Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Nov 2024 · 1 min read

मनोव्यथा

मनोव्यथा
कैसा ये स्पर्श,तन को नहीं छुआ तूने,
पर दिल को तो झकझोर दिया _
है सारी दुनियां अब एक तरफ,
पर मैंने अपना मुंह तो मोड़ लिया _

तरंगे जो उठती नहीं दिल में,
किस-किस की मैं परवाह करुँ_
गुमसुम पड़ी किस्मत में अब,
कैसे मैं प्रेम प्रवाह करुँ _

है फैला वैराग्य का सागर गहरा,
कैसे मैं जीवन का सफर करुँ _
है राधे-कृष्ण का यदि प्रेम अमर,
शाश्वत,अटूट और प्रखर रहूँ_

मैं पीर लिख दूँ मीरा जैसी,
तुम लिखना न मिलन राधा जैसा_
मैं रुक्मणी सी गले का हार बनूँ ,
लेना नहीं प्रेम मुझे आधा जैसा _

मौलिक और स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – २२/११/२०२४ ,
मार्गशीर्ष , कृष्ण पक्ष ,सप्तमी ,शुक्रवार
विक्रम संवत २०८१
मोबाइल न. – 8757227201
ई-मेल – mk65ktr@gmail.com

3 Likes · 2 Comments · 144 Views
Books from मनोज कर्ण
View all

You may also like these posts

जीवन को
जीवन को
Dr fauzia Naseem shad
झूठ भी कितना अजीब है,
झूठ भी कितना अजीब है,
नेताम आर सी
गुलाबी शहतूत से होंठ
गुलाबी शहतूत से होंठ
हिमांशु Kulshrestha
अरमान दिल में है
अरमान दिल में है
डॉ. दीपक बवेजा
जिस ओर उठी अंगुली जगकी
जिस ओर उठी अंगुली जगकी
Priya Maithil
एक तरफ़ा मोहब्बत
एक तरफ़ा मोहब्बत
Aman Sinha
एश्वर्य
एश्वर्य
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
aestheticwednessday
"ईद-मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रतीकात्मक संदेश
प्रतीकात्मक संदेश
Shyam Sundar Subramanian
नास्तिकता
नास्तिकता
मनोज कर्ण
- हमारे खिलाफ -
- हमारे खिलाफ -
bharat gehlot
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
भरोसा है मुझे
भरोसा है मुझे
Sanjay Narayan
मस्तिष्क की सीमाएं
मस्तिष्क की सीमाएं
पूर्वार्थ
Dear  Black cat 🐱
Dear Black cat 🐱
Otteri Selvakumar
अगर जल रही है उस तरफ
अगर जल रही है उस तरफ
gurudeenverma198
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
Neelofar Khan
भाईचारा
भाईचारा
Mukta Rashmi
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
3292.*पूर्णिका*
3292.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*गली-गली में घूम रहे हैं, यह कुत्ते आवारा (गीत)*
*गली-गली में घूम रहे हैं, यह कुत्ते आवारा (गीत)*
Ravi Prakash
दिलवालों के प्यार का,
दिलवालों के प्यार का,
sushil sarna
"गारा"
Dr. Kishan tandon kranti
"जो सब ने कहा, जो जग ने कहा, वो आपने भी दोहरा दिया तो क्या ख
*प्रणय*
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
Neeraj Agarwal
एगो गदहा से आके लड़ि गइल कहीं के पीला
एगो गदहा से आके लड़ि गइल कहीं के पीला
अवध किशोर 'अवधू'
मेरी जिंदगी सजा दे
मेरी जिंदगी सजा दे
Basant Bhagawan Roy
"राखी का तोहफा"
Jyoti Roshni
*Solace*
*Solace*
Veneeta Narula
Loading...