Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 14k posts List Grid Dr fauzia Naseem shad 18 Mar 2024 · 1 min read जीवन की परिभाषा क्या ? जीवन किसको कहते हैं, जीवन की परिभाषा क्या ? बिन मानवता भाव के, मानव की परिभाषा क्या ? एक है प्रश्न एक है उत्तर, ईश्वर की परिभाषा क्या ? जीवन... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 2 8 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Mar 2024 · 1 min read एक है ईश्वर एक है ईश्वर एक है दुनिया । भेद क्यों फिर सारे हुए हैं ।। जीत वो सकते हैं कैसे । खुद से जो हारे हुए हैं ।। आसमां उनसे भरा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 1 10 Share gurudeenverma198 18 Mar 2024 · 1 min read यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है। मानकर अपना किसी को, प्यार हमने किया है।। यही एक काम बुरा---------------------।। प्यार अपना कभी हमने, रखा नहीं दिल में छुपाकर।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 20 Share gurudeenverma198 17 Mar 2024 · 1 min read बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूला पाना। दिलो- दिमाग में बसी, तेरी तस्वीर मिटा पाना।। बहुत मुश्किल है दिल से------------------।। लग भी जाता है दिल भी, चमन की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 38 Share आकाश महेशपुरी 16 Mar 2024 · 1 min read मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए दुनिया की तरह प्यार का सौदा न कीजिए हैं प्यार के सिवा भी कई काम आजकल हर वक़्त सज के सामने आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share Ravi Prakash 16 Mar 2024 · 1 min read *बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)* *बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)* ________________________ 1) बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे किंतु यहॉं कंगाल रहे जो, सोचो क्या जी... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share Ravi Prakash 16 Mar 2024 · 1 min read *मंत्री जी भी कभी किसी दिन, ई-रिक्शा पर बैठें तो (हिंदी गजल- *मंत्री जी भी कभी किसी दिन, ई-रिक्शा पर बैठें तो (हिंदी गजल-हास्य)* _________________________ 1) मरने वाले से नजदीकी, हद से ज्यादा गाते हैं लंबी-लंबी फेंक रहे कुछ, करतब यों दिखलाते... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share gurudeenverma198 14 Mar 2024 · 1 min read मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ। कभी रोता हूँ मैं, कभी हँसता हूँ।। मैं तन्हाई में----------------------।। तुम तो रहे आखिर, हमसे बड़े आदमी। याद तुम्हें करने को, पैसा खर्च करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 44 Share Taj Mohammad 14 Mar 2024 · 1 min read हमें सलीका न आया। ज़िन्दगी को जीनें का हमें तरीका न आया। पढ़े तो हम खूब ही पर हमें सलीका न आया।।1।। क्या क्या बयां करें हम तुम्हें मां की खूबियां। मां के जैसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 14 Mar 2024 · 1 min read "तेरे लिए.." ग़ज़ल ले लिए ख़ुद पे, ज़माने के, क़हर, तेरे लिए, पी लिया अब तो आशिक़ी का ज़हर तेरे लिए। ग़ुस्ल करते, तुझे देखा है, जब से बारिश मेँ, दोनों आँखों मेँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 28 Share Aman Sinha 14 Mar 2024 · 2 min read आंधी चिड़ियों के चहक में आज कोलाहल था शोर था उत्तर के पुरे आसमान में काले बादल का जोर था पेड़ अभी तक शांत खड़े थे धूल की न कोई रैली... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 13 Share Atul "Krishn" 13 Mar 2024 · 1 min read वो ऊनी मफलर सर्दी के हैं ये कुछ महीने कस्तूरी की खुश्बू , मेरे साथ होती है पूछते हैं कुछ लोग, कुछ अटकलों में रहते हैं उलझे- उलझे उन्हें क्या पता है वो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 16 Share gurudeenverma198 13 Mar 2024 · 1 min read छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना। औरों की फिक्र में बीमार, खुद अपने को करना।। छोड़ दिया है मैंने अब------------------।। सोचता हूँ मैं अब, अपनी खुशी के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 43 Share Surinder blackpen 11 Mar 2024 · 1 min read वो आए और देखकर मुस्कुराने लगे वो आये और देख कर जाने लगे। नज़र नीची किये , मुस्कराने लगे। लाख कोशिशें की,पर रोक न पाये ख्वाब आंखों में थे, छटपटाने लगे। महफ़िल में गुमसुम ,बैठ तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share Taj Mohammad 9 Mar 2024 · 1 min read मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं। हर जगह मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं। जीने की खातिर मैं कुछ काम ढूंढता हूं।। चांद सितारे सब छुपे है बदलियों में। रातों में उठकर मैं चमकता चांद ढूंढता हूं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share Aman Sinha 8 Mar 2024 · 1 min read कम्बखत वक्त कम्बखत ये वक्त, बड़ा बेरहम है खुद ही दवा है और, खुद में ये जखम है हाथ होता है मगर ये, साथ होता है नहीं हक़ में लगता है मगर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 21 Share gurudeenverma198 8 Mar 2024 · 1 min read दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम ल दिल को सिर्फ तेरी याद ही, क्यों आती है हरदम। ऐसी क्या खूबी है तुझमें, भूले नहीं जो तुमको हम।। दिल को सिर्फ तेरी याद------------------।। जबकि हमसे रही नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share Taj Mohammad 6 Mar 2024 · 1 min read हर राह सफर की। कुछ पल आ करके यूं ही गुजर जातें हैं। बन कर याद जो जिन्दगी भर रह जातें हैं।।1।। कौन समझाए उन्हें जो हमे भूल गए हैं। अपनी यादों से जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share Ravi Prakash 6 Mar 2024 · 1 min read *नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)* *नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)* ________________________ 1) नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं या शायद खाली-खाली दिन, उनको बहुत अखरते हैं 2) सोच रहे जो... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share Ravi Prakash 6 Mar 2024 · 1 min read *मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)* *मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)* _________________________ 1) मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है जिसने खर्च किया है जैसा, वैसा रिश्ता पाया है 2)... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share Atul "Krishn" 6 Mar 2024 · 1 min read सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है ये सर्दी - ये धुंध भी ना मेरी दुश्मन है औरों की तरह- ये खुशगवार नहीं है किसी ना किसी तरह , तेरी याद ताज़ा रखती है पहाड़ी पगडंडियों पर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share singh kunwar sarvendra vikram 5 Mar 2024 · 1 min read तुझे पाने की तलाश में...! तुझे पाने की तलाश में, दर–दर भटक रहा हूं मिट्टी में हुआ पैदा, मिट्टी में मिल रहा हूं तलवों में जो छाले पड़ते, जलती सी इस रेत में राहत पाने... Hindi · Kunwarsarvendra · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 61 Share Taj Mohammad 5 Mar 2024 · 1 min read कोई तो डगर मिले। दिल के अहसास लिख रहा हूं अल्फाजों में। इन्हें ढाला है मैने अपनी चाहत के सांचों में।। तुम दूर हो गए हो हमसे, कोई भी गम नही। कमबख्त रूह बसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 5 Mar 2024 · 1 min read जिसने अपनी माँ को पूजा जिसने अपनी माँ को पूजा, रहा कभी न भूखा l धन दौलत और शोहरत का भी, रहा कभी न सूखा ll अरे जिसने अपना माथा मां के, कदमों में रखा... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक 18 Share Sahil Ahmad 4 Mar 2024 · 1 min read भले दिनों की बात भली सी एक शक्ल थी न ये कि हुस्न-ए-ताम हो न देखने में आम सी न ये कि वो चले तो कहकशाँ सी रहगुज़र लगे मगर वो साथ हो तो... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read चाँद सबको अच्छा लगता है जब बड़ी अठखेलियां करता है ताल में अपनी छवि देख क्यों इतना इतराता है ना जाने किसे रिझाता है ? हर बार सिर्फ एक ही रूप... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 16 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read "कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है सिर्फ ये मेरी ही बात नहीं हैं ये उतनी ही तेरी भी है कथा व्यथा की लिखना मुश्किल है क्या कहूँ ? कितना कहूँ ? अनुभव के अथाह से चंद... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 21 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ तलाशता हूँ हर शाम उस "प्रणय यात्रा" के निशाँ बेखयाली में अभी भी सागर की उस नरम रेत पर आज भी जाता ही हूँ तलाशने तुम्हारे पैरों के निशाँ सालों... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 19 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read उफ ये सादगी तुम्हारी। बार-बार तुझको पढनें की आदत सी हो रही है । उफ ये सादगी तुम्हारी तो कयामत सी हो रही है।।1।। फिर आया हवा का झोंका तेरी खुशबू लेकर। शायद हमारें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read यूं ही कुछ लिख दिया था। यूं ही कुछ लिख दिया था, मैनें तुम्हारे बारे में,,, मुझे क्या पता था, तुम बदनाम हो जाओगे!!! बेखबर था उस गुनाह से, जो मुझसे हुआ है अन्जानें में,,, किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read तुझे भूले कैसे। तू अभी भी जिन्दा है कही मुझमें। तुझे भूले कैसे तू बसता है दिलमें।। कोशिशें हजार ना कामयाब रही। जाऊं कहां जब तू दिखता है रबमें।। ताज मोहम्मद लखनऊ Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read ख्वाहिशों की ज़िंदगी है। जिंदगी में कुछ यूं भी है गम मिले। वक्त तो बीता पर ये कभी कम न पड़े।। ख्वाहिशों की ज़िंदगी है क्या करें। सफर में तो रहे पर हम सफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read तमन्ना है तू। तू चांदनी महताब की, तू रोशनी आफताब की। तमन्ना है तू मेरे दिल की, मुझे चाहत है तेरे साथ की।। ताज मोहम्मद लखनऊ Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का। अहसान मत लेना किसी अपने का। वर्ना जुर्म आएगा फिर उसे ठगने का।।1।। माना वक्त बुरा है पर सदा न रहेगा। यहां ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।।2।। काश कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 33 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read दुआ को असर चाहिए। चेहरा पढ़ने को नज़र चाहिए। यहां ज़िन्दगी जीने को हुनर चाहिए।।1।। करने को तो सब ही करते है। पर मुकम्मले दुआ को असर चाहिए।।2।। बड़ी खामोश है ये ऊंची इमारतें।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share Dinesh Kumar Gangwar 3 Mar 2024 · 1 min read सोच सोच यह ज़िन्दगी किस काम की है सोचो तो जरा क्या किया है हमने सोचो तो जरा क्या धर्म, ईमान कहता है सोचो तो जरा क्या किया है हमने सोचो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 21 Share Ravi Prakash 2 Mar 2024 · 1 min read *आज छपा जो समाचार वह, कल बासी हो जाता है (हिंदी गजल)* *आज छपा जो समाचार वह, कल बासी हो जाता है (हिंदी गजल)* _____________________________ 1) आज छपा जो समाचार वह, कल बासी हो जाता है किसकी गोली से कौन मरा, किसे... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 1 23 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Mar 2024 · 1 min read आया हूँ मैं ऊपरी मंजिल से उतर आया हूँ के ख्वाब के हर पर कुतर आया हूँ होश है के मैं हूँ किसकी जद में उम्मीद को ताज्जुब है के किधर आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 506 Share Taj Mohammad 2 Mar 2024 · 1 min read इश्क का इंसाफ़। तुझको लेकर ये दिल अक्सर बगावत करता है। पर ये नफ्स है मेरा जो इसकी हिफाज़त करता है।।1।। हैरां हूं परेशां हूं जानें क्यों ये सुनता नहीं है मेरी। पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share Taj Mohammad 2 Mar 2024 · 1 min read मुहब्बत सचमें ही थी। कुछ कमियां मुझमें भी थी। कुछ कमियां तुझमें भी थी।। इश्क के सच्चे वादों में, कुछ तेरी तो कुछ मेरी, झूठी कसमें भी थी।। ना तुम बेवफा थे। ना हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share gurudeenverma198 2 Mar 2024 · 1 min read ऐसा कभी क्या किया है किसी ने ऐसा कभी क्या, किया है किसी ने। अपने लिए कुछ भी, चाहा नहीं किसी ने।। ऐसा कभी क्या,-----------------------।। इच्छा नहीं है किसकी, महलों में रहने की। काँटों का बिछौना अपना,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 43 Share Atul "Krishn" 1 Mar 2024 · 1 min read आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना इतना आसाँ नहीं है अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना एक भरम है -... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 32 Share Ravi Prakash 29 Feb 2024 · 1 min read *यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)* *यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)* _________________________ 1) यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है जाने से पहले पर... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 1 28 Share Surinder blackpen 29 Feb 2024 · 1 min read दिल ये इज़हार कहां करता है दिल ये इज़हार कहां करता है कद्र न करने वालों पर ही मरता है। जो चेहरे छुपे रहते हैं नकाबों मे उनको देख कर भी ये धड़कता है। कोई वफ़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल सच्चा रिश्ता - प्रेम भाव अब ऑर्गेनिक हो गया मिलता भी है बड़ा मंहगा ( ग़र ठगे नहीं गये तो) . पर आकर्षक पैक में कॉन्टामिनेटेड रिश्ते नये - नये... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read वक़्त के वो निशाँ है वक़्त के वो निशाँ है चेहरे पर हमारे लिखे हुए हर हर्फ़ बारीक़ हैं पढ़ें ज़रा ग़ौर से कुछ ख़ुशियों के इज़हार हैं तो कुछ हैं ग़मज़दा आँखों का समन्दर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read और मौन कहीं खो जाता है दर्द -एक आम आदमी का एक आम आदमी का - दर्द गीली लकड़ी में लगी आग सा होता है लपट तो कम होती है घर सारा धुआँ -धुआँ सा होता... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share Ravi Prakash 28 Feb 2024 · 1 min read *घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)* *घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)* _________________________ 1) घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी जेब लगी है कुर्ते में तो, धन लेकर घर आएगी... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · नारी · माता पिता गीतिका 1 33 Share Bodhisatva kastooriya 27 Feb 2024 · 1 min read होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल होरी खेलन आए नही नंदलाल! सोच सोच मोए होय मलाल!! फीके लागै रंग लाल नीले -पीले! अंगिया चोली सबही है गई गीले!! ग्वाल बाल सब फेक रहे गुलाल! होरी खेलन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share Ravi Prakash 24 Feb 2024 · 1 min read *सीधे-साधे लोगों का अब, कठिन गुजारा लगता है (हिंदी गजल)* *सीधे-साधे लोगों का अब, कठिन गुजारा लगता है (हिंदी गजल)* _________________________ 1) सीधे-साधे लोगों का अब, कठिन गुजारा लगता है दुनिया की चालाकी से मन, हारा-हारा लगता है 2) वैसे... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share Page 1 Next