Posts Tag: कविता 60k posts List Grid Previous Page 4 Next सोनू हंस 31 Oct 2024 · 1 min read फिर जल गया दीया कोई दूर कहीं निशीथ में एक तारा टिमटिमाया फिर और एक और फिर एक इस तरह गगन भी मानो दीवाली पर चिरागे-रोशन कर जहाँ को बधाई दे रहा था वहीं उमंग... Hindi · कविता 19 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 31 Oct 2024 · 1 min read दीवाली विशेष कविता दीपावली की रौनक लाए सभी को एक साथ खुशियों के रंग बिखरे छाए हर ओर उल्लास। घर-२ में दीप जलें मनाए मिलकर सब त्योहार पटाखों का शोर गूंजे हर्षाए सब... Hindi · SilentEyes · कविता 1 32 Share Sudhir srivastava 31 Oct 2024 · 1 min read जीवन का लक्ष्य जीवन का लक्ष्य निर्धारित कीजिए उसके लिए किसी और पर आश्रित मत रहिए, ये जिंदगी आपकी है तो फिर इसकी बागडोर अपने हाथ ही रखिए। सिर्फ लक्ष्य का नाटक मत... Hindi · कविता 1 29 Share Bodhisatva kastooriya 31 Oct 2024 · 1 min read दीपोत्सव दूर करो अंतस का तिमिर, प्रकाशमान करो अंधियारा! है आज मंगल दीपोत्सव , करो सफल मन उजियारा!! समुद्र मंथन से हुआ आगमन, हुए मगवन धन्वतरि अवतीर्ण! स्वास्थ्य,संतोष,समर्पण कलश है जीवन... Hindi · कविता · गीत 24 Share Satish Srijan 31 Oct 2024 · 1 min read ये कैसी दीवाली ये कैसी दीवाली ------------------ राम आज यदि अवध में आते, यही हमें समझाते। सही अर्थ क्या दीवाली का, विधिवत हमें बताते। स्वागत में बहु दीप जलाओ दीपावली मनाओ। लेकिन बारूदी... Hindi · कविता · दिवाली 40 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 31 Oct 2024 · 1 min read *"आशा"-दीप" जलेँ..!* पावन पर्व, प्रकाश, पुरातन, उर से, वरण करें, वँचित, शोषित, पीड़ित सँग भी दो पग आज चलें। इक निर्धन की कुटिया का भी कुछ तो ध्यान धरें, प्रेम, सदाशयता, करुणा,... Hindi · कविता 9 15 208 Share सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 31 Oct 2024 · 1 min read आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔 🪔🪔🪔🪔🪔 आओ मिलकर दीप जलाएं। घर-घर औ’ सब द्वार-द्वार तक, अपनापन की लौ लपटाएं। आओ ऐसा दीप जलाएं। 🪔 दीपक,बाती जल जाने दो! तिमिर-तार सब गल जाने दो, मृत को... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindipoem · कविता · दिवाली 54 Share श्रीहर्ष आचार्य 31 Oct 2024 · 1 min read पर्णकुटी केर दीपोत्सव पर्णकुटी केर दीपोत्सव पर्णकुटी मे एकसी बैसी, बैदेही केर दिव्यरूप। अन्हार वनक बीच भँवर, भक्ति केर अमिट प्रीत अधीर। ओ रूप निहार रहल नभ, नयन में शक्ति संजोने राजदुलारी। प्रेम-बैराग्यक... Maithili · कविता 33 Share Dr Meenu Poonia 30 Oct 2024 · 1 min read " मुझे नहीं पता क्या कहूं " " मुझे नहीं पता क्या कहूं " मुझे नहीं पता क्या क्या लिखूं मैं आज परेशान परेशान सी मैं क्यों रहने लगी हूं , एड़ी से चोटी तक बदन दर्द... Hindi · Dr Meenu Poonia · कविता 1 33 Share Shashi Mahajan 30 Oct 2024 · 1 min read आँसू आंसुओं के भी कितने रंग होते हैं बच्चा रोता है खिलौने के लिए लड़की रोती है आज़ादी न मिलने पर लड़का रोता है नौकरी न मिलने पर पत्नी के आंसू... Hindi · Https://youtu.be/LX9ild4xL0E · कविता 22 Share Dr.Pratibha Prakash 30 Oct 2024 · 1 min read कविता के शब्द शब्द ये कविताएं क्या हैं केवल सुर शब्दों की सरिता है करें प्रज्ज्वलित हृदय चेतना ये पावन सविता है ये लय वद्ध कहीं प्रार्थना, कहीं पूजा आराधन है कहीं योग... Hindi · कविता · गीत 23 Share Dr. Kishan tandon kranti 30 Oct 2024 · 1 min read "औरत " बुनियाद है, चट्टान है मीनार है औरत, इस मुल्क की हर तहजीब का आधार है औरत, आदम की तरक्की की ये छत जिस पर रखी है उस छत को सम्हाले... Hindi · कविता 2 2 27 Share Sandeep Thakur 30 Oct 2024 · 1 min read बहते पानी पे एक दरिया ने - संदीप ठाकुर बहते पानी पे एक दरिया ने अपनी लहरों से लिक्खे अफ़्साने बादलों में समेट के बारिश अश्क धरती के लाई लौटाने काग़ज़ी फूल की महक का सच ये देहाती परिंदा... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 165 Share Chitra Bisht 30 Oct 2024 · 1 min read जाना था जाना था, जाना चाहिए था चली जाती तो अच्छा था शायद और काश से उबर कर तेरे साथ हो जाती तो अच्छा था सोचने से सब बिगड गया जिन्दगी का... Hindi · कविता 18 Share अरविन्द व्यास 30 Oct 2024 · 1 min read धडकन तडपन भारी भारी है । धडकन तडपन भारी भारी है । हुश्न की चली, आरी आरी है ।। अब इश्क की कमाई जारी है । दिल कहे हालात बेचारी है ।। उल्फत एक इबादत पारी... Hindi · कविता 1 30 Share Sudhir srivastava 29 Oct 2024 · 2 min read भारत माता अभिनंदन दिवस अब यह बताने का कोई मतलब तो नहीं कि ग्यारह सितंबर अठारह सौ तिरानबे को शिकागो विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानन्द जी ने महज दो मिनट के अपने भाषण... Hindi · कविता 1 20 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Oct 2024 · 1 min read श्मशान श्मशान के मौन में झिलमिलाती चिता की लपटें, धुएं की लहरों में विलीन होती एक कहानी, जिसे शायद किसी ने सुना ही नहीं। काली राख की चादर तले दबे हैं... Hindi · कविता 24 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Oct 2024 · 1 min read दीपउत्सव रात के तले तलित में सितारे, धरती पर जले दीपों के सहारे। हर आँगन में उजियारा आया, अंधेरे ने सिर अपना झुकाया। मिट्टी के दीप मुस्काते हैं, जगमगाते, उम्मीदें जगाते... Hindi · कविता 20 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Oct 2024 · 1 min read बीना दास एक अग्नि कन्या जब भी राजनीति के दुर्भाग्य का जिक्र किया जाएगा महान महिला क्रांतिकारियों को भुला दिया जाएगा बनी हजारों चलचित्र संगीत संग चरित्र श्रंखलाएं नहीं मिलती इन चिंगारियों की जलती हुई... Hindi · कविता 20 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Oct 2024 · 1 min read नौ दिन छलने के लिए देवता ही आखिर दैत्य बेचारे लड़ते रहे और मरते रहे साधन करते रहे नित साधक रचते रहे वेद ऋषि व्यापक ज्ञान बिकता रहा स्त्री लुटती रही छली... Hindi · कविता 1 17 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Oct 2024 · 1 min read माँ माँ याद मुझे वो दिन आया, पी जी आई में देखी काया अभी प्रसव से पुत्र जना, अभी माँ को बाहर लाया चिपका हुआ माँ के स्तन में, माँ अचेत... Hindi · कविता 1 25 Share Mamta Rani 29 Oct 2024 · 1 min read कान्हा कान्हा तेरे बिन ये जीवन सूना - सूना है तड़प है दिल में ,राधा का मन टूटा -टूटा है यादें तेरी तड़पाती , दिल को है रूला जाती आँखों में... Hindi · कविता 30 Share Sudhir srivastava 29 Oct 2024 · 3 min read जीवन का आइना अब से कुछ पल पहले तक सब कुछ ठीक ठाक था, घर परिवार के सब लोग अपने में मगशूल थे पड़ोसियों रिश्तेदारों को तो कुछ पता भी न था शायद... Hindi · कविता 1 36 Share Chitra Bisht 29 Oct 2024 · 1 min read बाहर का मंज़र है कितना हसीन बाहर का मंज़र है कितना हसीन मुस्कुराते चेहरे खिलखिलाती हॅसी रंगों में नहाई हसीना खुशबू में डूबा समा अदभुत ये दुनिया सजीली, रंगीन बाहर का मंज़र है कितना हसीन अंदर... Hindi · कविता 25 Share Kalamkash 29 Oct 2024 · 1 min read अपने उरूज-ओ-ज़वाल को देख, अपने उरूज-ओ-ज़वाल को देख, है ज़िन्दगी क्या ये सोचता हूँ, खुदसे क़लह है, ख़लिश है ऐसी, खुद चेहरा अपना नोचता हूँ। Hindi · Poem · Quotation · कविता · ग़ज़ल · दोहा 37 Share Pratibha Pandey 29 Oct 2024 · 1 min read होकर उल्लू पर सवार। #दिनांक:-29/10/2024 #शीर्षक:-होकर उल्लू पर सवार। होकर उल्लू पर सवार , चली लक्ष्मी हर घर-द्वार। यश, धन की करने बरसात, अनिल मंद स्वर गाए मल्हार । सोने का रथ,रजत पालकी, रथ... Hindi · कविता 28 Share Divakriti 29 Oct 2024 · 1 min read जीवन के पहलू नदियों में, खूब बाढ़ भी आती है लेकिन वह दरिया फिर, शांत भी तो हो जाती है । आस्मान में आँधी तूफान भी आता है लेकिन फिर मौसम वह शांत... Hindi · कविता · जीवन 2 53 Share लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा 29 Oct 2024 · 1 min read मिट्टी के दीए दीपों से सजी अमावस की रात, सुन्दर रंगोली और झालरों के साथ, थालियों में सजी स्वादिष्ट पकवान, दीवाली लाती परिवारों को साथ। कहीं फुलझडियां तो कहीं गगन चूमते पटाखे, बच्चे... Hindi · Quote Writer · कविता 1 39 Share Shashi Mahajan 29 Oct 2024 · 1 min read विकल्प बूंद तेरे पास विकल्प इतना है तुझे सागर की लहर या फिर बादल बनना है । शशि महाजन - लेखिका Hindi · Https://youtu.be/qNqq386pSmU · कविता 22 Share हरीश पटेल ' हर' 29 Oct 2024 · 1 min read दीपावली का पर्व महान भारत है यह शिष्ट सभ्यता संस्कृति की पहचान। इसी कड़ी में चलो मनाएं दीपावली का पर्व महान। जग यह जीत सके वह शक्ति, पत्थर बोल उठे ,वह भक्ति । सहज... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 77 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम प्रेम का मन कविता है इसका देह कविता की अभिव्यक्ति रचता रहा है एक कथा सुख से सुंदर या विचलित होकर व्यथा। नेह प्रफ़्फुलित हो तो परवाह चिंतित हो... Hindi · कविता 25 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read मृत्यु आते हुए मृत्यु आते हुए ------------------- पूर्णिमा शनैः शनैः कण-कण क्रन्दन करके हो जाता है अमावस। जीवन का लम्हा-लम्हा अफसोस करते हुए हो जाता है निष्कासन। देह में कुछ बदलता है। मन... Hindi · कविता 26 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read मेरी अनलिखी कविताएं मेरी अनलिखी कविताएं --------------------------- वह प्रारम्भिक युग था, सभ्यताओं में संस्कृतियाँ विकसित हुई थी। ध्वनियों से विकसित हो चुके थे स्वर। स्वर से भाषा। चाँद का सौन्दर्य अनकहा था। मेरा... Hindi · कविता 29 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read मैं अपनी कहानी कह लेता मैं अपनी कहानी कह लेता -------------------------------------- खगोलीय घटनाओं में श्याम विवर की कथा उजाले में होता हुआ अँधेरे में गुम है। यह है स्थापित सत्ता की सत्ताहीनता की व्यथा। विवर... Hindi · कविता 29 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read मैं बहुत कुछ जानता हूँ मैं बहुत कुछ जानता हूँ ----------------------------- जिन्दगी, मैं बहुत कुछ जानता हूँ तेरा हर अतीत, तेरा हर भविष्य। तुमने मेरा वर्तमान नहीं जिया, वह भी। किन्तु,मैंने तुझे पूरी संवेदना से... Hindi · कविता 26 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read मैं मजदूर हूँ मैं मजदूर हूँ ------------------- कहते हैं मैं एक मजदूर हूँ ये सारे लोग। विद्रोह नहीं कर पाते हैं क्योंकि, हमलोग। श्रम करते तो सब हैं,स्वेद बहता किन्तु,हमारा। तेरे श्रम में... Hindi · कविता 25 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read यहाँ गर्भ जनता है धर्म यहाँ गर्भ जनता है धर्म ------------------------------ गर्भ में शिशु पलते हैं वर्ण नहीं, जातियाँ नहीं। गर्भ से अश्रद्धा नहीं की जाती तथा निन्दा नहीं। शिशु,स्वरूप हैं रचना का। वाहक काल-रूप... Hindi · कविता 24 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read युद्ध का परिणाम युद्ध का परिणाम -------------------------- युद्ध का परिणाम विजय नहीं है। सिर्फ एक गौरव का दलन है। एक अहंकार का प्रदर्शन है। व्यक्तित्व में समाहित अमानुषिक प्रवृति का उद्भ्रांत उद्बोधन है।... Hindi · कविता 16 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read युद्ध का रास्ता युद्ध का रास्ता ---------------------- आक्रमण देता है युदध को रास्ता। इतिहास पलटो,देखो,तुम्हें मेरा वास्ता। भौतिक तो भौतिक मानसिक तो मानसिक युद्ध तो होता युद्ध ही है। चाहे हारा हुआ हो... Hindi · कविता 22 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read रौशनी मेरे लिए रौशनी मेरे लिए ---------------------------------------------------- हिस्सेदारी चाहना गुनाह नहीं है मुझे चाहिए रौशनी। जंगलों के बीच फंसा हुआ मैं मृतवत चाहिए ही संजीवनी। अंधेरे कोने में सिमटा हुआ हर छोर पहाड़ी... Hindi · कविता 20 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read शब्दों से कविता नहीं बनती शब्दों से कविता नहीं बनती ---------------------------------------- आग्रह से विचारों के कविता अंकुरती है। प्रेम हो या विछोह दर्पण बनती और सिहरती है। तब कविता बनती है। शब्दों से कविता नहीं... Hindi · कविता 28 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read शांति की शपथ शांति की शपथ -------------------------------- युद्ध नहीं दुहराने की शपथ युद्ध से थककर किए जाते रहे हैं। युद्ध में पराजय का प्रायश्चित्त और युद्ध में विजय का प्रसन्नचित्त। नए युद्ध की... Hindi · कविता 20 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read शान्ति दूत शान्ति दूत ------------------------------------------- आकाशगंगा में युद्ध की होड़ है। आकृतियों के लिए। मरने–मारने पर उतारू एलेक्ट्रान,प्रोटान,न्यूट्रान। सारी शक्तियाँ जूझ रही वर्चस्व देने एक दूसरे अस्तित्व को। क्रूरता और विध्वंस युद्ध... Hindi · कविता 21 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read सच कहना बचा रह जाता है सच कहना बचा रह जाता है ---------------------------------- जितना भी कहो सच कहना बचा रह जाता है। जिन्दगी छोटी हो या बढ़ी सुख से सराबोर अथवा दुःख से भरी। अनकहा कुछ... Hindi · कविता 40 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read सनातन चिंतन सनातन चिंतन --------------------------------------- देवताओं का विद्यमान होना सत्य तो है। देवताओं का जन्म नहीं,पहचान एक तथ्य तो है। देवता प्रकृति का नामकरण है, जल का देवता,अग्नि का देवता,पवन का देवता,सृष्टि... Hindi · कविता 24 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read समय समय ------------------------------------ समय का गर्भ नहीं होता। गर्भ धरने से समय लेता है जन्म। तब समय को गर्भ जन्मता है। समय सिर्फ सृजन से सापेक्ष है। बाकी समय में समय... Hindi · कविता 23 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read कविता की कथा कविता की कथा -------------------------------- हम कविता में कह देते हैं- आदर्श वाक्य। हम जीवन में सहते हैं निंद्य वाकया। विद्रोह अवश्य करो। कवि अपनी कविताओं में विद्रोह बहुत करता है।... Hindi · कविता 22 Share Shashi Mahajan 28 Oct 2024 · 1 min read शब्द शब्द थे तो ईश्वर को आकार मिला प्रकृति को विस्तार मिला मन को विचार मिला समाज को आधार मिला वेदों से लेकर अब तक सब शब्दों का है चमत्कार इनका... Hindi · Https://youtu.be/M6g10dXqv_U · कविता 29 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 1 min read प्रार्थना प्रार्थना ----------------------- कुछ हास इधर लुढ़का देना मेरी उमर बीत गयी रोदन में। क्या कहूँ कि मैंने क्या-क्या रोया। मैंने है अपना तन रोया। मैंने है अपना मन रोया। जो... Hindi · कविता 24 Share Arun Prasad 28 Oct 2024 · 2 min read पुराना साल-नया वर्ष पुराना साल-नया वर्ष ---------------------------------- कितने आँसू बहे आँख से कितनी बिखरी है खुशियाँ। किन-किन लोगों ने पिये अश्रु कण किस-किसने उछाले हँसी यहाँ। कितने भाग्य सौभाग्य बने। किस-किस का भाग्य... Hindi · कविता 23 Share Previous Page 4 Next