ये ज़िंदगी भी गरीबों को सताती है,
बेटियां ज़ख्म सह नही पाती
परीक्षाएँ आ गईं........अब समय न बिगाड़ें
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
मन को भाये इमली. खट्टा मीठा डकार आये
वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
कसौटी पर खरा उतरा नहीं है
गीत
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
दूर अब न रहो पास आया करो,
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
*रामपुर रियासत का प्राचीन इतिहास*
जिस इंसान में समझ थोड़ी कम होती है,
#शून्य कलिप्रतिभा रचती है
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी