Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2024 · 1 min read

यही है वो संवेदना है

ये धूप छांव कायाम नही
संवेदनाये कोई आम नही

जीवन का हर एक पहलू है
उम्मीद किरण की
आग है वो

दिल करता है वो ही सही
दिल भरता है वो ही सही

सुख दुख का कोई प्रमाण नही
कर्मो में ही वो लीन सही
ना दुख का कोई भाव नही
ना सुख का कोई ख्वाब नही

यहीं है वो वेदना है
यही है वो संवेदना है ।।

पग पग में जो चल रहा , ये दुनिया जो सीखा रही
जो कुछ भी है वो आज सही
जो कुछ नही वो कल सही

यहीं है वो वेदना है
यही है वो संवेदना है ।।

3 Likes · 31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"हाथों की लकीरें"
Dr. Kishan tandon kranti
#नया_भारत 😊😊
#नया_भारत 😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
तेरी गली में बदनाम हों, हम वो आशिक नहीं
तेरी गली में बदनाम हों, हम वो आशिक नहीं
The_dk_poetry
क्या कहेंगे लोग
क्या कहेंगे लोग
Surinder blackpen
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ Rãthí
जिंदगी झंड है,
जिंदगी झंड है,
कार्तिक नितिन शर्मा
योग तराना एक गीत (विश्व योग दिवस)
योग तराना एक गीत (विश्व योग दिवस)
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
छप्पर की कुटिया बस मकान बन गई, बोल, चाल, भाषा की वही रवानी है
छप्पर की कुटिया बस मकान बन गई, बोल, चाल, भाषा की वही रवानी है
Anand Kumar
मेरा हाथ
मेरा हाथ
Dr.Priya Soni Khare
गृहस्थ संत श्री राम निवास अग्रवाल( आढ़ती )
गृहस्थ संत श्री राम निवास अग्रवाल( आढ़ती )
Ravi Prakash
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
Dr Shweta sood
हवायें तितलियों के पर काट लेती हैं
हवायें तितलियों के पर काट लेती हैं
कवि दीपक बवेजा
“सभी के काम तुम आओ”
“सभी के काम तुम आओ”
DrLakshman Jha Parimal
वैज्ञानिक युग और धर्म का बोलबाला/ आनंद प्रवीण
वैज्ञानिक युग और धर्म का बोलबाला/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*रेल हादसा*
*रेल हादसा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
देश-प्रेम
देश-प्रेम
कवि अनिल कुमार पँचोली
उसकी बाहो में ये हसीन रात आखिरी होगी
उसकी बाहो में ये हसीन रात आखिरी होगी
Ravi singh bharati
जब सूरज एक महीने आकाश में ठहर गया, चलना भूल गया! / Pawan Prajapati
जब सूरज एक महीने आकाश में ठहर गया, चलना भूल गया! / Pawan Prajapati
Dr MusafiR BaithA
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
SPK Sachin Lodhi
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
Taj Mohammad
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
हे गर्भवती !
हे गर्भवती !
Akash Yadav
आप मेरे सरताज़ नहीं हैं
आप मेरे सरताज़ नहीं हैं
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
पितरों के लिए
पितरों के लिए
Deepali Kalra
सत्य की खोज
सत्य की खोज
SHAMA PARVEEN
कितनी आवाज़ दी
कितनी आवाज़ दी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...