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11 Apr 2025 · 1 min read

अंदाज़े शायरी

किसी की काँटों भरी राह में , फूल बिछाकर देखो
उदास चेहरे पर , मुस्कान लाकर देखो I
क्यों कर जिए कोई , सिसकती सांसों के साथ
मुस्कराहट का एक समंदर सजाकर देखो II

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

1 Like · 24 Views
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Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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