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2 Apr 2024 · 1 min read

“सच का टुकड़ा”

“सच का टुकड़ा”
उधार के रंगों से
कभी सपने नहीं रंगते,
बनावटी चेहरे
रूह को सुकून नहीं देते.

3 Likes · 5 Comments · 160 Views
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