Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

प्यासे को पानी ….

84…
6.5.24.
बहर-ए-हिन्दी मुतकारिब मुसद्दस मुज़ाफ़
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़े
22 22 22 22 22 2
#
प्यासे को पानी भूखे निवाला देना
जो दिया तले मांगे उजाला देना
#
क्यों उलझ रहे केवल भ्रम के मायाजाल
बुरे सोच के हर माथे टीका काला देना
#
वे जो लूट रहे हैं चारों तरफ खजाने
इन मंसूबों तत्क्षण देश निकाला देना
#
उजड़े नहीं सुहाग कोई माता ना रोए
नियमो की नौबत ना हील हवाला देना
#
अच्छे दिन का आना अब भी है बाकी
अब भी बचा मन अवसादों को ताला देना
#
जोश खरोश में हो घर घर जन जन की वाणी
हर पूजा मंदिर हर मंदिर शिवाला देना
#
सुशील यादव
न्यू आदर्श नगर
जोन 1 स्ट्रीट 3 दुर्ग छत्तीसगढ़

60 Views

You may also like these posts

रहस्य-दर्शन
रहस्य-दर्शन
Mahender Singh
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
VINOD CHAUHAN
सकारात्मक ऊर्जा से लबरेज
सकारात्मक ऊर्जा से लबरेज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
Sarfaraz Ahmed Aasee
पनघट
पनघट
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
⛅️ Clouds ☁️
⛅️ Clouds ☁️
Dr. Vaishali Verma
एक बार मनुहार करना जरुर
एक बार मनुहार करना जरुर
Pratibha Pandey
" मिलन की चाह "
DrLakshman Jha Parimal
"वक्त के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
कुदरत
कुदरत
Neeraj Agarwal
"मित्रता प्रस्ताव
*प्रणय*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Phool gufran
चांद का टुकड़ा
चांद का टुकड़ा
Santosh kumar Miri
नशा मुक्त अभियान
नशा मुक्त अभियान
Kumud Srivastava
मन मेरे बासंती हो जा
मन मेरे बासंती हो जा
संतोष बरमैया जय
प्रीति नवेली
प्रीति नवेली
Rambali Mishra
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
Rajesh Kumar Arjun
खालीपन
खालीपन
sheema anmol
याद नहीं अब कुछ
याद नहीं अब कुछ
Sudhir srivastava
*माता हीराबेन (कुंडलिया)*
*माता हीराबेन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शक्ति
शक्ति
Mamta Rani
देखा
देखा
sushil sarna
तुम नग्न होकर आये
तुम नग्न होकर आये
पूर्वार्थ
तुमने तन्हा छोड़ा है
तुमने तन्हा छोड़ा है
Sanjay Narayan
गर्मी की लहरें
गर्मी की लहरें
AJAY AMITABH SUMAN
प्रकृति के अपराधी
प्रकृति के अपराधी
Mandar Gangal
सीख
सीख
Sanjay ' शून्य'
परीलोक से आई हो 🙏
परीलोक से आई हो 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
4400.*पूर्णिका*
4400.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ठहर नहीं
ठहर नहीं
Dr fauzia Naseem shad
Loading...