश चैनल। कौन दे रहा छूट...? 🤔प्रणय प्रभात🤔 Quote Writer 1 8 Share Jyoti Pathak 13 May 2025 · 1 min read ईर्ष्या की आग में जलने से बेहतर है, ईर्ष्या की आग में जलने से बेहतर है, प्रतिस्पर्धा के हवन कुंड में कूद पड़ना। Quote Writer 12 Share Chitra Bisht 13 May 2025 · 1 min read विनाश की कगार पर खड़ा मानव विनाश की कगार पर खड़ा मानव हर तरफ युद्ध की रणभेरी है खुद का अस्तित्व मिटाने को तत्पर प्रलय आने में क्या देरी है Quote Writer 12 Share Page 1 Next