कुछ कदम मैं चलूँ, कुछ दूरियां तुम मिटा देना,
कुछ कदम मैं चलूँ, कुछ दूरियां तुम मिटा देना, ख़ामोशियों भरी जो तस्वीर है, उसे शब्दों से सजा देना। अधूरी ख़्वाहिशें जो, बेहोशी की चादर तले सोई हैं, नए कुछ...
Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी