Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jul 2024 · 1 min read

मेरे अंतर्मन की पीड़ा

ना समझ पाओगी,
ना जान पाओगी
मेरे अंतर्मन की पीड़ा, को तुम ।
ना पहचान पाओगी ।।

हँसती हो,
खुश रहती हो ।
ये जानकार भी,
चुप रहती हो,
मेरे अंतर्मन की पीड़ा ।।

अभी अंजान हो तुम,
मेरे इस गम से ।
जब जान जाओगी,
तब मान जाओगी ।
मेरे अंतर्मन की पीड़ा,
को भी पहचान जाओगी ।।

लेखक :– मन मोहन कृष्ण
तारीख :– 26/04/2020
समय :– 12 : 15 ( रात्रि )

1 Like · 125 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

गंगा- सेवा के दस दिन..पांचवां दिन- (गुरुवार)
गंगा- सेवा के दस दिन..पांचवां दिन- (गुरुवार)
Kaushal Kishor Bhatt
हुरियारे
हुरियारे
विवेक दुबे "निश्चल"
3186.*पूर्णिका*
3186.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
Manisha Manjari
एक अकेला जुगनू आकर कितनों को रोशन कर देगा
एक अकेला जुगनू आकर कितनों को रोशन कर देगा
दीपक बवेजा सरल
👍👍
👍👍
*प्रणय प्रभात*
आधुनिक दोहे
आधुनिक दोहे
Suryakant Dwivedi
क्यों बात करें बीते कल की
क्यों बात करें बीते कल की
Manoj Shrivastava
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
स्वाभिमानी व्यक्ति हैं चलते हैं सीना ठोककर
स्वाभिमानी व्यक्ति हैं चलते हैं सीना ठोककर
Parvat Singh Rajput
सवैया छंदों की शृंखला
सवैया छंदों की शृंखला
Subhash Singhai
एक नये सिरे से
एक नये सिरे से
Minal Aggarwal
विचार और भाव-1
विचार और भाव-1
कवि रमेशराज
I can’t be doing this again,
I can’t be doing this again,
पूर्वार्थ
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
वक्त गुजर जाएगा
वक्त गुजर जाएगा
Deepesh purohit
तुम
तुम
Rambali Mishra
'माँ'
'माँ'
Godambari Negi
धर्म पर हंसते ही हो या फिर धर्म का सार भी जानते हो,
धर्म पर हंसते ही हो या फिर धर्म का सार भी जानते हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
sushil sarna
हम सब भारतवासी हैं ...
हम सब भारतवासी हैं ...
Sunil Suman
खुद का साथ
खुद का साथ
Vivek Pandey
बुढ़ापा
बुढ़ापा
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"
" गारण्टी "
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी और मौत के बीच का फ़ासला,रफ़्ता रफ़्ता घट रहा।
ज़िंदगी और मौत के बीच का फ़ासला,रफ़्ता रफ़्ता घट रहा।
Madhu Gupta "अपराजिता"
प्रश्न चिन्ह
प्रश्न चिन्ह
श्रीहर्ष आचार्य
सुमन प्रभात का खिला
सुमन प्रभात का खिला
कुमार अविनाश 'केसर'
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
Ravi Prakash
विश्व की सबसे कम आयु की अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया: सनातन धर्म की प्रेरणा
विश्व की सबसे कम आयु की अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया: सनातन धर्म की प्रेरणा
The World News
मिलकर सृजन के गीत गाएं...
मिलकर सृजन के गीत गाएं...
TAMANNA BILASPURI
Loading...