Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2024 · 1 min read

अनसोई कविता………..

अनसोई कविता………..

कभी देखे हैं
अनसोई कविताओं के चेहरे
अँधेरे में टटोटलना
मेरे साँझ से कपोलों पर
रुकी कविताओं के
सैलाब नज़र आएँगे
छू कर देखना
उसमें आहत
अनसोई कविताओं के चेहरे
बेनकाब
नज़र आएँगे

सुशील सरना / 2-2-24

308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"ज्ञान"
Aarti sirsat
व्यर्थ है कल्पना
व्यर्थ है कल्पना
manjula chauhan
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
Your best
Your best
Sneha Singh
Dil ki bat 🫰❤️
Dil ki bat 🫰❤️
Rituraj shivem verma
पेवन पहने बाप है, बेटा हुए नवाब।
पेवन पहने बाप है, बेटा हुए नवाब।
संजय निराला
भस्म लगाई जिस्म पर,
भस्म लगाई जिस्म पर,
sushil sarna
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
विरह रस
विरह रस
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"बला-ए-इश्क़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
भूल हो गयी हो अगर आप से
भूल हो गयी हो अगर आप से
Shinde Poonam
घनाक्षरी- पेड़ की कृपा
घनाक्षरी- पेड़ की कृपा
आकाश महेशपुरी
प्रेम
प्रेम
Ruchika Rai
मेरा जीवन,
मेरा जीवन,
Urmil Suman(श्री)
कविता मीठी ईख सी
कविता मीठी ईख सी
RAMESH SHARMA
"यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
ਦੁਸ਼ਮਣ
ਦੁਸ਼ਮਣ
Otteri Selvakumar
सिनेमा को नई दिशा देता हरियाणा सिने फाउंडेशन
सिनेमा को नई दिशा देता हरियाणा सिने फाउंडेशन
सुशील कुमार 'नवीन'
उज्जैन घटना
उज्जैन घटना
Rahul Singh
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ज़ब्त को अपने आज़माने में
ज़ब्त को अपने आज़माने में
Dr fauzia Naseem shad
जीवन शोकगीत है
जीवन शोकगीत है
इशरत हिदायत ख़ान
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
#कविता-
#कविता-
*प्रणय प्रभात*
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मैं जी रहा हूँ जिंदगी, ऐ वतन तेरे लिए
मैं जी रहा हूँ जिंदगी, ऐ वतन तेरे लिए
gurudeenverma198
मजबूरी
मजबूरी
The_dk_poetry
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
गरीबी में सौंदर्य।
गरीबी में सौंदर्य।
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...