मुक्तक
आँखें डबडबा गयी दिल रोने लगा कैसा ये हाल हुआ,
सीमा पर फिर शहीद आज किसी माँ का लाल हुआ,
कौन हैं जिम्मेदार इनकी मौत का एक जवाब दे दो,
कब तक उजडेंगी कोख माओं की कुछ तो हिसाब दे दो।
आँखें डबडबा गयी दिल रोने लगा कैसा ये हाल हुआ,
सीमा पर फिर शहीद आज किसी माँ का लाल हुआ,
कौन हैं जिम्मेदार इनकी मौत का एक जवाब दे दो,
कब तक उजडेंगी कोख माओं की कुछ तो हिसाब दे दो।