मुक्तक
लक्ष्मीबाई और शिवाजी की, वॊ अमर जवानी याद करॊ,
घास की रॊटी खानॆ वाला, हल्दीघाटी का पानी याद करॊ,
सॊचॊ उनका जॊश, जरा दॆखॊ जॊ, आज़ादी कॆ दीवानॆ थॆ,
रंग दॆ बसंती चॊला गातॆ, अपनी भारत माँ कॆ मस्तानॆ थॆ।
लक्ष्मीबाई और शिवाजी की, वॊ अमर जवानी याद करॊ,
घास की रॊटी खानॆ वाला, हल्दीघाटी का पानी याद करॊ,
सॊचॊ उनका जॊश, जरा दॆखॊ जॊ, आज़ादी कॆ दीवानॆ थॆ,
रंग दॆ बसंती चॊला गातॆ, अपनी भारत माँ कॆ मस्तानॆ थॆ।