चाहता हूं मैं तुम्हें.अपने दिल की बात बता ही दूं।

चाहता हूं मैं तुम्हें.अपने दिल की बात बता ही दूं,
दिल की हर बात अब छुपाना मुश्किल है,
तेरे बिना हर लम्हा बिताना अब मुश्किल है,
तेरे ख्यालों में हर पल डूबा रहता हूं मैं,
अब ये राज खुद से छुपाना मुश्किल है,
चाहता हूं मैं तुम्हें.अपने दिल की बात बता ही दूं,
तेरे नाम से खुद को सजा दिला ही दूं,
कहीं खो न जाए ये दिल के जज़्बात मेरे,
तेरे कदमों में मैं अपना दिल लुटा ही दूं,
अपनी हर अरमान तुम्हें यादें तुझे बता ही दु,
चाहता हूं मैं तुम्हें.अपने दिल की बात बता ही दूं,
तेरी खामोशी भी अब कुछ कहती है,
मेरी तन्हाई भी तुझसे सच्ची लगती है,
बस एक बार तू सुन ले मेरे दिल की बात,
जी भर कर सुन लो मेरे हर दर्द और गम,
चाहता हूं मैं तुम्हें.अपने दिल की बात बता ही दूं।
मेरे जिंदगी की हर सुबह तेरे नाम से होती है,
और मेरे हर रात तेरे ख्वाब में खोती है,
कैसे बताऊँ तुझे मेरे अजनबी दोस्त,
तू नहीं तो ये दुनिया विरान श्मशान होती है,
चाहता हूं मैं तुम्हें.अपने दिल की बात बता ही दूं,
तेरे बिना भी मैं तुझमें ही जीता हूं,
तेरे होने की तसल्ली से ही जीता हूं।
हर बार चाहा सोचा, तुझसे कुछ कहूं,
पर लफ़्ज़ होंठों तक आके थम से जाते हैं,
चाहता हूं मैं तुम्हें.अपने दिल की बात बता ही दूं,
डर है… कहीं दूर न हो जाए तू मुझसे,
इस इज़हार से कहीं खो न जाए तू मुझसे,
पर अब ये दिल और नहीं सह पाता,
हर धड़कन बस तेरा नाम ही गाता,
तो हाँ,
चाहता हूं मैं तुम्हें —
अपने दिल की बात बता ही दूं।