Posts Tag: संस्मरण 472 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Paras Nath Jha 19 Apr 2024 · 1 min read पिछले पन्ने 6 उस समय गाॅंव में किसी के दरवाजे पर ट्रैक्टर होना बहुत बड़ी बात थी। जिसके दरवाजे पर मवेशियों के साथ ट्रैक्टर भी खड़ा रहता था, उनकी गिनती गाॅंव के रसूखदार... Hindi · संस्मरण 9 Share Paras Nath Jha 18 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 5 साल में एक बार माघी मेला लगता था। इस मेले में सिनेमा, नौटंकी,सर्कस,लैला मजनू बीड़ी कम्पनी एवं यमपुरी नाटक तथा तरह-तरह का खेल और झूला आता था। मेला के समय... Hindi · संस्मरण 7 Share Paras Nath Jha 16 Apr 2024 · 1 min read पिछले पन्ने 4 सुबह और शाम में परिवार के सभी बच्चों को नियमित रूप से दरवाजे पर मास्टर साहब पढ़ाते थे। शाम में छह बजे से रात नौ बजे तक हमारी पढ़ाई लिखाई... Hindi · संस्मरण 14 Share Ravi Prakash 16 Apr 2024 · 3 min read *सुंदर लाल इंटर कॉलेज में विद्यार्थी जीवन* *सुंदर लाल इंटर कॉलेज में विद्यार्थी जीवन* _________________________ कक्षा 6 से 12 तक मैंने सुंदर लाल इंटर कॉलेज में पढ़ाई की। 1975 में हाई स्कूल की परीक्षा में मुझे 75%... Hindi · Quote Writer · श्री सुंदरलाल जी महाकाव्य · संस्मरण 8 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2024 · 2 min read बहु बहु रे बयार। गांव में गर्मियों के दिन पर छत पर ही सोना होता था। मई, जून की गर्मियां तो ऐसी होती थी जैसे सूरज सिर पर आकर ही बैठ गया है। शाम... Hindi · संस्मरण 11 Share Paras Nath Jha 15 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 3 गाॅंव का स्कूल घर से पैदल पाॅंच मिनट की दूरी पर था। वैसे तो स्कूल का समय सुबह दस बजे से चार बजे तक था, पर गर्मियों के दिनों में... Hindi · संस्मरण 12 Share Paras Nath Jha 14 Apr 2024 · 3 min read पिछले पन्ने भाग 2 गलती की सजा मिलने के अगले दिन ही इन बातों को भूल फिर कुछ ना कुछ ऐसा कर देते, जिससे स्कूल में शिक्षक द्वारा मार पड़नी तय रहती थी। एक... Hindi · संस्मरण 12 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Apr 2024 · 6 min read “तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973) डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= उन दिनों मनोरंजन के साधन सिनेमा,नाटक,खेल,तमाशा,सर्कस और सांस्कृतिक कार्यक्रम ही होते थे! AMC CENTRE LUCKNOW एक ट्रेनिंग सेंटर था! यहाँ मिलिट्री ट्रेनिंग के साथ- साथ... Hindi · संस्मरण 14 Share Paras Nath Jha 10 Apr 2024 · 3 min read पिछले पन्ने भाग 1 एक बार हमारे स्कूल से सटे ठीक बगल गाॅंव में जिला से परिवार नियोजन का प्रचार-प्रसार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का एक दल आया। जहाॅं प्रोजेक्टर के द्वारा पर्दे... Hindi · संस्मरण 15 Share Ravi Prakash 9 Apr 2024 · 4 min read *डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी* *डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी* -------------------------------------- पुराने कागजों को उलटते-पुलटते समय डॉक्टर चंद्र प्रकाश सक्सेना कुमुद जी का एक प्यारा – सा पत्र मिला। पढ़कर स्मृतियाँ सजीव हो उठीं। ऐसी... Hindi · श्री सुंदरलाल जी महाकाव्य · संस्मरण 19 Share Ravi Prakash 9 Apr 2024 · 4 min read *सरल हृदय श्री सत्य प्रकाश शर्मा जी* *सरल हृदय श्री सत्य प्रकाश शर्मा जी* ________________________ सत्य प्रकाश शर्मा जी साधुता के पर्याय हैं। उन जैसा निश्छल हृदय भला किसका होगा ! अंतर्मन की पवित्रता उनमें हिलोरें मारती... Hindi · श्री सुंदरलाल जी महाकाव्य · संस्मरण 19 Share Ravi Prakash 7 Apr 2024 · 1 min read रामपुर में जनसंघ रामपुर में जनसंघ रामपुर में जनसंघ की स्थापना पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने 1951 में पधार कर की थी। तब से जनसंघ ने उत्तरोत्तर स्वयं को विकसित किया। कालांतर में भारतीय... Hindi · संस्मरण 19 Share Ravi Prakash 7 Apr 2024 · 8 min read *संस्मरण* *संस्मरण* *बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में रचनात्मक कार्य* 🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃 रामपुर (उत्तर प्रदेश) से 1979 में बी.एससी. करने के बाद शिक्षा की कुछ सीढियॉं आगे चढ़ने के उद्देश्य से मैंने एलएल.बी. करने... Hindi · संस्मरण 21 Share Ravi Prakash 24 Mar 2024 · 2 min read *संस्मरण* *संस्मरण* 🍂🍂🍃🍃🍃 *साठ-सत्तर के दशक में रामपुर में सिनेमाघर* 🍂🍂🍃🍃🍃 साठ-सत्तर के दशक में रामपुर शहर में तीन सिनेमाघर हुआ करते थे। नाहिद, माला और कारोनेशन। हमारे घर बाजार सर्राफा... Hindi · Quote Writer · राजा राम सिंह · संस्मरण 30 Share Ravi Prakash 23 Mar 2024 · 2 min read संस्मरण/*टैगोर शिशु निकेतन (टैगोर स्मार्ट प्ले एंड प्रीस्कूल)* *संस्मरण* *टैगोर शिशु निकेतन (टैगोर स्मार्ट प्ले एंड प्रीस्कूल)* ________________________ टैगोर शिशु निकेतन की स्थापना जुलाई 1958 में राम प्रकाश सर्राफ ने की थी। यह पीपल टोला (निकट मिस्टन गंज)... Hindi · Quote Writer · राजा राम सिंह · संस्मरण 24 Share Ravi Prakash 23 Mar 2024 · 2 min read *संस्मरण* *संस्मरण* *साठ-सत्तर के दशक में टेसू के फूलों की होली* ------------------------------ बचपन में हमें टेसू के फूलों का बहुत आकर्षण रहता था। साठ-सत्तर के दशक में टेसू के फूलों का... Hindi · Quote Writer · राजा राम सिंह · संस्मरण 21 Share Ravi Prakash 22 Mar 2024 · 1 min read *संस्मरण* *संस्मरण* _______________________ *साठ के दशक में नाई की दुकान का स्वरूप* _______________________ हमारे घर से निकलकर गली के बाहर दरवाजे पर खड़ा होकर सामने ही बॉंई ओर नाई की दुकान... Hindi · Quote Writer · राजा राम सिंह · संस्मरण 30 Share Aman Sinha 21 Mar 2024 · 2 min read विदाई कुछ दिन पहले तक ही तो,वो घुटनो के बल चलती थी अपनी तुतलाती भाषा में, पापा पापा कहती थी पहली बार जो अपने मुँह से, पहला शब्द वो बोली थी... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · मुक्तक · संस्मरण 34 Share Ravi Prakash 19 Mar 2024 · 2 min read *अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार* *अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार* ➖➖➖➖➖➖➖➖ आज दिनांक 19 मार्च 2023 रविवार को हमारी पौत्री रुत्वी अग्रवाल (सुपुत्री डॉ. रघु प्रकाश एवं डॉ. प्रियल गुप्ता) का अन्नप्राशन संस्कार मुरादाबाद में... Hindi · संस्मरण 22 Share Ravi Prakash 17 Mar 2024 · 3 min read *स्मृति: शिशुपाल मधुकर जी* *स्मृति: शिशुपाल मधुकर जी* 🍂🍂🍂🍂🍃🍃🍃 3 अक्टूबर 2021 रविवार को मुरादाबाद इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी), कॉंठ रोड, मुरादाबाद पर शिशुपाल मधुकर जी से मेरी भेंट एक साहित्यिक कार्यक्रम में हुई... Hindi · संस्मरण 39 Share Sonia Yadav 11 Mar 2024 · 2 min read *अनमोल हीरा* *अनमोल हीरा* बरकरार रहे मुस्कान चेहरे पर हमेशा हमारे बस यही एक चाहत रखने वाली माँ कहलाती है अपने बच्चों के खातीर रात-रात भर वो जागा करती है बूंद भर... Hindi · कविता · लेख · संस्मरण · हास्य 2 41 Share Aman Sinha 11 Mar 2024 · 4 min read नारी जीवन किवाड़ के खरकने के आवाज़ पर दौड़ कर वो कमरे में चली गयी आज बाबूजी कुछ कह रहे थे माँ से अवाज़ थी, पर जरा दबी हुई बात शादी की... Hindi · कविता · मुक्तक · संस्मरण 41 Share Ravi Prakash 8 Mar 2024 · 6 min read *सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप* *सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप* 🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃 1970 के दशक तक जो सर्राफा व्यवसाय का स्वरूप था, वह 20वीं शताब्दी के अंत तक बिल्कुल बदल गया। 1970 के... Hindi · संस्मरण 40 Share Sonia Yadav 3 Mar 2024 · 1 min read (आखिर कौन हूं मैं ) पढ़ सको तो पढ़ लेना खुली किताब हूं मैं चुका सको तो चुका देना तेरे दिए गए दर्दों का उधार हूं मैं समझ सको तो समझ लेना कभी ना खत्म... Hindi · कविता · लेख · संस्मरण · हास्य 4 57 Share Sonia Yadav 2 Mar 2024 · 1 min read Gatha ek naari ki सुनो सुनो तुम गाथा एक नारी की, बचपन में जिसका खिलौना तलवार व घुड़ सवारी थी, आंखों में तेज व लफ्जों पर आजादी की चिंगारी थी, गुलामी की उन जंजीरों... Hindi · कविता · लेख · संस्मरण · हास्य 1 49 Share Dr. Kishan tandon kranti 28 Feb 2024 · 1 min read सरगम संगीत के षड्ज से निषाद तक के सात स्वरों का समूह है- 'सरगम'। लेकिन मैं बात कर रहा हूँ सन् 1979 में रिलीज हुई फ़िल्म 'सरगम' की, जिसके लेखक और... Hindi · संस्मरण 7 3 45 Share Dr. Kishan tandon kranti 28 Feb 2024 · 1 min read चिट्ठी आई है हिन्दी सिनेमा के इतिहास में लम्बे गानों की फेहरिस्त जब भी बनाई जाएगी, तब लगभग आठ मिनट का ये गीत- 'चिट्ठी आई है' जरूर शामिल होगा। सन् 1986 में महेश... Hindi · संस्मरण 8 3 68 Share Atul "Krishn" 25 Feb 2024 · 1 min read बस अणु भर मैं बस अणु भर मैं बस एक अणु भर पहचान है हमारी एक अणु ख़ुश्बू हूँ, एक झोंका हवा का, बारिश की पहली एक बूँद हूँ धुँये का छल्ला हूँ, ठहरे... Hindi · कविता · संस्मरण 50 Share Atul "Krishn" 25 Feb 2024 · 1 min read रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल सच्चा रिश्ता - प्रेम भाव अब ऑर्गेनिक हो गया मिलता भी है बड़ा मंहगा ( ग़र ठगे नहीं गये तो) . पर आकर्षक पैक में... Hindi · कविता · संस्मरण 44 Share Atul "Krishn" 24 Feb 2024 · 1 min read मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं साँस लेता आग हूँ राख के परत में दबा हुआ जल जल के रात भर ओढ़ा राख का ये चादर तन - मन तुम्हारे सर्द हो गये हैं अगर तपिश... Hindi · कविता · संस्मरण 1 51 Share Atul "Krishn" 24 Feb 2024 · 1 min read क्षितिज के पार है मंजिल क्षितिज पार है मंजिल चौराहे पर आज जब आकर थम सी गई है जिंदगी फिर हम तलाशते हैं वो नामुमकिन रास्ते फिर लौटने को "उस समय" में गुँजाइश लौटने की... Hindi · कविता · संस्मरण 1 65 Share Atul "Krishn" 23 Feb 2024 · 1 min read अतीत - “टाइम मशीन" अतीत के “टाइम मशीन" में बैठ फ़ुरसत में हर शख्श एक बार अपनी यादों की दराजों को एक बार खोलता जरूर है "मन की लाइब्रेरी" के एकांत कोने में छुप... Hindi · कविता · संस्मरण 1 44 Share प्रकाश जुयाल 'मुकेश' 22 Feb 2024 · 1 min read सन 1947 से पहले का दृश्य समीर तेरे आने का एक प्रभाव दिख गया । गरज रहे थे कृष्ण घन जो श्वेत कमल सा खिल गया ।।1।। अब बूंद भी बरसे तो शांत चित्तमन सब हो... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · संस्मरण 1 37 Share Ravi Prakash 20 Feb 2024 · 3 min read *पिताजी को मुंडी लिपि आती थी* *पिताजी को मुंडी लिपि आती थी* _________________________ वर्ष 1984 में पिताजी ने पूरा बही खाता मुंडी लिपि से देवनागरी लिपि में परिवर्तित किया था। पिताजी श्री राम प्रकाश सर्राफ को... Hindi · संस्मरण 49 Share Ravi Prakash 19 Feb 2024 · 1 min read *व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष* *व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष* प्रधानमंत्री तथा गुजरात राज्य के शासन-प्रमुख के तौर पर लगातार 20 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में श्री नरेंद्र मोदी के योगदान पर... Hindi · संस्मरण 42 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है... आंसुओं से कोई तस्वीर पिघली है, हाल ही में मुझे छूकर मौत गुजरी है ।। यहां रास्तों पर मुझे ठोकर मिली है, आज भी होंठो की हंसी बिखरी है ।।... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · पुस्तक समीक्षा · संस्मरण 2 51 Share Ravi Prakash 18 Feb 2024 · 2 min read *पीयूष जिंदल: एक सामाजिक व्यक्तित्व* *पीयूष जिंदल: एक सामाजिक व्यक्तित्व* 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 पीयूष जिंदल के निधन के समाचार से मुझे गहरा धक्का लगा। आयु में वह मुझसे एक या दो साल छोटे रहे होंगे। कुछ वर्ष... Hindi · संस्मरण 43 Share प्रकाश जुयाल 'मुकेश' 17 Feb 2024 · 1 min read मैं अलहड सा वक्त दे पाया दुनियां को एक दिन किताबों से निकलकर । सोचा था दुनियाँ खूबसूरत होगी मेरे अलहड से वक्त पर ।।1।। लोग खूबसूरत थे, दिख रहे थे चन्द पैसों... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर · संस्मरण 1 49 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 Feb 2024 · 1 min read जीवन मर्म नीर के तीर पर खड़े हो कर देखो नीर को तीर पर आते हुए फिर स्वयं से कुछ सवाल करो कौतूहल को अन्दर के तुम शान्त करो जैसे आती लहर... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 74 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 Feb 2024 · 1 min read लोग जाने किधर गये अवशेष शेष बचे यादों के लोग जाने किधर गये जो थे खास बहुत वो लोग जाने किधर गये अधरों पर है अब मौन लोग जाने किधर गये खुल कर मिलते... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 65 Share Raazzz Kumar (Reyansh) 15 Feb 2024 · 1 min read सफलता की चमक सूरज सा चमकोगे तो अंधेरे से लड़ना सिख जाओगे, अंधेरा कितना ही गहरा हो, तुम चलना सिख जाओगे, दुःख और पीड़ा कितनी ही हो, तुम सहना सिख जाओगे, धीरे धीरे... Hindi · कविता · मुक्तक · संस्मरण · हाइकु 38 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 11 Feb 2024 · 1 min read जीवन चक्र घर की जिम्मेदारी की जद में आ गया एक नन्हा कल मुश्किल में आ गया पिता जी को लगी थी लत दारु की उस में पिता का जीवन चला गया... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 65 Share Ravi Prakash 11 Feb 2024 · 5 min read *राजकली देवी: बड़ी बहू बड़े भाग्य* *राजकली देवी: बड़ी बहू बड़े भाग्य* 🍃🍃🍃🪴🪴🍃🍃🍃 ( *लेखक: रवि प्रकाश* , बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451) ☘️☘️☘️☘️🍂🍂🍂🍂 राजकली देवी मेरी ताई थीं। अक्टूबर 2002 में जब उनका... Hindi · संस्मरण 54 Share Ravi Prakash 10 Feb 2024 · 3 min read *डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात* *डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात* _________________________ ( *लेखक: रवि प्रकाश* , बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451) _________________________ भला डॉक्टर किशोरी लाल जी से भेंट का अवसर कौन खोएगा... Hindi · संस्मरण 52 Share Otteri Selvakumar 4 Feb 2024 · 1 min read आज गांवों में कॉटेज कुछ इमारतों के रूप में उठता है गंदी सड़कें तारकोल की सड़कें बन गई हैं सभी घरों के लिए बिजली आ गई है सड़कों पर जल रहा है स्ट्रीट... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · Otteri Selva Kumar · Village · संस्मरण 50 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 4 Feb 2024 · 1 min read आवाजें चीखती हुई आवाजें है कहीं और कहीं घुटती हुई आवाजें है कहीं मौन है आवाजें तो कहीं शोर है आवाजें समाज की ही है और समाज के बीच ही है... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 40 Share *Author प्रणय प्रभात* 4 Feb 2024 · 8 min read #KOTA #KOTA ■ संस्मरण (यादों का झरोखा) 😍 धड़कनों में बसा था वो एक शहर ★ #कोटा : आज बस यादों में (एक भावनात्मक आलेख) 【प्रणय प्रभात】 राजस्थान की वो कोटा... Hindi · यादों की खिड़की · संस्मरण 1 43 Share Dr MusafiR BaithA 3 Feb 2024 · 1 min read ब्राह्मणवादी शगल के OBC - by Musafir Baitha मेरे रहवास के इलाक़े में एक मोची की कठघरे में दुकान है। कठघरा जर्जर है, किसी ने अपनी दुकान हटाई तो उसे गिफ्ट कर दिया। उसकी मरम्मत कर-करवाकर वह उसमें... Hindi · संस्मरण 44 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 2 Feb 2024 · 1 min read चिरैया पूछेंगी एक दिन चिरैया पूछेंगी एक दिन मेरा छज्जा किधर गया तिनके तिनके से जोड़ा था वो छज्जा किधर गया धूप में तप तप कर मैं लायी थी तिनका बड़ी ही मेहनत से... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 85 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read आदि ब्रह्म है राम आदि ब्रह्म है राम *************** रचनाकार, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर *****"**********""""********** अखिल ब्रह्माण्ड के नायक आदि ब्रह्म है राम। कौशल्या के नंदन राम को हैं बारम्बार प्रणाम।। आदि... Hindi · संस्मरण 1 74 Share Page 1 Next