गजानंद जी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कभी बच्चों सी जिंदगी दोबारा जी कर देखो वही लॉलीपॉप खट्टे मीठ
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
*कौन है इसका जिम्मेदार?(जेल से)*
हर दिल में एक टीस उठा करती है।
#ਗਲਵਕੜੀ ਦੀ ਸਿੱਕ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
*लिखता है अपना भाग्य स्वयं, मानव खुद भाग्य विधाता है (राधेश्
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
23/207. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
बात के हो जादूगर इस अदा से उल्फत है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग
"नाम तेरा होगा "
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
कहानी उसके हाथ में है, वो..
हृदय में वेदना इतनी कि अब हम सह नहीं सकते
विरह–व्यथा
singh kunwar sarvendra vikram
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज