Posts Tag: कविता 60k posts List Grid Previous Page 3 Next Shyam Sundar Subramanian 8 Nov 2024 · 1 min read तहक़ीर जाहिलों के हुज़ूम में ख़िरद की क़ीमत कहाँ ? हैवानियत के आलम में हमदर्दी की शु'आ' कहाँ ? चोरों के बाज़ार में ईमानदारों का वुजूद कहाँ ? बे-हयाई की महफ़िल... Hindi · कविता 21 Share डी. के. निवातिया 8 Nov 2024 · 1 min read मुक्तक !! मुक्तक !! मिलाये जो नज़र उससे, निगाहें वो चुराता है, ज़माने भर हमारे नाम की कसमें उठाता है ! करे किस से शिकायत अब गुनाहों की सनम के हम,... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 21 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read कतेए पावन कतेए दूरि,कतेए पावन! स्नेह सँ सजल, अविरल प्रवाह! अंग अंगनाक, माटि से महकल, जाहिमे समाए जगह जननी सीता !! गंगा सँ निर्मल, हिमालय सँ उच्च, प्राकृतिक तखन धरती सँ जुड़ल!... Maithili · कविता 23 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read नमन करू नमन करूँ तोहे ,भव्य अम्बर, जत वैदिक ध्वनि गुंजित होइछ, अंतर मोनहि ज्योतिर्मय मंत्रक आभा, अनंत सत्यक रेखांकित,देवीक धारा । यैह भू, यैह पवन, यैह दिव्या अग्नि जोति, सभ नमन... Maithili · कविता 23 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read चेतावनी सुनो विदेह!शस्त्र उठाय, काटिल वन को , बुद्धिक ज्ञानक दीप जराय, दानव धारा ताहि से बचाय ! चलू वैदिक ओहि ओर मगध को अंधकार सब छोरि जाय। राज भवन छोरय... Maithili · कविता 17 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read छठि अतहुँ अहि गाममे, सुरभित पुष्पक खान देखे, गगा केर किनारा बैसल , स्नेहिल ममता दुलार देखे। सराबोर गंगा धार देखे, तरेगन कऽ निहार देखे, टिकुली साजल नारी केर, साधिक सुखद... Maithili · कविता 20 Share Dr. Man Mohan Krishna 8 Nov 2024 · 2 min read रूठी किस्मत टूटी मोहब्बत आगे सफर था, और पीछे हमसफर । रूकते तो सफर छूट जाता, और चलते तो हमसफर छूट जाता ।। मंजिल पाने की भी हसरत थी, और उनसे भी हमारी मोहब्बत... Hindi · कविता 72 Share Amber Srivastava 7 Nov 2024 · 1 min read “मिट्टी"। सीमित मेरी सोच थी शायद, समझता था मिट्टी को बेकार, मिट्टी की सोंधी ख़ुशबू से अब, मैं करने लगा हूं प्यार, इस मिट्टी ने मुझे अपनाया ऐसे, की मिला जीवन... Hindi · कविता 22 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Nov 2024 · 1 min read सांसों का क्या ठिकाना है तेरे साथ हर पल बिताना है सांसों का क्या ठिकाना है ना रुक थक हार कर के ना बैठ मन मार कर के हर हाल में चलते जाना है सांसों... Hindi · कविता 36 Share Chitra Bisht 7 Nov 2024 · 1 min read गुजरी जो बीती गलियों से गुजरी जो बीती गलियों से हर पगडंडी बोल उठी खेत की मेड़, नए पुराने पेड़ कुछ पहचाने कुछ अंजान से बहती हवा ने दी शिकायत भारी थपकी कल कल करती... Hindi · कविता 15 Share श्रीहर्ष आचार्य 7 Nov 2024 · 1 min read यमुना के तीर पर यमुना के तीर पर छठ की छटा, अमृत-ज्योति की ऐसी प्रभा। भोर की बांसुरी गूँज उठी, कुसुम-से जोड़े में प्रीति सजी। जल में अग्नि का यह मिलन, धरती-आकाश का हुआ... Hindi · कविता 25 Share Bindesh kumar jha 7 Nov 2024 · 1 min read एक नया रास्ता एक नया रास्ता यह कहाँ ला दिया है, जहाँ अंतरिक्ष सा अंधकार है, आगे चमकता सूरज है, तो पीछे काला संसार है। दो कदम आगे बढ़ता हूँ तो ऊष्मा साहस... Hindi · Best Hindi Poetry · Bindesh Jha Poet · Bindesh Kumar Jha · कविता 21 Share Saraswati Bajpai 7 Nov 2024 · 1 min read खो गई लय खो गई है लय मेरी कविताओं से भी आँधियाँ कुछ जोर इतनी है चलीं। रिहा होकर जिल्द से, उड़ गए पन्ने सभी एहतियातन जो किताब थी कभी मन ने लिखी।... Hindi · कविता 22 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 Nov 2024 · 1 min read ताल -तलैया रिक्त हैं, जलद हीन आसमान ताल -तलैया रिक्त हैं, जलद हीन आसमान कण्ठ सूखते वनपांखी के, संकट में है प्राण!! ©️🖊️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · कविता 24 Share Dushyant Kumar 7 Nov 2024 · 1 min read *कैसा है मेरा शहर* *कैसा है मेरा शहर* जेपीनगर नाम था पहले, मुरादाबाद का था हिस्सा। अमरजोधा ने किया था शासन, पुराना है इसका किस्सा। रोहू आम से नाम पड़ा है, अमरोहा है इसका... Hindi · कविता 21 Share Chitra Bisht 7 Nov 2024 · 1 min read पिता की व्यथा ख़ूबसूरत हसीन जवान था लोगों में बङा नाम था आदर्श पुत्र, भाई और पिता परिवार के लिए जीता और मरता उम्र के उस पड़ाव पर जब उम्र महसूस होने लगे... Hindi · कविता 21 Share Dr. Kishan tandon kranti 6 Nov 2024 · 1 min read थरमस (बाल कविता) ये जादू नहीं विज्ञान है, नए दौर का ज्ञान है। रंग- रूप बोतल सा, थरमस इसका नाम है। गरम को गरम रखना, थरमस का काम है। दूध रख लो या... Hindi · कविता 2 3 24 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Nov 2024 · 2 min read वो तो मां है जो मुझे दूसरों से नौ महीने ज्यादा जानती है न जाने किन-किन तकलीफों से गुजर जाया करती है, नौ महीने दर्द सहकर मां होने का फर्ज़ अदा करती है!! नादां हैं हम जो समझ नहीं पाते हैं क़ीमतें उसकी,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मां ❤️ · मां की ममता 17 Share Dr. Rajeev Jain 6 Nov 2024 · 1 min read खोखले शब्द खुदा तू भी, बातें तो बड़ी अच्छी करता है, फिर भी मुझे मेरी क़िस्मत पर छोड़ देता है l मुझको बचा लेगा, इस आस से आया था तेरे पास ,... Hindi · कविता · खुदा · ग़ज़ल · राजीव · सांगरी 28 Share पंकज परिंदा 6 Nov 2024 · 1 min read देश की अखण्डता देश की अखण्डता को, चाहिए सशक्त रक्त, देह में "भगत" जैसी जान होनी चाहिए...!! हिंदी हिन्दू हिंद और एक राष्ट्रगान अब देश की ही चारों ओर शान होनी चाहिए...!! प्रेम... Hindi · कविता 17 Share rubichetanshukla 781 6 Nov 2024 · 1 min read अपूर्णता में पूर्ण है जो , प्रेम पथ पर चला जो , वह कभी रुका नही । वो प्रेम ही क्या जो , वक्त के साथ बदल गया। अपूर्णता में भी जो पूर्ण है। वह असीम... Hindi · कविता 1 30 Share नूरफातिमा खातून नूरी 6 Nov 2024 · 1 min read हम से भी ज्यादा हमारे है आप दिल में रहते प्यारे हैं हमसे भी ज्यादा हमारे है बोली कानों में रस घोले मुखड़ा तो चांद सितारे हैं आंखें जगमगाया करती है हम दिल के हाथों हारे... Hindi · कविता 21 Share Neeraj Agarwal 6 Nov 2024 · 1 min read शीर्षक - सोच आपकी हमारी शीर्षक - सोच आपकी हमारी ********************** जिंदगी में हम कर्म करते हैं। दूसरों का भला या बुरा करते हैं। फल तो निश्चित कर्म का मिलता हैं। आपकी हमारी सोच कर्म... Hindi · कविता 2 1 24 Share rubichetanshukla 781 6 Nov 2024 · 1 min read तिरस्कार .........तिरस्कार...... युगो युगो से सहती नारी, अपनों से तिरस्कार। शस्त्र से ज्यादा शब्दों का, होता मन पर आघात। दोष भले ही न हो उसका, फिर क्यो वह दोषी कहलाती है।... Hindi · कविता 2 23 Share Shashi Mahajan 5 Nov 2024 · 1 min read सही कदम यदि रचियता है कोई महान गणतिज्ञ तो मैं कैसे मान लूँ मेरे सही काम मुझे ले जायेंगे गलत मंजिलों पर यह और बात है कि सत्य और असत्य के बीच... Hindi · कविता 25 Share Satish Srijan 5 Nov 2024 · 1 min read छठ पूजा छठ पूजा छठ की पूजा की सारी महिमा शास्त्र हमें बतलाते हैं। छठ देवी का अर्चन कर जन मनवांछित फल पाते हैं। वैदिक काल से चला आ रहा है यह... Hindi · कविता 1 1 45 Share Surinder blackpen 5 Nov 2024 · 1 min read हर शख्स उदास है हर शख्स तन्हा,हर शख्स उदास है। सागर को लगी ,जन्मों की प्यास है। ग़म इस तरह बैठे हैं मुझे घेर कर खुशियां बैठी है मानो मुंह फेर कर। हिस्से में... Hindi · कविता 26 Share Chitra Bisht 5 Nov 2024 · 1 min read मनमानी करते नेता मनमानी करते नेता मनमर्जियों का राज है कहने में क्या जाता है यहां जनता राज है बड़े बड़े वादे कपट से भरे इरादे मासूम जनता को साधे सुना झूठ सच... Hindi · कविता 21 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 4 Nov 2024 · 1 min read *इश्क़ की आरज़ू* माना की हूरों की हूर है वो और ये भी सच है कि रहती अभी मुझसे दूर है वो है नहीं उसको परवाह मेरे दिल की जाने किस नशे में... Hindi · Hindi Kavita · Poetry · Sahity · कविता · ग़ज़ल 3 2 175 Share Neeraj Agarwal 4 Nov 2024 · 1 min read दीप का सच शीर्षक - दीप का सच **************** 🪔 *दीपावली के बाद भी चंद दीपक जला के रखना।*🌹 हर एक दिन आप और हम दीप जलाएं....... जीवन और जिंदगी में आशाओं राह... Hindi · कविता 1 29 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Nov 2024 · 1 min read हस्ती झूठ के इस बाज़ार में सच कहाँ से खरीदोगे ? जहाँ इंसां की कद्र नहीं वहाँ , इंसानियत कहाँ से जगाओगे ? मौक़े' की तलाश में हो फ़रेबी फ़ितरत जहाँ... Hindi · कविता 30 Share Mamta Rani 4 Nov 2024 · 1 min read भाई दूज माथे पे चन्दन का टीका भाई के सर पर जचता है हो भाई की दीर्घायु दिल यही कामना करता है सुख समृद्धि आये जीवन में नित खुशियों का सवेरा हो... Hindi · कविता 28 Share Satish Srijan 3 Nov 2024 · 1 min read स्पर्श पारस करे स्पर्श तो कुधातु भी कुंदन बने। चिता की राख शम्भु को, स्पर्श कर चंदन बने। स्पर्श राम ने किया, पाषाण से नारी बनी। स्पर्श कृष्ण का हुआ, तो... Hindi · कविता 1 43 Share Jeewan Singh 'जीवनसवारो' 3 Nov 2024 · 1 min read प्रदूषण रुपी खर-दूषण वो गंदगी का साथ निभाता चला गया हर फिक्र को धुएं में उडा़ता चला गया वो गंदगी का साथ निभाता चला गया... बर्बादीयों का शोर मचाना फिजूल था वो प्रदूषण... Hindi · कविता 26 Share Shashi Mahajan 3 Nov 2024 · 1 min read क़ानून हमारे प्यार पर लगाया , ठप्पा उसने कानून का न जाने कब , क्यों , हम उसके मोहताज़ हो गए। तूने बनाया कानून , अपनी सहूलयतों के लिए न जाने... Hindi · Https://youtu.be/zONa5w53n6Q · कविता 29 Share Neeraj Agarwal 2 Nov 2024 · 1 min read एक सच एक सच* कह रहे हैं। सच तुमको *बताना* हैं। आपका अपना क्या हैं। सांसों का पता नहीं हैं। शरीर और धन संपत्ति हैं। परन्तु *संतुष्ट और संतोष* नहीं हैं। **********... Hindi · कविता 39 Share Sudhir srivastava 2 Nov 2024 · 2 min read नवरात्रि विशेष - असली पूजा आप सभी माँ भक्तों को बहुत बहुत बधाइयां शुभकामनाएं, सुख शान्ति, समृद्ध और स्वास्थ्य का उपहार पाएँ, नाचें-गाएँ, खुशियों का संसार सजाएँ। पर माँ का भी कुछ मान बढ़ाएँ माँ... Hindi · कविता 1 23 Share Sudhir srivastava 2 Nov 2024 · 1 min read संतोष विद्यार्थी जी के जन्मदिन पर जन्मदिवस पर आपको दादा बस इतनी सी शुभकामना है, आप की छत्रछाया सदा रहे ईश्वर से बस यही प्रार्थना है। बधाइयां शुभकामनाओं की औपचारिकता मैं कैसे निभाऊँ, आपका हस्त हो... Hindi · कविता 25 Share Awadhesh Kumar Singh 2 Nov 2024 · 1 min read औरत.....? औरत दादी है, माँ है, पत्नी है और बेटी है। औरत अपने लिए नहीं सबके लिए जीती है॥ सुबह से लेकर शाम तक दिन रात परिश्रम करती है, गिला नहीं... Hindi · कविता 26 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Nov 2024 · 1 min read नवसंकल्प आओ नवदीपमालाओं के इस पावन उत्सव में हम परस्पर सौहार्द ,प्रेम एवं संवेदना का भाव जन-जन के हृदय में जगायें , मनस में आच्छादित क्रोध , वैमनस्य , एवं घृणा... Hindi · कविता · संदेश 33 Share Padmaja Raghav Science 1 Nov 2024 · 1 min read भूलभूलैया रिश्तों की भूलभूलैया हर रिश्ता प्रश्न चिह्न उम्मीदों की दरकार लिए खड़ा राह के हर गलियारें में, भूलभूलैया आखिर क्यों ? क्यों हर रिश्ता स्वार्थ के आगे भूल जाता है... Hindi · Musafir · Padmajarathoreraghav · कविता 2 2 97 Share श्रीहर्ष आचार्य 1 Nov 2024 · 1 min read सुनो मैथिल! अब सलहेस कहाँ! सुनो मैथिल! अब सलहेस कहाँ, वीर कथा की वह हुंकार कहाँ? हरियाली में फूलों की गंध नहीं, माटी में अब वो रंग नहीं। जिस धरती पर गूंजते थे, सलहेस के... Hindi · कविता 19 Share Surinder blackpen 1 Nov 2024 · 1 min read हर शख्स तन्हा हर शख्स तन्हा है ,शहर की इस भीड़ में जैसे उड़ जाये बच्चे,छोड़ के चिड़िया नीड़ में। अपनी बेतहाशा हसरतों को तू दे दे लगाम। कितनी ख्वाहिशों, ख्वाबों का हुआ... Hindi · कविता 20 Share Santosh kumar Miri 1 Nov 2024 · 1 min read दीपोत्सव *दीपोत्सव* दीप से दीप जले दीपक से आंगन सजे। दिमाग में बहीखाता दिल को भाए , दिल्ली की बताशा दीवाना बनाए। दनादन बम पटाखें दीवानगी मेरी फुलझड़ी से दिवाली हैप्पी... Hindi · कविता 24 Share Santosh kumar Miri 1 Nov 2024 · 1 min read भाई दूज *भाई दूज* आज भाई दूज है, भाई-बहन में प्यार है। बहन सजाती है मेहंदी से हाथ भाई बहन का हर पल साथ भाई-बहन, मिलकर त्योहार मनाते हैं। तिलक मिठाई का... Hindi · कविता 26 Share manorath maharaj 1 Nov 2024 · 2 min read एक नस्ली कुत्ता लेकिन उस दिन जब घंटी बजाई, भौं-भौं जैसी कोई आवाज नहीं आई। सोचने लगा आखिर क्या बात है, टाईगर ने रौद्र गर्जंन क्यों नहीं सुनायी ? अंदर गया तो देखा... Hindi · कविता 29 Share अरविन्द व्यास 1 Nov 2024 · 1 min read इश्क लगातार तार तार है l इश्क लगातार तार तार है l वो हुश्न बड़ी तेज कटार है ll कई कई पट्टियां चिपकी है l दिल पर ही वार बार बार है ll टाँगे घायल कमर... Hindi · कविता 16 Share Shashi Mahajan 1 Nov 2024 · 1 min read कुछ और शेर वो घाव इतना गहरा गहरा था , कि सारे घाव भर गए प्रश्न सारे जिंदगी के , यूँ ही हल हो गए। मन में हज़ार बातें हैं , जो मांगती... Hindi · Https://youtu.be/yqaJO8iyGVE · कविता 23 Share Satish Srijan 31 Oct 2024 · 1 min read घर घर मने दीवाली राम अवध में आज आये हैं, दीपावली मनाओ। राम नाम की पूजा करके, हर्षाओ सुख पाओ। एक दीप देहरी पर रख दो, मिटे भवन अंधियारा। मन मोखा पर नाम दिया... Hindi · कविता · दिवाली 49 Share सोनू हंस 31 Oct 2024 · 1 min read फिर जल गया दीया कोई दूर कहीं निशीथ में एक तारा टिमटिमाया फिर और एक और फिर एक इस तरह गगन भी मानो दीवाली पर चिरागे-रोशन कर जहाँ को बधाई दे रहा था वहीं उमंग... Hindi · कविता 19 Share Previous Page 3 Next