Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

सियासत में आकर।

हम सोचते थे सियासत में आकर वह कुछ काम करेंगें।
अपने असर से दो-चार रियासतें शहर की मेरे नाम करेंगें।।1।।

निज़ाम गर आया इस बार उनकें हाथों में इस वतन का।
गरीबों के लिए कुछ ख़ास पुख़्ता इंतिज़ाम करेंगें।।2।।

वह रहता है हक-ए-ईमान पर आवाम की ख़ातिर।
उसको पता है फिर भी कुछ लोग उसे बदनाम करेंगें।।3।।

उसने भी भर दिया पर्चा इस बार सदर के चुनाव का।
उसको लगता है कि लोग उसके हक में मतदान करेंगें।।4।।

माना सियासत करना ऐसे वैसों लोगों का काम नहीं।
पर हम सब मिल कर अपने वतन को एक मुकम्मल हिंदुस्तान करेंगें।।5।।

तुम सब अक़ीदा बना कर रखना बस उसकी जात पर।
बाकी करने को क्या है सब ही यहाँ प्रभु श्री राम करेंगें।।6।।

मेहनत करके वह अपने बच्चों को अच्छी तालीम दिला रहा है।
देखना यही बच्चें आगे जाकर उसका बड़ा नाम करेंगें।।7।।

ना जानें उसको क्या है पड़ी उनकी जिंदगानियों को संवारने की।
वो करले कुछ भी इनके लिए ये फिरसे वही बुरे काम करेंगें।।8।।

मुद्दतों बाद खबरे आयी है हवेली में खुशियों की बनके सौगात।
शाम-ए-महफ़िल में यहाँ हर सम्त आज ज़ाम पर ज़ाम चलेंगें।।9।।

कौन कहता है उसको कोई फ़िकर नहीं तुम्हारी ज़िंदगी की।
वसीयत में वह अपना सब कुछ बस तुम्हारें ही नाम करेंगें।।10।।

मत होने देना गंदा तुम इनके कोरे-कोरे जहनों को ताज।
वरना अपनें ही वतन में ये अपनों का कत्ले-आम करेंगें।।11।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

2 Likes · 170 Views
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
अतीत
अतीत
Bodhisatva kastooriya
राम जीवन मंत्र है
राम जीवन मंत्र है
Sudhir srivastava
മനസിന്റെ മണ്ണിചെപ്പിൽ ഒളിപ്പിച്ച നിധി പോലെ ഇന്നും നിന്നെ ഞാൻ
മനസിന്റെ മണ്ണിചെപ്പിൽ ഒളിപ്പിച്ച നിധി പോലെ ഇന്നും നിന്നെ ഞാൻ
Sreeraj
आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है,
आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है,
डी. के. निवातिया
सत्संग इवेंट बन गए है
सत्संग इवेंट बन गए है
पूर्वार्थ
जीने का एक अच्छा सा जज़्बा मिला मुझे
जीने का एक अच्छा सा जज़्बा मिला मुझे
अंसार एटवी
हौसला क़ायम रखना
हौसला क़ायम रखना
Shekhar Chandra Mitra
एक तरफ धन की बर्बादी ,
एक तरफ धन की बर्बादी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*Colors Of Experience*
*Colors Of Experience*
Poonam Matia
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Kumud Srivastava
रक्तदान
रक्तदान
Mangu singh
चाँदनी ,,,,,,,
चाँदनी ,,,,,,,
sushil sarna
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
शेखर सिंह
ना जाने
ना जाने
SHAMA PARVEEN
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
अमीन सयानी
अमीन सयानी
Dr. Kishan tandon kranti
कायम रखें उत्साह
कायम रखें उत्साह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कविता
कविता
Rambali Mishra
टूटना कभी भी मत
टूटना कभी भी मत
ललकार भारद्वाज
आप सुनो तो तान छेड़ दूँ मन के गीत सुनाने को।
आप सुनो तो तान छेड़ दूँ मन के गीत सुनाने को।
श्रीकृष्ण शुक्ल
भावात्मक
भावात्मक
Surya Barman
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
Suraj kushwaha
*दौड़ा लो आया शरद, लिए शीत-व्यवहार【कुंडलिया】*
*दौड़ा लो आया शरद, लिए शीत-व्यवहार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो तो नाराजगी से डरते हैं।
वो तो नाराजगी से डरते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
ये दौलत भी लेलो ये सौहरत भी लेलो
ये दौलत भी लेलो ये सौहरत भी लेलो
Ranjeet kumar patre
माॅं
माॅं
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
जी सकिया ना में तेरे बिन
जी सकिया ना में तेरे बिन
Shinde Poonam
खुद पर ही
खुद पर ही
Dr fauzia Naseem shad
Loading...