Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2024 · 1 min read

ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग

ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे गुस्सा दिलाते हैं।
– यूरिपिड्स

247 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

घरेलू आपसी कलह आज बढ़ने लगे हैं...
घरेलू आपसी कलह आज बढ़ने लगे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
*विषमता*
*विषमता*
Pallavi Mishra
" सितम "
Dr. Kishan tandon kranti
#खरी_खरी...
#खरी_खरी...
*प्रणय प्रभात*
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
Subhash Singhai
कोई तुझे बदमाश कोई संत कहेगा
कोई तुझे बदमाश कोई संत कहेगा
आकाश महेशपुरी
धार्मिक इतने बनो की तुम किसी का बुरा न कर सको
धार्मिक इतने बनो की तुम किसी का बुरा न कर सको
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
संवेदनशीलता
संवेदनशीलता
Rajesh Kumar Kaurav
स्मरण रहे
स्मरण रहे
Nitin Kulkarni
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
The Lonely Traveller.
The Lonely Traveller.
Manisha Manjari
मेरा घर
मेरा घर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
आज है जो
आज है जो
संजय निराला
सत्य संकल्प
सत्य संकल्प
Shaily
sp 48 नदिया का तीर
sp 48 नदिया का तीर
Manoj Shrivastava
3046.*पूर्णिका*
3046.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीपक और दिया
दीपक और दिया
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कितना बुरा होता है...
कितना बुरा होता है...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
✍🏻Happy teachers day✍🏻
✍🏻Happy teachers day✍🏻
Neeraj kumar Soni
तुम आँसू ऐसे नहीं बहाओ
तुम आँसू ऐसे नहीं बहाओ
gurudeenverma198
रुख के दुख
रुख के दुख
Santosh kumar Miri
*तू नहीं , तो  थी तेरी  याद सही*
*तू नहीं , तो थी तेरी याद सही*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कौन सुनेगा बात हमारी
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
वो
वो
हिमांशु Kulshrestha
दुनिया
दुनिया
ओनिका सेतिया 'अनु '
अहमियत हमसे
अहमियत हमसे
Dr fauzia Naseem shad
That's success
That's success
Otteri Selvakumar
ईमानदार,शरीफ इंसान को कितने ही लोग ठगे लेकिन ईश्वर कभी उस इं
ईमानदार,शरीफ इंसान को कितने ही लोग ठगे लेकिन ईश्वर कभी उस इं
Ranjeet kumar patre
सत्संग
सत्संग
पूर्वार्थ
अनुभूति
अनुभूति
डॉ.कुमार अनुभव
Loading...