jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next jyoti jwala 6 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक उनके माथे पर तो अक्सर, पत्थर के ही दाग रहे, जो आम, इमली ,अमरूदों, के पेड़ों वाले बाग़ रहे, उन कदमों को कोई पर्वत या नदियां क्या रोकेंगी? जिनकी आँखों... Hindi · मुक्तक 213 Share jyoti jwala 6 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक हमारे हौसलों को ठीक से जब जान लेते हैं, अलग ही रास्ते फिर आँधी और तूफ़ान लेते हैं, बहुत है नाज़ रुतबे पर उन्हें अपने, चलो माना, कहाँ हम भी... Hindi · मुक्तक 217 Share jyoti jwala 6 Sep 2018 · 1 min read " दूर गगन में सूरज चमका, नई सुबह है आने को " दूर गगन में सूरज चमका, नई सुबह है आने को, किरणें बिखरी हैं जैसे ,धरती को गले लगाने को , प्रत्यंचा की टंकारों से सारी दुनिया गुंजेगी, देश खड़ा अर्जुन... Hindi · कविता 271 Share jyoti jwala 6 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक गुज़ारे के लिए एक आशियाना कम नहीं होता, महल वालों से छप्पर का ठिकाना कम नहीं होता, मेरे घर जो भी आता है वो बरकत साथ लाता है, परिन्दे छत... Hindi · मुक्तक 445 Share jyoti jwala 6 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक जिंदगी में बहुत बदलाव मेरे आया है, सफ़र के बाद उजाला क़रीब आया है, उड़ा हुआ है बहुत रंग उसके चेहरे का, ये जब है, राज़ से पर्दा नहीं हटाया... Hindi · मुक्तक 311 Share jyoti jwala 5 Sep 2018 · 1 min read " आओ मिलकर देश सजायें " स्वच्छ्ता की कसमें खायें, आओ मिलकर देश सजायें, गांव, शहर के मार्ग स्वच्छ हो, गली-गली हर घने वृक्ष हो, वन, उपवन, कानन सब झूमें, नभ-जल-थल के प्राणी झूमें, महाशक्ति का... Hindi · कविता 251 Share jyoti jwala 5 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक इन आँसुओं से तुम अपना दामन सजा रहे थे, पता नहीं था , मुझे मिटाकर भी मेरी किस्मत बना रहे थे, पता नहीं था, हवा में घुँघरू से बज उठे... Hindi · मुक्तक 451 Share jyoti jwala 4 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक स्वार्थ का सुख और है, सेवा का सागर और है, आदमी के नाम का इक क़र्ज़ हम पर और है, अपने आँगन में दिया रखने से पहले ध्यान दो, बीच... Hindi · मुक्तक 228 Share jyoti jwala 4 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक बूँद स्वाति की हैं जीवन चातकों का, ज्ञान लक्ष्य हैं भटकते जातकों का, चाहता चकोर शीतल चांदनी बस, मोक्ष प्राप्ति है उद्देश्य साधकों का । Hindi · मुक्तक 249 Share jyoti jwala 1 Sep 2018 · 1 min read मुक्तक दस्तूर क्या ये शहरे-सितमगर के हो गए, जो सर उठा के निकले थे बे सर के हो गए, ये शहर तो है आप का, आवाज़ किस की थी? देखा जो... Hindi · मुक्तक 505 Share jyoti jwala 31 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक उगा है फिर नया सूरज, दिशाएँ हो गईं रोशन, परिंदो! तुम भी अब तैयारियाँ कर लो उडा़नों की, न जाने कितनी तहज़ीबें बनीं और मिट गईं, लेकिन, मिसालें आज भी... Hindi · मुक्तक 472 Share jyoti jwala 31 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक इस मुल्क में कारीगरी ढोता हुआ बचपन, लिये फिरता है साँसों में सियाही कारखा़नों की, तू जिस इंसाफ़ की देवी के आगे गिड़गिड़ाता है, वो तुझको न्याय क्या देगी, न... Hindi · मुक्तक 175 Share jyoti jwala 31 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक शाम का वक़्त है शाख़ों को हिलाता क्यों है? तू थके-माँदे परिंदों को उड़ाता क्यों है? स्वाद कैसा है पसीने का, ये मज़दूर से पूछ? छाँव में बैठ के अंदाज़ा... Hindi · मुक्तक 368 Share jyoti jwala 31 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मौज दरिया की मेरे हक़ में नहीं तो क्या हुआ, कश्तियाँ भी पाँव उल्टे चल पड़ी तो क्या हुआ, आसमाँ गिरने में लगता है कि थोड़ी देर है, पाँवों के... Hindi · मुक्तक 210 Share jyoti jwala 31 Aug 2018 · 1 min read " बस सच्ची ही बात लिखेंगे " बस सच्ची ही बात लिखेंगे, जीवन है सौगात लिखेंगे, जब हम अपनी पर आएंगे, मरुथल मे बरसात लिखेंगे, अपनी आंखों मे जुगनू हैं, सारी-सारी रात लिखेंगे, इन हाथों को लिखने... Hindi · कविता 447 Share jyoti jwala 30 Aug 2018 · 1 min read " आओ, आओ पालनहार, कर दो सबका बेड़ापार " जन्म लो फिर से एक बार, कान्हा बढ़ गया अत्याचार, जन्म लो फिर से एक बार ,कान्हा बढ़ गया अत्याचार, बिगड़ी बनाते हो कान्हा, दुख हरते तारणहार, नाव फंसी है... Hindi · गीत 320 Share jyoti jwala 30 Aug 2018 · 1 min read ?हे कान्हा? कान्हा कर दो ये उपकार, तुम हो जग के पालन हार, इंसान तो तेरी माया, प्रभु समझ नहीं पाया, तुझसे ही है कान्हा जग में धूप हो या हो छाया,... Hindi · कविता 231 Share jyoti jwala 27 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक पत्थर आपस में टकरायें कोई बात नहीं होती, आग तभी पैदा होती जब पत्थर "चकमक" होता है, पैसे की क़ीमत तो कोई ऐसे बच्चे से पूछे, जिसको खिलौनों से भी... Hindi · मुक्तक 461 Share jyoti jwala 27 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक खुद पर क़ाबू क्या पाते,बेक़ाबू जज़्बात रहे, तुम दोषी ना हम दोषी,दोषी तो हालात रहे, उम्मीदें थीं मरहम की,पर मिले आघात हमें, अंत भला हो या मालिक,कैसी भी शुरुआत रहे। Hindi · मुक्तक 199 Share jyoti jwala 25 Aug 2018 · 1 min read "राखी " कच्चे धागों से बनी पक्की डोर होती है राखी, प्यार और मीठी शरारतों की होड़ होती है राखी भाई की कलाई पर राखी बांधती है बहना, स्नेह का यह रिश्ता,... Hindi · कविता 464 Share jyoti jwala 25 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक तुम पूछो और मैं न बताऊँ ऐसे तो हालात नहीं, एक ज़रा सा दिल टूटा है और तो कोई बात नहीं, किस को ख़बर थी साँवले बादल बिन बरसे उड़... Hindi · मुक्तक 395 Share jyoti jwala 25 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक कभी न ख़त्म किया मैंने रोशनी का मुहाज़ , अगर चिराग़ बुझा, दिल जला लिया मैनें , कमाल ये है कि जो दुश्मन पे चलाना था , वो तीर अपने... Hindi · मुक्तक 595 Share jyoti jwala 25 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक यूँ चुप रहना ठीक नहीं कोई मीठी बात करो मोर चकोर पपीहा कोयल सब को मात करो सावन तो मन बगिया से बिन बरसे बीत गया रस में डूबे नग़्मे... Hindi · मुक्तक 451 Share jyoti jwala 25 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक ज़रूरत नाव की,पतवार की है ही नहीं उसको निभानी है जिसे लहरों से यारी, तैर जाता है, बताते हैं कि भवसागर में दौलत की नहीं चलती वहाँ रह जाते हैं... Hindi · मुक्तक 204 Share jyoti jwala 23 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक नारी का तन उघाड़ने की होड़ लगी यदि है यही विकास, तो विकास नही चाहिए, अब देश की जड़ खोदनेवाले नेता, खुद लिखेंगे इतिहास, तो इतिहास नही चाहिए। Hindi · मुक्तक 199 Share jyoti jwala 22 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक एक नई ज़िंदगी का आगाज़ कर, दुआएं लेकर इस जहां पे राज कर लबों पे आने मत दे नाम तख्तो-ताज का, तू फ़क़त ज़िंदा रह और ज़िंदगी पे नाज कर Hindi · मुक्तक 210 Share jyoti jwala 21 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक ढूँढ़ सको तो घोटालों में,खोया देश मुकद्दर ढूँढ़ो रिश्वत बिना जहाँ चलती हो,फ़ाइल ऐसा दफ़्तर ढूँढ़ो विषधर से पहले नेता के, हर काटे का मन्तर ढूँढ़ो जिसकी छाया बैठ ग़रीबी,... Hindi · मुक्तक 210 Share jyoti jwala 21 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक "ये सोच कर ही खुद से मुख़ातिब रहे सदा, क्या गुफ़्तुगू करेंगे तमाशाइयों से हम, अब देंगे क्या किसी को ये झोंके बहार के, माँगेंगे दिल के ज़ख़्म भी पुरवाइयों... Hindi · मुक्तक 438 Share jyoti jwala 21 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक हुंकारों से महलों की नींव उखड़ जाती, सांसों के बल से ताज हवा में उड़ता है, जनता की रोके राह, समय में ताब कहां ? वह जिधर चाहती ,काल उधर... Hindi · मुक्तक 401 Share jyoti jwala 21 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक " बार बार आती है मुझको मधुर यादें बचपन की, गया ले गया तू जीवन की सबसे मस्त खुशी मेरी , निश्चिंत खेलना खाना फिरना निर्भय स्वच्छंद, कैसे भूला जा... Hindi · मुक्तक 253 Share jyoti jwala 20 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक चाँद का रक़्स हो रहा है कहीं, दिल यहाँ से निसार होता है, शाख़-दर-शाख़ होती है ज़ख़्मी, जब परिंदा शिकार होता है। Hindi · मुक्तक 183 Share jyoti jwala 20 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक बहार आई तो खुल कर कहा है फूलों ने, ये किस ने छेड़ दी गुलशन में फिर जमाल की बात तू अपने आप में तन्हा है मेरी नज़रों में कहाँ... Hindi · मुक्तक 419 Share jyoti jwala 20 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक तेरे रहमोकरम पे जो अंधेरे तलघरों में थे, यक़ीनन रोशनी में आ गए अख़बार के चलते, ज़मीनी साज़िशों के और ऊपर की सियासत के, मुसलसल बीच में पिसते रहे घर-बार... Hindi · मुक्तक 190 Share jyoti jwala 20 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक झूठा निकला क़रार तेरा, अब किसको है ऐतबार तेरा, दिल में सौ लाख चुटकियाँ लीं, देखा बस हम ने प्यार तेरा। Hindi · मुक्तक 202 Share jyoti jwala 20 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं दिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतीं चल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुजुर, इश्क़ की राह में मनमर्जियाँ नहीं चलतीं... Hindi · मुक्तक 409 Share jyoti jwala 20 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मुझे भी डर लगा फांसला देख कर, पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर, खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई, मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर, इत्र से कपड़ों... Hindi · मुक्तक 301 Share jyoti jwala 19 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक " याद से जाते नहीं, सपने सुहाने और वो, लौटकर आते नहीं, गुज़रे ज़माने और वो, सिर्फ़ दो चीज़ें हैं कि जिनको खोजती है ज़िंदगी , गीत गाने, गुनगुनाने के... Hindi · मुक्तक 529 Share jyoti jwala 19 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक दिल में चल रहा है जो कब तक छुपायेंगे, वो कौन जिसको आप हाले दिल बताएंगे, अभी वाकिफ़ नहीं हुज़ूर हमसे शायद आप, हमें जानिए ज़रा तो हम भी अपनों... Hindi · मुक्तक 215 Share jyoti jwala 19 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक " कभी सोचा न था इक दिन मेरा भी हश्र ये होगा, मगर अब सोचती हूँ कैसे हाथ आयेगी ज़िन्दगी, बहुत वीरानगी है अब यहाँ पर दिल नहीं लगता, न... Hindi · मुक्तक 199 Share jyoti jwala 19 Aug 2018 · 1 min read " श्रद्धा " परमात्मा के प्रति अत्यन्त उदारतापूर्वक आत्मभावना पैदा होती है वही श्रद्धा है। सात्विक श्रद्धा की पूर्णता में अन्तःकरण स्वतः पवित्र हो उठता है। श्रद्धायुक्त जीवन की विशेषता से ही मनुष्य-स्वभाव... Hindi · लेख 375 Share jyoti jwala 19 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक तू बता दिल में उम्मीद कहाँ तक रखें, कब तक हवाओं पे घरौंदे बना रखें, दिल की वादी से ख़िज़ाओं का अजब रिश्ता है, फूल ताज़ा तेरी यादों के कहाँ... Hindi · मुक्तक 337 Share jyoti jwala 18 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक (1) मंज़िल पे ध्यान हमने ज़रा भी अगर दिया, आकाश ने डगर को उजालों से भर दिया, रुकने की भूल हार का कारण न बन सकी, चलने की धुन ने... Hindi · मुक्तक 202 Share jyoti jwala 18 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक खेतों को मुठ्ठी में भरना अब तक सीख नहीं पाया, यों तो मेरा जीवन बीता सामंती अय्यारों में। कैसे उसके चाल चलन में पश्चिम का अंदाज़ न हो, आख़िर उसने... Hindi · मुक्तक 197 Share jyoti jwala 18 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक नज़दीकी अक्सर दूरी का कारन भी बन जाती हैं, सोच समझ कर घुलना मिलना अपने रिश्तेदारों में, चाँद अगर पूरा चमके, तो उसके दाग खटकते हैं, एक न एक बुराई... Hindi · मुक्तक 219 Share jyoti jwala 18 Aug 2018 · 1 min read “ वो दौर दिखा मौला “ वो दौर दिखा मौला इन्सान की ख़ूशबू हो, जिन आखों में देखूं ईमान की खुशबू हो, पाकीजा अजाओं में मीरा के भजन गूंजें, नौ दिन के उपासन में रमजान की... Hindi · गीत 315 Share jyoti jwala 18 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक दे सजा-ए-मौत या फिर बख्श दे तू जिंदगी, कशमकश से यार तेरी सख्त घबराती हूँ मैं, मौन वो पढ़ता नहीं और शब्द भी सुनता नहीं, जो भी कहना चाहती हूँ... Hindi · मुक्तक 217 Share jyoti jwala 18 Aug 2018 · 2 min read " हिन्दी एक तारीख बन गयी " हिंदी दिवस औपचारिक समारोह का प्रतीक बनकर रह गया है, सरकारी संस्थानों में बस हिंदी दिवस के दिन हिन्दी की बदहाली पर झूठी सक्रियता आती है, इस अवसर पर बुद्धिजीवी,... Hindi · लेख 1 374 Share jyoti jwala 17 Aug 2018 · 1 min read " अटल हैं मुख्य पटल " हमारे देश के वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पारखी निगाहों से चयनित वो हीरे हैं, जिनके प्रतिभा प्रकाश से हमारा देश विकास... Hindi · लेख 389 Share jyoti jwala 16 Aug 2018 · 1 min read " आप वापस आओगे " "पार्टियां तो आती जाती रहती हैं, सरकारें बनती बिगड़ती रहती है, इस बात पर विशेषता से ध्यान देना चाहिए, देश सर्वोपरि है देश रहना चाहिए" यह कथन आपकी महानता बताता... Hindi · कविता 1 1 579 Share jyoti jwala 16 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक गुरु हैं ब्रम्हा, गुरु हैं विष्णु, गुरु ही देव महेश्वर हैं, अपनी भारत भूमि पर गुरु देवों से भी ऊपर है, धर मानव रूप श्रीराम इस धरा पर आये थे,... Hindi · मुक्तक 267 Share Previous Page 10 Next