हनुमानजी जन्म उत्सव की मंगल कामनाएं

चैत्र माह की पूर्णिमा, प्रगट भए हनुमान।
शंकर के अवतार है, महावीर बलवान।।1
माता देवी अंजनी, पिता केसरी नाम।
सूर्य देव गुरु जानिए, रोम रोम में राम।।2
तत्पर रहते है सदा, करने को प्रभु काम।
उनसे बड़ा भक्त नहीं, भजे राम का नाम।।3
राम नाम का मंत्र है, जिसमें जीवन सार।
राम राम भजकर हुए, साधु संत भव पार।।4
राम नाम की भक्ति में, होती शक्ति अपार।
हनुमंत रमे राम में,किए असुर संहार।।5
सीता मां की खोज में, पल में सागर पार।
अक्षय का संहार कर, वाटिका दी उजार।।6
रावण के सम्मुख खड़े,अपना सीना तान।
लंका सारी दहन कर,किया राम गुणगान।।7
जपते जय श्री राम को, करते उनका ध्यान।
परम भक्त श्री राम के, पवन पुत्र हनुमान।।8
आओ हम मंदिर चले , बोले जय श्री राम।
राम भक्त हनुमान जी, करेंगे पूर्ण काम।।9
— जेपीएल