Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
194 Followers
Follow
Report this post
13 Jan 2024 · 1 min read
अहमियत हमसे
अहमियत हमसे पूछ न इसकी ।
भूख ज़िंदो को मार देती है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
4 Likes
· 154 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like these posts
शिव भजन
अभिनव अदम्य
।। मतदान करो ।।
Shivkumar barman
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
" चर्चा "
Dr. Kishan tandon kranti
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
नाचेगा चढ़ आपके
RAMESH SHARMA
डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हस्ती
seema sharma
*सर हरिसिंह गौर की जयंती के उपलक्ष्य में*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
नव रश्मियों में
surenderpal vaidya
युँ खुश हूँ मैं जिंदगी में अपनी ,
Manisha Wandhare
बदलती हवाओं का स्पर्श पाकर कहीं विकराल ना हो जाए।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*)
Dushyant Kumar Patel
मां
Sanjay ' शून्य'
बहुत कुछ पढ़ लिया तो क्या ऋचाएं पढ़ के देखो।
सत्य कुमार प्रेमी
सरकार से हिसाब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जिंदगी एक पहेली
Surinder blackpen
नवरात्र में अम्बे मां
Anamika Tiwari 'annpurna '
लगाव
Kanchan verma
*धरती के सागर चरण, गिरि हैं शीश समान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुस्कुराहट
Santosh Shrivastava
रमेशराज के पशु-पक्षियों से सम्बधित बाल-गीत
कवि रमेशराज
पलकों में ही रह गए,
sushil sarna
नव वर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
जीने ना दिया
dr rajmati Surana
कहीं से गुलशन तो कहीं से रौशनी आई
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
चलो कहीं दूर जाएँ हम, यहाँ हमें जी नहीं लगता !
DrLakshman Jha Parimal
बस यूँ ही
sheema anmol
स्वर्णपरी🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
Loading...