मुक्तक
मुझे भी डर लगा फांसला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर,
इत्र से कपड़ों का महकाना ,
कोई बड़ी बात नहीं है,
मज़ा तो तब है जब आपके ,
किरदार से खुशबू आये!!
जिंदगी में रिस्क लेने से ,
कभी मत डरो,
या तो जीत मिलेगी और,
हार भी गए तो सीख मिलेगी।