jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 Next jyoti jwala 16 Aug 2018 · 1 min read कविता प्रीत भींगाती थी हर रोज़ केरल की तरह, आज हमसे रूठ, राजस्थान हो गई, हसरतें मेरी बिहारी सी हमेशा ही रहीं, मोहब्बत के नशे में डूबी यूँ पंजाब हो गई,... Hindi · कविता 239 Share jyoti jwala 16 Aug 2018 · 1 min read " शिक्षक " ' शिक्षक ' वो शिक्षक हैं जो ज्ञान की अलख जगाते हैं, जीवन को जीने की सुदृढ़ बुनियाद बनाते हैं, बेमेल सुरों को सजा सजाकर शिक्षक साज़ बनाते हैं, नादान... Hindi · कविता 390 Share jyoti jwala 15 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक किताबे-शौक़ में बहुत सी निशानियाँ रखे, कहीं पे फूल, कहीं हम तितलियाँ रखे , कभी मिलेंगी जो तनहाइयाँ तो पढ़ लेंगे, ये सोचा छुपाके कुछ कहानियाँ रखे। Hindi · मुक्तक 332 Share jyoti jwala 14 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक छुपाती जिस्म हाथों पे या वो टुकड़ों पर फैलाती, हया अस्मत फ़रोशों में फँसी मालूम होती थी, वही मासूम से चेहरे बिके बाज़ार में जिन पर, यतीमी, बदनसीबी, बेबसी मालूम... Hindi · मुक्तक 451 Share jyoti jwala 14 Aug 2018 · 1 min read " शान है तिरंगा " अपने भारत देश की शान है तिरंगा , हर एक देशभक्त की आन है तिरंगा , गगन को चूमता हुआ अरमान है तिरंगा, वीर सैनिकों की जान है तिरंगा, इस... Hindi · कविता 243 Share jyoti jwala 13 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मुझको आँखों में अपनी जगह दीजिये , रात जगने के ये दिन गुज़र जायेंगे , ग़लतियों की ना ख़ुद को सज़ा दीजिये , दिल के मौसम अभी से सुधर जायेंगे। Hindi · मुक्तक 417 Share jyoti jwala 13 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक कभी जब तोड़ा था मैने , उस बुनियाद का पत्थर , उठना दीवार का तब से , वहाँ दुश्वार होता है, जो आँखों से निकले , सज़ा के आँसू थे... Hindi · मुक्तक 213 Share jyoti jwala 13 Aug 2018 · 1 min read " हमारी जान मांग बैठे" घर से निकले और जिनके लिये जहान माँग बैठे, पलटकर वो थोड़ा और सामान माँग बैठे, हो चली जब उम्र से भी गहरी, हाथों की लकीरें मेरी , छुड़ाकर हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 511 Share jyoti jwala 13 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मैं जो जलता हूँ अमावस में चिरागों की तरह , बन के तू बाती मेरे साथ साथ जलती है , तेरी आँखों में रहता हूँ मैं हर पल ज़िन्दा ,... Hindi · मुक्तक 431 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक अपने दिल का दर्द ये, उम्र भर हंसकर पिये, जीना उसका जीना है जो, औरों की खातिर जीये। Hindi · मुक्तक 209 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक कोई तिरंगे झंडे को फाड़े फूके आज़ादी है, कोई गाँधी को भी गाली देने का अपराधी है, कोई चाकू घोप रहा है संविधान के सीने में, कोई चुगली भेज रहा... Hindi · मुक्तक 221 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक अब केवल आवश्यकता है हिम्मत की खुद्दारी की, दिल्ली केवल दो दिन की मोहलत दे दे तैय्यारी की, सेना को आदेश थमा दो घाटी ग़ैर नहीं होगी, जहाँ तिरंगा नहीं... Hindi · मुक्तक 572 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक आज समय को उत्तर देना ही होगा सिंहासन को, चीरहरण की कौन इजाजत देता है दुशाशन को, न्याय-व्यवस्था निर्णय करने में मजबूर क्यों दिखती है, इनकी गर्दन फाँसी के फंदों... Hindi · मुक्तक 250 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक लोकतंत्र के मंदिर को औज़ार बना डाला, कोई मछली बिकने का बाज़ार बना डाला, अब जनता को संसद भी प्रपंच दिखाई देती है, नौटंकी करने वालों का मंच दिखाई देती... Hindi · मुक्तक 204 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक प्यार सिखाने वाले बस ये मजहब के स्कूल गए, इस दुर्घटना में हम अपना देश बनाना भूल गए, कहीं बमों की गर्म हवा है और कहीं त्रिशूल जले, सांझ चिरैया... Hindi · मुक्तक 544 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक बीते लम्हे वो और , गुज़रे हुए दिन , ख़ुद की साँसों में हम , बसाते रहे, तुझसे माँगा नहीं था , तुझको कभी , फिर भी ख़ुद को तुझ... Hindi · मुक्तक 258 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक शिकायत नही तुमसे ना कोई गिला , मेरी क़िस्मत में था जो मुझको मिला, चाँदनी रात शोलों सी अब जलाती बदन , भूला हुआ ख़्वाब सारा मेरा खिला , Hindi · मुक्तक 197 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक “ अब भी रोज कहर के बादल फटते हैं झोपड़ियों पर, कोई संसद बहस नहीं करती भूखी अंतड़ियों पर, अब भी महलों के पहरे हैं पगडण्डी की साँसों पर, शोकसभाएं... Hindi · मुक्तक 228 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक किसी राजा या रानी के डमरु नही हैं हम, दरबारों की नर्तकी के घुन्घरू नही हैं हम, सत्ताधीशों की तुला के बट्टे भी नही हैं हम, कोठों की तवायफों के... Hindi · मुक्तक 583 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक आज ऐसे – ऐसे लोग कुर्सी पर तने मिले, जिनके पूरे – पूरे हाथ खून मे सने मिले, डाकु और वर्दियों की लाठी एक जैसी है, संसद और चम्बल की... Hindi · मुक्तक 190 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक लक्ष्मीबाई और शिवाजी की, वॊ अमर जवानी याद करॊ, घास की रॊटी खानॆ वाला, हल्दीघाटी का पानी याद करॊ, सॊचॊ उनका जॊश, जरा दॆखॊ जॊ, आज़ादी कॆ दीवानॆ थॆ, रंग... Hindi · मुक्तक 506 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मानचित्र को काट रहे हों, भारत माँ को बाँट रहे हों, ग़ैर तिरंगा फाड़ रहे हों, अपने झण्डे गाड़ रहे हों, जब सीने पर ही आ बैठें, भारत माता के... Hindi · मुक्तक 210 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक जो बीत गया वो अतीत था वर्तमान को निखारेंगे, अतीत से सबक लेकर अपने वर्तमान को सुधारेंगे, जब तक सोच को नहीं बदले,देश नहीं बदलेगा, रुढिवादी सोच बदलनी होगी ,तभी... Hindi · मुक्तक 207 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक धरती-अम्बर और समन्दर से कह दो, दुनिया के हर पञ्च सिकन्दर से कह दो, कोई अपना खुदा नहीं हो सकता है, कश्मीर अब जुदा नहीं हो सकता है । Hindi · मुक्तक 491 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक पांचाली के चीर हरण पर जो चुप पाए जायेंगे, इतिहासों के पन्नों में वे सब कायर कहलायेंगे , बंदूकों की गोली का उत्तर सद्भाव नहीं होता , हत्यारों के लिए... Hindi · मुक्तक 358 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक आँखें डबडबा गयी दिल रोने लगा कैसा ये हाल हुआ, सीमा पर फिर शहीद आज किसी माँ का लाल हुआ, कौन हैं जिम्मेदार इनकी मौत का एक जवाब दे दो,... Hindi · मुक्तक 361 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक पैसों से तोलने लगे हैं जो वो वीरों की शहादत को, इस कृत्य से बदनाम करते हैं माँ भारती की इबादत को , कब तक हम लाशो पर राजनितिक रोटियां... Hindi · मुक्तक 409 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक बीत गईं जॊ काली-काली, अंधियारी रातॊं कॊ छॊड़ॊ, घर कॆ गद्दारॊं सॆ निपटॊ, बाहर वाली बातॊं कॊ छॊड़ॊ, बलिदानी अमर शहीदॊं पर, गर्व करॊ तुम नाज़ करॊ, युवा-शक्ति आगॆ आऒ,... Hindi · मुक्तक 447 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मेरे सिरहाने में तक़िया ख़्वाब का नींद आती है नवेली की तरह । आग की सतरें पिघल कर साँस में फिर महकती है चमेली की तरह । Hindi · मुक्तक 365 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक हाथ में आया जो दामन दोस्ती का, हो गया जारी सफ़र फिर रोशनी का, चल पड़े, कल तक जो ठहरे थे क़दम, रास्ता फिर मिल गया है ज़िन्दगी का। Hindi · मुक्तक 416 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक संवादों से लगे पराया, दिल ही दिल में मंज़ूरी है , मन बहकाए, तन बहकाए, गंध प्यार की कस्तूरी है । Hindi · मुक्तक 204 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक झलक रहा था आँखों में सपनों का जंगल , ख़ामोशी से बतलाता था मौसम का दंगल, मैं बन परिंदा जब शाखों पे चहकती थी , छूती थी मेरी पलकें ख़्वाबों... Hindi · मुक्तक 412 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक तुलसी ज्यादा महक उठी है आँगन में, झूम उठे हैं झूमर फिर से सावन में, खुद को पाया मैंने फिर से दर्पण में, नयी खनक-सी जागी है फिर कंगन में। Hindi · मुक्तक 415 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक ठंडी ठंडी फुहार चेहरे पर,आ गयी है बहार चेहरे पर, एक संदेह सर उठता है , रंग आये हजार चेहरे पर, झुर्रिया चादर है फूलो की ,बन गयी एक मजार... Hindi · मुक्तक 222 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक निकले हैं मैदाँ में हम जां हथेली पर लेकर अब देखो दम लेंगे हम जा के अपनी मंज़िल पर खतरों से हँसके खेलना इतनी तो हम में हिम्मत है मोड़े... Hindi · मुक्तक 197 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक ज़ुल्फ़ों को हटा लो चेहरे से थोड़ा सा उजाला होने दो सूरज को ज़रा शर्मिंदा कर दो मुँह रात का काला होने दो। Hindi · मुक्तक 384 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मैने चाहा कि बता दूँ मैं हक़ीक़त अपनी तूने लेकिन न मेरा राज़-ए-मुहब्बत समझा मेरी उलझन मेरे हालात यहाँ तक पहुंचे तेरी आँखों ने मेरे प्यार को नफ़रत समझा। Hindi · मुक्तक 470 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक तेरा ख़याल तेरी तमन्ना लिये हुए दिल बुझ रहा है आस का शोला लिये हुए हैराँ खड़ी हुई है दोराहे पे ज़िंदगी नाकाम हसरतों का जनाज़ा लिये हुए। Hindi · मुक्तक 399 Share jyoti jwala 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक बिछाए शौक़ से, ख़ुद बेवफ़ा की राहों में खड़े हैं दीप की हसरत लिए निगाहों में, ये इंतज़ार भी एक इम्तिहां होता है इसी से इश्क़ का शोला जवां होता... Hindi · मुक्तक 183 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक " आगे बढ़ चुके मंज़िलों से हम पीछे रह गए चांद के कदम रात ये सुहानी बहार बन गई बहार ये गले का हार बन गई " Hindi · मुक्तक 332 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक " मैने चाहा कि बता दूँ मैं हक़ीक़त अपनी तूने लेकिन न मेरा राज़-ए-मुहब्बत समझा मेरी उलझन मेरे हालात यहाँ तक पहुंचे तेरी आँखों ने मेरे प्यार को नफ़रत समझा... Hindi · मुक्तक 214 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक किस शहर में तलाश करे हम जाये कहाँ, ढूँढे कहाँ पर जाकर अपने खोए प्यार को, ज़ालिम को मुझ पर अब भी आया नहीं रहम अपनी ठोकर से उड़ाया उसने... Hindi · मुक्तक 1 1 225 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक बुझ चुकी आग मेरे दिल की ज़माने पहले, राख है बस जो हवा से ही बिखर जाती है, रोज ढलते हैं यहाँ अश्क़ मेरी आँखों से, हसरत-ए दीदार तो पलकों... Hindi · कविता 248 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक " वफ़ा, समझ में भला आएगी उन्हें कैसे, जो आज तक न समझ पाए बंदगी क्या है, भला वह क्या मेरी मजबूरियों को समझेंगे , जिन्हें पता ही नहीं ये... Hindi · मुक्तक 190 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक धुंधला पड़ा है आइना भी अब, नहीं अक्स कोई भी ज़हन में , वो करने आये तब इज़हारे उल्फ़त , बदन लिपटा हुआ था जब कफ़न में । Hindi · मुक्तक 207 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक एक चाँद के बग़ैर सारी रात स्याह है, एक फूल के बिना चमन सभी तबाह है, ज़िंदगी तो ख़ुद ही एक आह है कराह है, प्यार भी जो ना मिले... Hindi · मुक्तक 288 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक घुमड़-घुमड़ के बादल घिरा है आज अटारी पर, विहंग बन के उड़ी मन में उमंग फिर यारो , कहीं पे कजली कहीं तान उठी बिरहा की, ह्रदय में झांक गया... Hindi · मुक्तक 469 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक जो ज़ुल्म सह के भी चुप रह गया न ख़ौल उठा, वो और कुछ हो मगर आदमी का रक्त न था, उन्हीं फ़क़ीरों ने इतिहास बनाया है यहाँ, जिन पे... Hindi · मुक्तक 214 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक तेरी गलियों से गुज़रते तेरे मकाँ तक पहुँचे, तेरे धड़कन की आवाज़ सुन यहाँ तक पहुँचे , चाँद को छू के चले आए हैं विज्ञान के पंख, ज़रा गौर से... Hindi · मुक्तक 180 Share jyoti jwala 11 Aug 2018 · 1 min read " क्यों कहती हो सजनी तुमसे प्यार नही करते " छोटी-छोटी बातों पर तक़रार नही करते, क्यों कहती हो सजनी तुमसे प्यार नही करते, ब्यूटी पार्लर के सारे बिल खुशी-खुशी भरता हूँ, खर्चे सारे तेरे सजनी चुप रह कर सहता... Hindi · गीत 1 356 Share Previous Page 11 Next