Posts Tag: Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 14 Apr 2025 · 1 min read खो जाना चाहता हूँ सब अपनी दुनिया के राजा रानी हैं निरर्थक ही होगा किसी को अपने बंधन में बांधना नहीं भाता पल पल बदलते अपनों के चेहरे मतलब की यारियां ऊंचे ओहदे के... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi_poetry_हिंदी_कविता · कविता 12 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 1 Apr 2025 · 1 min read मातृ शरण ///मातृशरण/// मातृ चरण शोभा अति न्यारी, तुम पराशक्ति तुम ही संसारी । मातु चरणपद रति मोहे दीजै, बसहुं हृदय मह संग त्रिपुरारी ।। कोटि प्रणाम चरण पद वंदन , प्रसन्न... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 25 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 20 Mar 2025 · 1 min read संचित अभिलाष ///संचित अभिलाष/// संचित अभिलाषा के पल्लव, तुम्हें समर्पित तुम्हें समर्पित। हत-दर्प मति-उल्लासित गर्वित, विजन व्यथा उर में है पुष्पित।। प्रिय प्राण तुम्हें खोजते , फलित पुष्प कुंज सस्मित। नवल चित्त... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 29 Share मनोज कर्ण 12 Mar 2025 · 1 min read अनीति का प्रचार *अनीति का प्रचार* ~~°~~°~~° अनीति का प्रचार व्यापार बने फिर प्रलयकाल का यह आमंत्रण होगा, ब्रह्मांड के अविरल कालखंड पर यह विध्वंस का मौन अभ्यर्थन होगा.. साड़ी में लिपटी सनातन... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनीति का प्रचार · कविता 2 233 Share Writer Ch Bilal 11 Mar 2025 · 1 min read बचपन कविता धीरे-धीरे समय बढ़ता गया यारों का मजमा घटता गया कामों में हो गए सब बिजी तकदीर ने ऐसी माया खींची बचपन था यारों बड़ा प्यारा उम्र ने किया है सबको... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता बचपन · बचपन की यादें · लेख 1 40 Share मनोज कर्ण 9 Mar 2025 · 1 min read रस भाव आस्वादन रस भाव आस्वादन ~~°~~°~~° रस भाव आस्वादन करते, गायक कवि महान प्रेम घृणा द्विभाव मूल में,अन्य है संतति समान श्रृंगार, भक्ति वात्सल्य रस,प्रेम से उपजा जान प्रेम घृणा ही रस... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · मुक्तक काव्य · रस भाव आस्वादन 3 247 Share Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती 7 Mar 2025 · 1 min read हालात भले गंभीर हो जाए, हालात भले गंभीर हो जाए, पर दिल को सुकून देना पड़ता है। आंधियों में जलती लौ को, हौसले की जुनून देना पड़ता है। ग़म के साये घने हो जाए, अंधेरों... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 32 Share मनोज कर्ण 6 Mar 2025 · 1 min read वसंत संदेश वसंत संदेश ~~°~~°~~° माया का विस्तार अनंग अनुषंगी वसंत है, कामदेव सेनापति है इसके वासना दुष्यंत है.. मंद मंद मुस्कान लिए वनतोषिणी के लावण्य रुप, शकुन्तला के मधुर अधर पलाश... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · वसंत गीत · वसंत संदेश 3 2 1k Share Durva 6 Mar 2025 · 1 min read मेरा घर अब मुझे मकान सा लगता है मेरा घर अब मुझे मकान सा लगता है ये शहर, फिर से अनजान सा लगता है और फिर यू ही एक रोज किसी गाड़ी की खिड़की से दिखने वाले अनजान... Hindi · Best Hindi Kavita · Best Hindi Poetry · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कहानी 5 2 83 Share मनोज कर्ण 2 Mar 2025 · 2 min read स्वामी श्रद्धानंद स्वामी श्रद्धानंद ~~°~~°~~° राॅलेट एक्ट का काला कानून सत्याग्रह की पुनः शुरुआत हुई थी , स्वामी श्रद्धानंद शामिल हुए इसमें जन आंदोलन अवदात हुई थी.. जोश जुनून भीड़ उमड़ी थी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · स्वामी श्रद्धानंद 3 247 Share Vindhya Prakash Mishra 1 Mar 2025 · 1 min read याद मुझको मेरे गांव की आ रही। आम में मंजरी बौर की आ गयी, ये वसंती हवा और महका रही। कोयले है मुदित डाल पर गा रही। है सुगंधित हवा हर तरफ छा रही। डालियां झुक रहीं,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 43 Share मनोज कर्ण 27 Feb 2025 · 2 min read सती सावित्री *सती सावित्री* (भारतीय नारी विभुतियां) कहां ले जा रहे हो यमराज तुम मेरे पतिदेव का हर कर के प्राण, जीते जी मैं मर ही तो जाऊँगी पतिदेव के बिना,मैं भी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · भारत की नारी विभुतियां · सती सावित्री 3 2 782 Share मनोज कर्ण 25 Feb 2025 · 2 min read माता अनुसूया माता अनुसूया के सतीत्व से सकल ब्रह्मांड दीप्तिमान है दिव्य तेज चहुंओर फैला सभी जीव करते गुणगान है सतीत्व का दमक देखकर व्याकुल हुई त्रिदेव पत्नियाँ कहती है फिर पतिदेव... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · माता अनुसूया 3 520 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 24 Feb 2025 · 1 min read विस्मृत से प्रण ///विस्मृत से प्रण/// चिर नूतन यामों से प्रेरित, प्रिय तेरे हर विस्मृत से प्रण। यादें अतुलित निधि बनकर, दीप बाती प्रज्वलित हर क्षण।। हे नीरव संतत शुचि चिरयामी, गगन वेध... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 34 Share मनोज कर्ण 22 Feb 2025 · 1 min read महाकुंभ का प्रतिवाद क्यों..? *महाकुंभ का प्रतिवाद क्यों..?* हिन्दुत्व में जिसे आस्था नहीं है, महाकुंभ को मृत्युकुंभ कहते। स्वछंदता अभिव्यक्ति का मिला है, अपमानित वो हिन्दू को करते.. पुरातन पौराणिक ये परम्परा है, प्रतिवाद... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · महाकुंभ 2025 · महाकुंभ का प्रतिवाद क्यों · महाकुंभ प्रयागराज 3 318 Share मनोज कर्ण 20 Feb 2025 · 1 min read त्रेता के श्रीराम कहां तुम... *त्रेता के श्रीराम कहां तुम...* त्रेता के श्रीराम कहां तुम फिर से तो धरा पर आ जाओ कलियुग कल्प हुआ अति दुष्कर तुम देर ना अब लगा जाओ... त्रेता के... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कविता_गीत · भजन · रामभक्ति 2 92 Share मनोज कर्ण 9 Feb 2025 · 1 min read चलो चलते हैं धरा पर... चलो चलते हैं धरा पर... अथश्री..... श्री गणेशाय नमः... चलो चलते हैं धरा पर, वहाँ मनुज ने हमें बुलाया है, मिलन है दो दिलों का जो,मंडप भी भव्य सजाया है।... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · चलो चलते हैं धरा पर · जय-श्री-गणेश 3 197 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 4 Feb 2025 · 1 min read *हौसला ही काम आएगा* बुरा वक्त भी गुज़र जाएगा, जो आज है, कल नज़र नहीं आएगा। मत बहाना आंसू दूसरों के पास, इसमें तेरा हौसला ही काम आएगा। समय के साथ ही हर दर्द... Hindi · Gazal · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindipoem · कविता 4 2 551 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 3 Feb 2025 · 1 min read राम तत्व ///राम तत्व/// राम तत्व हैं राम द्रव्य हैं, राम ही ऊर्जा धाम। राम गगन हैं राम काल हैं, राम ही सुख नाम।। राम ही हैं परम चेतना, राम ही जगत... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 33 Share मनोज कर्ण 3 Feb 2025 · 2 min read ये भारत न रहा.. ये भारत न रहा.. वीणापुस्तकधारिणी श्वेतपद्मासना माता , निसर्ग नीर गालों पर नयनों से टपकता। कहती है पुत्र,ये तत्परता ये सजावट कैसी, जब श्रद्धाभाव नहीं हो, तेरे मन में बसता।... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · ये भारत न रहा · संस्कृति का अवमूल्यन 4 203 Share Aaidan Goyal 28 Jan 2025 · 1 min read (कॉलेज का पहला दिन) नये सपनों की राहों में, कॉलेज का पहला दिन हैं, उम्मीद की बातों में, खुशियां बिखरती जान है, किताबों की खुदाई लेकर, चलती हैं मेरी कदम, दोस्तों की हंसी साथी... 7kavita · Education · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · स्कूल कॉलेज के दिन · स्कूल कॉलेज के सुनहरे दिन 1 91 Share मनोज कर्ण 25 Jan 2025 · 2 min read हे गृहस्थ..! हे गृहस्थ ! (छंदमुक्त काव्य) ::::::::::::::::::: हे गृहस्थ ! मन मलीन क्यों है तेरा, नस खींचना नहीं है तुझे नागा साधुओं की तरह , और न ही जीते जी पिंडदान... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · छंदमुक्त काव्य · हे गृहस्थ 4 405 Share मनोज कर्ण 24 Jan 2025 · 2 min read सुनो तो तुम... *सुनो तो तुम* कोई शून्य से पुकार रहा, कोई तुम्हें बुला रहा जेठ की तपती दुपहरी में, आग्नेय दग्ध पथ पर _ बटवृक्ष की छांव तले बैठे पथिक , जरा... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · छंदमुक्त काव्य 2 146 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 23 Jan 2025 · 1 min read विरह के अवसाद ///विरह के अवसाद/// राग रंग नव किल्लोल, सरसता जो फूलों की मोल। मोह ले सागर के भी पार, उपजता उर में मधुता घोल।। लूटा दूंगी तुझ पर अंबार, सहज है... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 43 Share मनोज कर्ण 21 Jan 2025 · 2 min read संस्कृति लोप की जांच पड़ताल संस्कृति का लोप, हुआ अतीत में, निज स्वाधीनता, अब निष्प्राण हुई कैसा फर्ज था, निभाया नृप ने, युवा बल पौरुष भी मसाण हुई.. कार्य उनके संस्कार रहित थे, सब जन... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · काव्य रचना · संस्कृति लोप की जांच पड़ताल 4 1k Share मनोज कर्ण 17 Jan 2025 · 1 min read त्रिविध ताप त्रिविध ताप देखि,मनु मगु हारे मिलत मधुबन नहिं,मन कारे कारे.. माया मोहित मन,संतप्त क्यों, उबरे हैं जब सबहिं राम से, आजा तू भी राम दुआरे... त्रयताप कृत, तप्तजीवन मन हारे... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · काव्य · त्रिविध ताप 4 170 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 14 Jan 2025 · 1 min read प्राण मिलन ///प्राण मिलन/// मेरे उर की दीप ज्योति, जल सतत इस अन्तर में। तुझको मैं अर्पित करती हूं, प्राण प्रिय के पगतल में।। मेरी विरह व्यथा के उत्ताप, तुझसे रश्मि बनकर... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 38 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 13 Jan 2025 · 1 min read आत्म वेदना ///आत्म वेदना/// आत्म वेदना का निस्सीम अंचल, क्यों मुझे है घेर लेता। असीम व्योम के नीरव फलक का, पीन मुझे क्यों बेध देता।। अचल व्यथा की वेदना को, मैं तो... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 60 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 11 Jan 2025 · 1 min read मृदु वाटिका ///मृदु वाटिका/// वाष्प राशि के प्रणय निवेदन, तुम अखिलेश धरा के भूप। तुम्हें चढ़ाऊं आज तुम्हारी ही, सृष्टि के खिले पुष्प अनूप ।। स्वाति के प्राणों की दीपशिखा, मधुरश्मि के... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 218 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 10 Jan 2025 · 2 min read *मां से अनकही बातें* है ये चाहत मेरी कि इस बार की छुट्टियों में, जब मैं घर जाऊँ तो कह दूं अपनी मां से, जो मैं कभी कह नहीं पाया उनसे। कह दूं उनसे... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Mothersday · कविता · प्यारी मां · हिंदी 3 2 554 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 9 Jan 2025 · 1 min read ऊर्मि ///ऊर्मि/// उर्मि हो तुम सागर फलक पर, तुममें आरोह और अवरोह देखा। सुनती रही तुम ही से प्रेम गाथा, तुम्हारा आवेगमयी संसार देखा।। मिटती हुई तुम तरल विरल में, कितने... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 97 Share मनोज कर्ण 6 Jan 2025 · 1 min read सोचो मन के उस हद तक सोचो मन के उस हद तक सोचो मन के, उस हद तक जिसके पार, कुछ भी न हो.. तृष्णा-वितृष्णा का भेद मिटे और जीवनकथा, व्यथा ना हो.. तर्क-वितर्क से रहित,हो... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता_गीत · काव्य · सोचो मन के उस हद तक 3 2 447 Share मनोज कर्ण 4 Jan 2025 · 1 min read मुसम्मम इरादा कीजिए अरमानों को यूँ सीने में द़फनाकर ग़र्दिश-ए-हालात पे,न रोया कीजिए बस मंजिल पर निगाहें टिकाकर कुछ मुसम्मम इरादा कीजिए चश्में को आंखों पर उल्टा रखकर निशाँ हथेली न निहारा कीजिए... Hindi · Gazal ग़ज़ल · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · काव्य रचना · नज़म 3 155 Share Anop Bhambu 28 Dec 2024 · 1 min read गाँव है मेरा कोलू ऑर्डर के लिए मैं ना बोलू, गाँव है मेरा प्यारा कोलू। यहाँ की मिट्टी, यहाँ की खुशबू, धंधा किया है अभी-अभी चालू। झटपट आओ, देरी ना करो, मनचाही चीज़, सब... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 97 Share मनोज कर्ण 30 Nov 2024 · 1 min read तारा टूटा तारा टूटा ******* ख़्वाब लिए एक तारा टूटा, जाकर दिल पर जा अटका.. आसमान से टूटा था वो, जाकर धरा पर आ खिसका.. जिसने उसको टूटते देखा, उसके दिल पर... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 3 2 230 Share मनोज कर्ण 29 Nov 2024 · 1 min read पवन संदेश पवन संदेश सहलाये पवन, इठलाये पवन पर मन को क्यूँ नहीं भाये पवन.. कोमलता का एहसास लिए मन को क्यों चुभ जाए पवन.. भरी दोपहरी छांव तले बैठा है पथिक... Hindi · *प्राकृतिक संगीत* · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · पवन संदेश 3 318 Share Otteri Selvakumar 26 Nov 2024 · 1 min read इसके बारे में कैसा है? +++ सुबह भोर में ... शुरूआत चिड़िया का फूल सूर्य आगमन सुबह उन्नयन।।। उस सुंदरता में सुबह काफी हद तक होना डेस्कटॉप पर बिस्तर रखा प्याला-भर कॉफ़ी।।। अच्छी तरह से... Hindi · Hindi Kavita · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Latest Hindi Poetry 177 Share मनोज कर्ण 22 Nov 2024 · 1 min read मनोव्यथा *मनोव्यथा* कैसा ये स्पर्श,तन को नहीं छुआ तूने, पर दिल को तो झकझोर दिया _ है सारी दुनियां अब एक तरफ, पर मैंने अपना मुंह तो मोड़ लिया _ तरंगे... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · मनोव्यथा 3 2 223 Share मनोज कर्ण 14 Nov 2024 · 1 min read कर्मफल का सिद्धांत हुनर सड़कों पर जहाँ तमाशा किया करते हैं किस्मत महलों में क्यूँ राज किया करते हैं... कर्मों के हिसाब से सजता है प्रारब्ध सबका जिसकी अनदेखी हम आज किया करते... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कर्मफल का सिद्धांत · कविता 2 287 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 5 Nov 2024 · 1 min read हिंदी दोहे - उस्सव *हिंदी दोहा -विषय - #उत्सव* #राना उत्सव रोज है,तुलसी पौध समीप। अर्चन बंदन कीजिए,सदा जलाओ दीप।। श्री गणेश जी शुभ सुबह,उत्सव खुद हरि नाम। खुशी दिवाली जानिए,#राना है पैगाम।। #राना... Hindi · Doha · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 1 129 Share सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 31 Oct 2024 · 1 min read आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔 🪔🪔🪔🪔🪔 आओ मिलकर दीप जलाएं। घर-घर औ’ सब द्वार-द्वार तक, अपनापन की लौ लपटाएं। आओ ऐसा दीप जलाएं। 🪔 दीपक,बाती जल जाने दो! तिमिर-तार सब गल जाने दो, मृत को... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindipoem · कविता · दिवाली 237 Share Kavita Chouhan 17 Oct 2024 · 1 min read ज्योत्सना ***ज्योत्स्ना *** नभ में चमकी सुंदर गोलाई संग प्रखर ज्योत्सना आई टिमटिमाते सहस्त्रों तारे गगन के आंचल छिपते सारे श्वेत धवल आभा जगमगाई चंद्रिका शशि मिलन को आई मिलन ये... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपीडिया 167 Share Er.Navaneet R Shandily 17 Oct 2024 · 1 min read *आत्म विश्वास की ज्योति* असुविधा के दुविधा को तप की सुविधा बना लो कंदन करुण आंसुओं को यज्ञ की समिधा बना लो हार ना विराम हो खुद को तुम पहचान लो विश्वास के धरातल... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 140 Share मनोज कर्ण 12 Oct 2024 · 1 min read प्रेम गीत :- वक़्त का कारवां... वक़्त का कारवां... वक़्त का कारवां, जैसे थम सा गया... तुम मिले हो यहाँ.. जब मिले हो यहाँ.. रातें कटती नहीं थी,आहें भरता था मैं... आहट सुन-सुन के,करवट बदलता था... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता गीत शायरी गजल · प्रेम गीत · वक़्त का कारवां 2 374 Share Aman Kumar Holy 6 Oct 2024 · 1 min read गांधी होने का क्या अर्थ है? गांधी होने का क्या अर्थ है? क्या मजबूरी का नाम है? या फिर मजबूती का नाम है गांधी। गांधी हाड़ मांस का एक पुतला भर नहीं, ना हीं लाठी के... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · गांधी जयंती · गांधी जी 388 Share मनोज कर्ण 5 Oct 2024 · 1 min read मन मन मन उद्विग्न रहता है... अधोपतन को, आत्मा की वृत्ति के विपरीत, मन, आत्मा की पुकार को सुनता कहाँ है... अनकहे जज्बातों को सुनने की, उसकी आदत नहीं... पतझड़ के... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · छन्दमुक्त काव्य 2 157 Share Kavita Chouhan 2 Oct 2024 · 1 min read ****महात्मा गाँधी**** भारत देश मे यूँ चली थी जब सत्याग्रह की आँधी संत हुआ था एक महान सा नाम था मोहनदास गाँधी बाल्यकाल में मोहन कहलाते चरखा , खादी उनको भाते माता... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपीडिया 1 219 Share Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi 25 Sep 2024 · 1 min read Kp प्रस्तुत है आपकी सेवा में चित्र पर आधारित यह :-गजल पसंद है आशा व विश्वास है मनके मंदिरमें इसका वास है इसकी मधुर मुस्कान खास है इसका सुंदर चमन में... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 96 Share *प्रणय प्रभात* 14 Sep 2024 · 2 min read #कविता- #कविता- *(हिंदी दिवस पर विशेष)* ■ निर्वासित मां...।। 【प्रणय प्रभात】 एक दुखियारी मिली आंसू बहाती, कर रही क्रन्दन करों से पीट छाती। लग रहा था है कोई विपदा की मारी,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · प्रणय की कविता 1 149 Share Otteri Selvakumar 1 Sep 2024 · 1 min read यह क्या है? चोर आया उसने चुरा लिया शटर खुले थे सामने का दरवाजा बंद था दरवाजे के पास केवल कुत्ता यह कम हो रहा था बहुत जोर से... यह आज है भारतीय... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कहानी · कुण्डलिया · कोटेशन 112 Share Page 1 Next