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11 Aug 2018 · 1 min read

मुक्तक

किस शहर में तलाश करे हम जाये कहाँ,
ढूँढे कहाँ पर जाकर अपने खोए प्यार को,
ज़ालिम को मुझ पर अब भी आया नहीं रहम
अपनी ठोकर से उड़ाया उसने मेरी मज़ार को।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 224 Views

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