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4 Jan 2025 · 1 min read

कविवर नीरज जी के प्रति श्रद्धा सुमन व्यक्त करते हुए एक कुंडल

कविवर नीरज जी के प्रति श्रद्धा सुमन व्यक्त करते हुए एक कुंडलिया
नीरज जी (कुंडलिया)
—————————–
गाते जीवन भर रहे , सरल सलोने गीत
नीरज जी दिल में बसे ,बनकर प्यारे मीत
बनकर प्यारे मीत , कंठ अद्भुत था पाया
वह रस वह आह्लाद ,नहीं वापस फिर आया
कहते रवि कविराय , याद अब भी हैं आते
कवियों के सिरमौर , मधुर नीरज जी गाते
~~~~~
लेखक: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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