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18 Sep 2024 · 1 min read

हर दिल में एक टीस उठा करती है।

हर दिल में एक टीस उठा करती है।
हर टीस में एक आवाज हुआ करती है ।।
ये तो नामुमकिन है कि हर कोई बनवा दे ताजमहल ।।।
पर हर दिल में एक मुमताज हुआ करती है ।।।।

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