Posts Tag: कविता 55k posts List Grid bhandari lokesh 19 Mar 2024 · 1 min read माँ तुझे फिर से माँ तुझे फिर से, मिलना चाहता हूँ फिर से इक बार तेरे साथ, जीना चाहता हूँ माँ तुझे फिर से... वो प से पापा सिखाना मुझको वो पकड़ अंगुली चलाना... Hindi · कविता 0 Share Ritu Asooja 19 Mar 2024 · 1 min read क्या छिपा रहे हो क्या छिपा रहे हो **** {कविता } * क्या छिपा रहे हो * कितना छिपाओगे *लाख छुपाओगे उजाले को 💐उजाला किसी झिर्री से बाहर आ ही जायेगा 💐💐💐💐💐💐 *जो सच... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 0 Share पूर्वार्थ 19 Mar 2024 · 1 min read रात मिलो और एक रात लिख दो, हमारे बीच अधूरी है जो, वो एक बात लिख दो, लिख दो कि प्रेम में हो तुम भी, बन्द पड़े जज़्बात लिख दो... ज़ुल्फ़... Hindi · कविता 1 Share bharat gehlot 19 Mar 2024 · 1 min read - विदाई समारोह - - विदाई समारोह - जा रहे हो आज ये आंगन छोड़कर, हे दुआ हमारी तुम सबको जग में नाम कमाओगे, अपने माता - पिता गुरुजनों का मान बढ़ाओगे, विद्यालय में... Hindi · कविता 2 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य और अमृत लगता है सत्य मुझे, येअमृत का पर्याय है है इनकी तासीर एक, और एक ही आधार है जैसे अमृत पीकर कोई, कभी नहीं मरता है सत्य भी वैंसा ही है,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 Share VINOD CHAUHAN 19 Mar 2024 · 1 min read बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज) जीवन की सच्चाई समझो क्यों फिरते हो नादान बने बीज अंकुरित अवश्य होगा पर पुनर्जन्म नहीं होगा कब सुखे पेड़ हैं हरे हुए कहाॅ॑ लहराए पौधे मरे हुए ये सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · V9द चौहान · कविता 2 7 Share Aman Sinha 19 Mar 2024 · 1 min read मेरा अभिमान उसकी एक हंसी से बगिया की सारी क्यारी खिल गयी आज हमारे उदासी घर को ढेर सी खुशियां मिल गयी दिए जलाओ ख़ुशी मनाओ फूलों का झूला तैयार करो लक्ष्मी... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक 5 Share Jeewan Singh 'जीवनसवारो' 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य खोजने जो चला मैं शास्त्रों में सत्य जीतने की शक्ति ढूंढू शस्त्रों में कभी सत्य ढूंढता ये मुखमुद्राओं में कभी ढूंढता द्रव्य मणि मुद्राओं में कभी ढूंढता हूं गुरु... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 9 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Mar 2024 · 1 min read आत्मसंवाद एक दिन मन ने प्रज्ञा से कहा , तुम हमेशा मुझ पर लगाम लगाए रखती हो , मुझे अपने मर्जी की नहीं करने देती हो , मैं उन्मुक्त रहना चाहती... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 11 Share Akshay patel 19 Mar 2024 · 1 min read युवा एक युवा ऐसा चाहिए हो भगत सिंह सा प्रेम देश को और गांधी सा त्याग हो टेरेसा सा निर्मल हृदय और चन्द्र शेखर सी आग। एक युवा ऐसा चाहिए। हो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 9 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Mar 2024 · 1 min read सोच सोच – सोच में फर्क होता है, कुछ अपनी सोच को सही समझते हैं , कुछ अपनी सोच दूसरों पर हावी करते हैं , कुछ अपनी सोच की गलतियों को... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 9 Share Akshay patel 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज डरना नहीं, रुकना नहीं आगे ही आगे जाना तुम प्रपंच हो या विध्वंश हो, बस खोज सत्य की करना तुम हूं कौन मैं, जाऊं कहां, है अस्मिता की पुकार ये।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 9 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read संकल्प क्या जीत ? क्या हार ? समय से बंधा सारा संसार , किसी दिन जीत है तो किसी दिन हार , सब नियति का चक्र है, कर मत अधिक विचार,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 8 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read मतिभ्रष्ट हे ईश्वर ! आज के मानव को ये क्या हो गया है ? वह तुम्हारे अस्तित्व को बांटकर देखने के लिए उद्यत हो गया है , उसे कौन बताऐ राम... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read प्रायश्चित क्यूँ भूला है अपनी राह पथिक ? मरीचिका के भ्रम में भटका हुआ , लालसा – वासना छद्म में अटका हुआ , तर्क को कुतर्क से नष्ट करता हुआ ,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · सलाह 1 6 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ईश्वर एक बार मुझसे यह प्रश्न किया गया कि क्या तुमने ईश्वर को देखा है ? मैंने कहा हाँ ! मैंने उन्हें मासूम बच्चों की मुस्कुराहटों में देखा है , तपती... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · अनुभूति · कविता 1 7 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read नश्वर संसार इस नश्वर संसार में ये अनुप्रीति कैसी ? जब कुछ शाश्वत नहीं तो ये अनुभूति कैसी? जब सब कुछ यहीं छोड़ जाना है तो ये बंधन कैसा ? जो बिछड़... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · जीवन सार 1 8 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िंदगी के मर्म सुख-दु:ख की धूप छांव है ये ज़िंदगी , कभी सूरज सी प्रचंड , कभी चंद्रमा सी शांत है , ये ज़िंदगी , कभी हर्ष का उत्कर्ष , कभी कल्पित धारणा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 6 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read बदलाव हर अंधेरी रात के बाद रोशन सुबह का आग़ाज़ होता है, हर ग़म के बाद फिर खुशी का एहसास होता है, ‘अमल -ए -इर्तिका में शाहकार मिटते बनते रहते है... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · सलाह 1 6 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िदादिली खुशी क्या होती है तुम ये क्या जानो , मसर्रत के लम्हों को तुम कैसे पहचानो , ज़िंदादिल इंसां औरों को खुश देख खुश होता है , उनका ग़म बांटकर... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · सलाह 1 5 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िंदगी के फ़लसफ़े वक्त बदलते , हालात बदलते हैं , बदलते हालात, एहसास बदलते हैं , बदलते एहसास, इंसां बदलते हैं, बदलते इंसां, मरासिम बदलते हैं , बदलते मरासिम, ए’तिबार बदलते हैं, बदलते... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 1 8 Share VINOD CHAUHAN 18 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज अधूरी है मंदिर में ना तो राम मिला मस्जिद में ना रहमान मिला ईसा मिला ना गिरजाघर में सत्य की खोज अधूरी है वो स्वर्ग कहाॅ॑ किसने देखा कहां इंद्रलोक है ज्ञात... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · V9द चौहान · कविता 4 14 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read वक्त लगता है चलते-चलते वक्त कुछ पीछे छूट गया , कुछ ऐसे गुजरा की कुछ पता ही नहीं चला , हम कहां थे ? कहां से कहां आ गए ? हम... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 1 9 Share मनोज कर्ण 18 Mar 2024 · 1 min read सत्य मंथन सत्यमंथन झूठ की तारीफ और सत्य का उपहास, प्रचलन बना,.. क्यूँ दोस्तों..? झूठ का सामना यदि,सत्य से होता यहाँ पर , सत्य का दामन नहीं फिर कोई थामता .. क्यूँ... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · सत्य मंथन 3 10 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read मर्दुम-बेज़ारी बड़ी-बड़ी बातों का इल्म़ बांटना बहुत आसान है , उनका ‘अमल उतना ही मुश्किल ना आसान है , हक़ीक़त में इंसानी फ़ितरत आड़े आती है , जो बनते काम को... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 1 5 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िंदगानी रिश्ते थे जो, वो टूटते चले गए , दोस्तों के साथ भी छूटते चले गए , वक्त के साथ एहसास भी बदलते गए , जब -तब हादसे , ज़ीस्त को... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 1 7 Share मनोज कर्ण 18 Mar 2024 · 2 min read सत्य,”मीठा या कड़वा” सत्य,”मीठा या कड़वा” (छन्दमुक्त काव्य) सत्य बहुत मीठा होता है, यदि खुद महसूस करें तो, अन्यथा दूसरों को इसका एहसास कराना, या दूसरे से इसका एहसास पाना दोनों ही, बहुत... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · छंदमुक्त काव्य · सत्य की खोज 2 11 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read बे-ख़ुद वक्त की दहलीज़ पर ठहरा हुआ सा एक लम्हा, हवा में लहराता हुआ सा एक बबूला, संगे -ए- राह सा ठोकर खाता हुआ, एहसास -ए- दर्द बना फ़ुगाँ होता हुआ... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 7 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read व्यक्तिगत अभिव्यक्ति बहुत कुछ सोच समझकर कहना चाहूं तो ज़ुबान पर ताले पड़ जाते हैं , अव्यक्त भावनाओं के स्वर अंतःकरण में डोलते रहते व्यक्त नहीं हो पाते हैं , लगता है... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 8 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 1 min read जीवन में दिन चार मिलें है, जीवन में दिन चार मिलें है, बीत रहे बन सांझ सवेरे । चाहे जो भी कर ले उनका, आज का पल बस हाथ में तेरे । बीता कल तो चला... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Mar 2024 · 2 min read ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है और मैं हूँ कि मुझसे झूठ ,कहा जाता नहीं है मौक़ा परस्तों की है ये दुनिया कि मुझसे झुक कर... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · सत्य 1 11 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read परिणति कुंठित भावना , निरर्थक कामना , शोषित मनुष्यत्व ,त्रस्त भंगुर अस्तित्व , छद्म लालसा, आभासी आशा, , कपटपूर्ण व्यवहार, विस्तृत अनाचार , सत्य कठोर , असत्य भावविभोर , मंतव्य कलुषित... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 Share Pratibha Pandey 18 Mar 2024 · 1 min read प्रेम #दिनांक:-18/3/2024 #शीर्षक:- प्रेम एक दस्तूर चला आ रहा है , दिल शीशे सा हर रोज तोड़ा जा रहा है, कम नहीं होने का नाम है मुहब्बत , एक मरता, दस... Hindi · कविता 5 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 1 min read राह कठिन है राम महल की, राह कठिन है राम महल की, अति श्रम करके है पाना। भले मूर्ति की पूजा उत्तम, पर उससे भी आगे जाना। हनुमत को प्रसाद चढ़ाया, दुर्गा देवी मन से ध्याया।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 Share Dr.Pratibha Prakash 18 Mar 2024 · 1 min read तुम सत्य हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो, शाश्वत तुम ही शिव अर्थ हो तुमसे ही मेरे अर्थ सारे, बिन तेरे सबकुछ व्यर्थ हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो,शाश्वत तुम ही... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 1 min read एक ही राम आब ए जम-जम पीकर देखा, गंगाजल भी पान किया। उसका रूप मिला जैसा भी, जी भर के गुणगान किया। वाहेगुरु,रब,राम,यहोवा, सबका एक सा काम मिला। अंदर झाँका एक नूर था,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 2 17 Share Jeewan Singh 'जीवनसवारो' 18 Mar 2024 · 2 min read सच सच-सच बताना 'सच' का सच वत्स- सच-सच बताओं 'सच' तुम सामने क्यों नही आते। ढूंढते ही रह जाते तुम्हें पता नही तुम कहाँ छुप जाते। धरा-आकाश-पाताल ब्रह्मांड ढूँढते पता नही तुम कहा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 2 10 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 2 min read सब अनहद है जिसने सूरज चाँद बनाया, धरा गगन ब्रह्मांड बनाया। जिसने सुमन सुंगन्ध भरा है, जिससे तरु तृण हरा हरा हैं। अनन्तक्षितिज तक जो भी हद है। और नहीं कुछ सब अनहद... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 1 min read एक ही तारनहारा मंदिर,मस्ज़िद या गिरजाघर, या गुर का गुरुद्वारा। वही एक रब सब नीं थाई। एक ही तारनहारा। केवल मन में बहम भरा है, लगता तेरा मेरा। मानव बांट लिया उस प्रभु... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 Share Dr. Mulla Adam Ali 18 Mar 2024 · 1 min read मन्नत के धागे बांधे थे मैंने, मन्नतों के धागे तुम्हें पाने के लिए।। सजदे किए थे दरगाहों पर, तुम्हारा हो जानें के लिए।। कभी समझ ही नहीं पाया कोई हकीकत हमारी अनजान ही... Hindi · कविता 1 10 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read आत्ममंथन कुछ तो है अंदर छुपा हुआ , जो हम अब तक जान न पाए, खुद के अंदर झांककर ,अभी तक पहचान ना पाए, इधर उधर ढूंढते रहे , कहां छुपा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 8 Share Dr MusafiR BaithA 18 Mar 2024 · 1 min read नित्यता सत्य की जीवन अगरचे नित्य सत्य है तो मरण भी अटल अकाट्य सत्य है आँखिन देखी को साखी लो लो अनुभव को प्रमाण तो जीवन मरण के सच से परे धर्म की... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Mar 2024 · 2 min read सत्य सत्य सत्य के एक छोर पर पुरुष है, तो दूसरे छोर पर स्त्री सत्य के एक छोर पर पौरुष है, तो दूसरे छोर पर स्त्रीत्व सत्य का एक छोर जीवन... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · सत्य · सत्य की खोज 2 13 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Mar 2024 · 1 min read सत्य का संधान सत्य का संधान सत्य का संधान सत्य का संधान तमस से ज्योति की ओर एक यात्रा अन्धकार से प्रकाश की ओर प्रस्थान कुत्सित विचारों का अंत कर सदविचारों का आत्मसात... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · सत्य की खोज 2 11 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Mar 2024 · 1 min read "शिष्ट लेखनी " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= कवि की कल्पनाओं से कोई कविता निकलती है लिखे जाते हैं कागज पे वही एक बात होती है बड़ी शालिनताओं से कवि कोई बात कहता... Hindi · कविता 5 Share Dr MusafiR BaithA 18 Mar 2024 · 1 min read सच की मिर्ची सच है कि राम कृष्ण झूठ है देवी देवता झूठ है अल्ला ईश्वर झूठ है झूठ की खेती है धार्मिक विश्वास सगरे इसके नाम पर मानवी आडंबर सारे, व्यर्थ के... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · काव्य प्रतियोगिता · सत्य की खोज 1 13 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 18 Mar 2024 · 1 min read मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई..... बैठे-बैठे मन से एक दिन, एक आवाज आई मैं कौन हूँ ? मेरा कौन है? सोच तो मेरे भाई जो नित्य है, वो मैं हूँ , जो है अनित्य, नही... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 15 Share sheema anmol 18 Mar 2024 · 1 min read आजकल सुनो न, पहले दिल की आवाज़ थी, दिल में आई जो बात, मैं छुपा कर चली आई l आजकल... दिल है बड़ा बदतमीज, किसी पर भी आ जाता है l... Poetry Writing Challenge · कविता 6 Share sheema anmol 18 Mar 2024 · 1 min read कप और ग्रिप मैं कप हूँ, तू मेरा ग्रिप है l मैं चाय हूँ, तू मेरा सिप है l मैं कड़क चाय, तू स्वाद है मेरा l मैं सुबह हूँ, तू महकता गुलाब... Poetry Writing Challenge · कविता 6 Share sheema anmol 18 Mar 2024 · 1 min read बस यूँ ही #बस_यूँ_ही____ अरे घाव तो ताज़ा, हो गए l कोई अपने ही है, जिसने दिए है l कोई गैर तो, ही नहीं सकता l कोई बहुत ही प्यारा था, जिसने दिए... Poetry Writing Challenge · कविता 6 Share Page 1 Next