खुश्क दरिया में उतर जाना है

खुश्क दरिया में उतर जाना है
और आंखों को भी भर जाना है
यूं वो 10 को भी अकेला कर दे
सिर्फ उसमें से सिफर जाना है
जब तुम्हें कद्र मुहब्बत की नहीं
शौक से जाओ जिधर जाना है
उसको एहसास है मरने का मिरे
अब तो रसमन ये खबर जाना है
अपनी मंजिल का पता है मुझको
में चला जाऊंगा जिधर जाना है
कोई आवाज न दे पाए कभी
अब मुझे ऐसी डगर जाना है
ये तो दिलजोई है मेरी अरशद
तुमको वादे से मुकर जाना है