Posts Tag: Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 156 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi 25 Sep 2024 · 1 min read Kp प्रस्तुत है आपकी सेवा में चित्र पर आधारित यह :-गजल पसंद है आशा व विश्वास है मनके मंदिरमें इसका वास है इसकी मधुर मुस्कान खास है इसका सुंदर चमन में... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 113 Share *प्रणय प्रभात* 14 Sep 2024 · 2 min read #कविता- #कविता- *(हिंदी दिवस पर विशेष)* ■ निर्वासित मां...।। 【प्रणय प्रभात】 एक दुखियारी मिली आंसू बहाती, कर रही क्रन्दन करों से पीट छाती। लग रहा था है कोई विपदा की मारी,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · प्रणय की कविता 1 164 Share Otteri Selvakumar 1 Sep 2024 · 1 min read यह क्या है? चोर आया उसने चुरा लिया शटर खुले थे सामने का दरवाजा बंद था दरवाजे के पास केवल कुत्ता यह कम हो रहा था बहुत जोर से... यह आज है भारतीय... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कहानी · कुण्डलिया · कोटेशन 121 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 31 Aug 2024 · 1 min read *मतलब की दुनिया* फिर जीने की आस हुई जब आकर वो मेरे जनाज़े पर रो गए जिनके दिल तोड़ने से हम गम में मजबूरन ज़हर खा गए अब मुमकिन नहीं था वापिस आना... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi Sahitya · Poetry · कविता · गीत 5 2 349 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Jul 2024 · 1 min read *बेसहारा बचपन* ज़िंदगी कट रही है सड़क पर उनकी लगता है रूठ गई है क़िस्मत भी उनकी सुनता नहीं ये ख़ुदा इबादत भी उनकी देखकर दुख होता है हालत ये उनकी किताबों... Hindi · Best Hindi Kavita · Best Hindi Poetry · Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 6 6 264 Share मनोज कर्ण 7 Jul 2024 · 1 min read रमन्ते सर्वत्र इति रामः रमन्ते सर्वत्र इति रामः देख, देख, तू देख ले बंदे, फिर से अरि ललकारा है, कहता राम जब आये मंदिर, अयोध्या फिर,तू क्यूँ हारा है। सहिष्णुता की भी सीमा होती,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 4 2 374 Share Niharika Verma 14 Jun 2024 · 1 min read दिल कहे..! सूरज सा तेज पा लूं या चांद सी शीतल हो जाऊं , दिल कहे..तारों पर खूबसूरत आशियाना सज़ा लूं !! फूलों की महक ले लूं या फलों की मिठास चुरा... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · ख्याल · जीवन · प्रकृति · हिंदी 2 243 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "तुम्हारी यादें" फ़िर से आज तुम्हारी याद आई, देखा एक टूटे हुए दिल को उसको देख अपने बहते हुए अश्कों की याद आई, दर्द भरे उन लम्हों की याद आई, वो जागती... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poertywritingchallange · कविता 1 154 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "अजनबी बन कर" सुनो मिलते हैं फ़िर से एक अजनबी बन कर, मैं तुम्हारा हाल पूछूँगा और तुम मेरा नाम, बैठेंगें फ़िर से उन पहाड़ों में देखेंगे ढलते सूरज में खुद के रिश्ते... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poertywritingchallange 146 Share जय लगन कुमार हैप्पी 31 May 2024 · 2 min read चम्पारण क्या है? "चंपारण क्या है?" --------------------- चंपारण वह है, जहां पर चम्पा के पेड़ों से आच्छादित जंगल है। चंपारण वह है, जहां पर महर्षि वाल्मीकि जी का आश्रम है। चंपारण वह है,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 182 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read इश्क़ मत करना ... किसी से इश्क़ मत करना कमज़ोर होने लगोगे । याद करके महबूब की — दिन रात रोने लगोगे ।। अपनी नींद, चैन, सुख — यानी कि सब कुछ खोने लगोगे... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · समकालीन कविता 2 226 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मुझे लगता था — मुझे लगता था — कि तुम्हारे साथ होने पर ज़िन्दगी में रंगत आएगी । मेरी ज़िन्दगी में हर जगह खुशी ही खुशी छायेगी ।। लेकिन मुझे क्या पता था कि... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · समकालीन कविता 2 167 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read इंसानियत की लाश आज देश में इंसानियत की लाश एक कोने में पड़ी सड़ रही है । नेता लगातार जनता को आपस में लड़ा रहे हैं, और बेवकूफ़ जनता – आपस में लड़... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अकविता। 2 182 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read रोबोटयुगीन मनुष्य मैंने इज़ाद किया है अपने युग की पीढ़ी के लिए एक नया मुहावरा – ‘रोबोट युगीन पीढ़ी’ । जिसका हृदय है बिल्कुल रोबोट जैसा — संवेदनहीन । जिसे नहीं पड़ता... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अतुकांत · रोबोट · समकालीन कविता 1 198 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (सिर्फ़ मरते हैं) सिर्फ़ मरते हैं यहाँ हिन्दू, मुसलमाँ या दलित , अब किसी भी जगह पर मरता नहीं है आदमी । बँट गए अब तो स्वयं भगवान कितनी जात में , अब... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · ग़ज़ल 3 467 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read शायरी 1 सुर्ख़ सफ़ाह, आबनूसी निगाहें, क़मर सी सूरत, ये जामे काही। औ’ जुल्फ़ें शुतुरी, अदाएँ क़ातिल, तुम्हारी गर्दन कोई सुराही। तुम्हारे आशिक़ हैं कितने सारे — दिलों पे खंजर के वार... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · शायरी उर्दू शायरी · शायरी हिंदी 2 354 Share Neeraj Mishra " नीर " 30 May 2024 · 1 min read पत्रकार की कलम देख डरे झूठ-फरेब का गला घोंट ,सत्य को विजय दिलाता अपनी कलम की ताकत से ,चौथा स्तम्भ कहलाता || भ्रष्टाचार और अनाचार का जग में करता भंडाफोर युद्ध सत्य का लड़ता असत्य... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · पत्रकार · हिन्दी पत्रिकारित दिवस 1 219 Share Neeraj Mishra " नीर " 29 May 2024 · 1 min read गरीबी मैं खानदानी हूँ मिट्टी गोबर के बने महल की एक अद्भुत अकल्पनीय प्रचलित कहानी हूँ गरीबी मैं खानदानी हूँ वक्त बदले हालत बदले मैं हर बड़े नेता की राजनैतिक जीत की जुबानी हूँ... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · गरीबी और लाचारी · बूढ़ा लाचार गरीब किसान · लाचारी 1 264 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read शीर्षक-आया जमाना नौकरी का शीर्षक-आया जमाना नौकरी का नारी ,नर से कदम ताल मिलाकर,नये सफर पर चल पड़ी। मजबूरी है आज, महंगाई की जो मार पड़ी ।। बाई के हबाले,,छोड़ जिगर के टुकड़े को।... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 180 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read प्यारे मोहन शीर्षक-प्यारे मोहन मेरे नटखट नन्द गोपाल, तेरे घुंघराले बालें बाल। मोहिनी मूरत, सोहनी सूरत, मुकुट साजें है भाल।। बासुदेव, देवकी ने नन्द जाओं, मथुरा - बृंदावन हुए निहाल। बालपन की... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 196 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read जग की तारणहारी शीर्षक-जग की तारणहारी नारी है जग निर्माता, नारी है भगवान की माता। नारी ने बृह्माण्ड रचा, नारी जाति से है अस्मिता।। लोक लाज़ के भय से, नारी ने अपमान सहा।... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 206 Share Neeraj Mishra " नीर " 28 May 2024 · 1 min read चलो इसे ही अपनी पार्टी से चुनाव लड़ाते है चलो अपनी पार्टी से चुनाव लड़ते है खेलते है खेल एक गंदा सता पाने का यही है फंडा खेल के लिए किसी को चुनते है चुनते है उसे जो जानता... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 115 Share Kunwar kunwar sarvendra vikram singh 28 May 2024 · 1 min read मैं भी कोई प्रीत करूँ....! तुमसे मिलकर लगा युँ मुझको, मैं भी कोई प्रीत करूँ राग–हृदय का तुम्हें बनाकर, खुद में मैं संगीत भरूं हिय की नाव लहर में आई, मापू कैसे मैं गहराई जी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poetry By Kunwar SarvendVikram · कविता · कुंवर सर्वेंद्र · गीत 329 Share Vibha Jain 27 May 2024 · 1 min read महुब्बत शीर्षक- ये है महुब्बत दिल से दिल मिलेंगे, होगा एक नया सबेरा। प्रेम पाती लिखेंगे, इसमें न तेरा और न मेरा।। प्यार है जीवन, जाना जब हुआ प्रेम घनेरा। कभी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 273 Share Neeraj Mishra " नीर " 27 May 2024 · 1 min read नम आंखे बचपन खोए उम्र महज दस की मेरी पर देख कर्म मेरा कई गणितग गणित लगते नित नए नए नामों से मुझको कह कर लोग बुलाते कोई अनाथ कोई गरीबी का कीड़ा कोई... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कविता बचपन · बचपन का दर्द 2 185 Share SURYA PRAKASH SHARMA 26 May 2024 · 4 min read आगामी चुनाव की रणनीति (व्यंग्य) आगामी चुनाव की रणनीति बनाने के लिए एक बार एक पार्टी के सदस्यों की मुलाकात हुई । 'इस बार फिर से जीत कैसे मिले' इसी मुद्दे पर बात हुई ।... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · व्यंग्य 1 163 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 20 May 2024 · 1 min read गूंजा बसंतीराग है गूंजा बसंतीराग है , मन में भरा उल्लास है, जुट पड़े नव निर्माण में सब, ले मुदित मन अभिलाष है। प्रकृति भी नव यौवना बन , हो प्रसन्न लेती अंगड़ाई,... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 200 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 19 May 2024 · 1 min read मन की बुलंद मन की बुलंद( शीर्षक) मरकर भी जीने की, चाह है तुझमें, तो मैं बताती हूं कि क्या नाज है तुझमें। खुद को कभी किसी से ,गिरा मत समझना, कितनी भी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 245 Share Sûrëkhâ 14 May 2024 · 1 min read सोच सोच सोच आती है तो कभी जाती है, कभी अच्छी तो कभी बुरी , कभी वैज्ञानिक , तो कभी दार्शनिक कभी संकीर्ण, तो कभी विराट ….। सोच कभी लेकर आती... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अच्छी बुरी सोच · एक सोच · जीवन के उतार-चढ़ाव की सोच 2 158 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read होली है !!! होली है तो ख़ुशरंग गुलालों की बात हो रंजिश की बात हो न मलालों की बात हो इन्सानियत के फूल हों,ख़ुशबू हो प्यार की ऐसे ही महके महके ख़यालों की... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 163 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 May 2024 · 1 min read राम जलाओ री सखी मंगल दीप! जलाओ री सखी मंगलदीप, आज घर आये हैं राजा राम। राह बुहारो ये महल सजाओ , आयो शुभ घड़ी ये वर्षों बाद। फूलों का वन्दनवार... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 109 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 May 2024 · 1 min read प्रकृति प्रकृति मोर करे है नृत्य मनोहर प्रीत दिखावे किसे घनी। कोयल गाये मधुरिम वाणी मीठे से रस गीत सनी। हरियाली है चहुँ दिशि छायी मन उपवन में हर्ष खिला। बगियन... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 202 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read आम एक दिन पापा जब आम लाये तो बच्चे ने क्या कहा पापा लाये मीठे आम कितने रंग रंगीले आम मैं खाऊंगा खूब तमाम हैं ये रसीले कितने आम पापा लाये........... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनिल कुमार निश्छल · बाल कविता · शिवनी 193 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read वो जरूर आएगी तुम आवाज तो दो,वो दौड़ती आएगी, संग अपने अपनो की मंडली लाएगी। तुम आवाज तो........ चल देती है उधर अपना संग किये , निश्चयी जीवन जाते है ,जिधर अपना रुख... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनिल कुमार निश्छल · शिवनी · हमीरपुर 116 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read हम तो अपनी बात कहेंगे बुरा लगे लग जाए तुमको दिन को क्यों फिर रात कहेंगें? हम तो अपनी बात कहेंगें दीन-हीन-लाचार हैं जो फ़िर युवा-वृध्द-बीमार हैं जो फ़िर नारी को इक आशा देकर फिरते... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनिल कुमार निश्छल · शिवनी · हमीरपुर 114 Share Namita Gupta 4 May 2024 · 1 min read तेरी मुस्कान होती है गमों में मुस्कुरा कर भी गले अपने लगाते हैं बहे न आंख से आंसू उन्हें दिल में पी जाते हैं बहारें भी मुझे अपना पता देती है वह लेकिन, न... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 315 Share Indu Singh 3 May 2024 · 1 min read लौट जायेंगे हम (कविता) जी को उदास न कीजिए, जी भर के जीना सीखिए। छोड़िये उलाहना देना औरों को, बस धन्यवाद दीजिए। गुजरिए जिन रास्तों से होकर, प्यारा सा संदेश दीजिए। देख कर हर... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 1 137 Share जय लगन कुमार हैप्पी 30 Apr 2024 · 1 min read मैं अंधभक्त हूं। "मैं अंधभक्त हूं" """"""""""""""""""""" हां, मैं अंधभक्त हूं समाजहित के लिए। हां, मैं अंधभक्त हूं देशहित के लिए। हां, मैं अंधभक्त हूं राष्ट्रहित के लिए। हां, मैं अंधभक्त हूं धारा... Hindi · Best Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 254 Share SURYA PRAKASH SHARMA 27 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल तू मुसलमाँ, मैं हूँ हिन्दू , तू है हिन्दू, मैं मुसलमाँ । इसी चक्कर में पड़ा है , आज ये हिन्दोस्ताँ ।। हर तरफ़ हिन्दोस्ताँ में, इक लड़ाई मच रही... Best Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · देश गीत 1 679 Share Vivek Ahuja 25 Apr 2024 · 1 min read सुदामा कृष्ण के द्वार "सुदामा "कृष्ण" के द्वार" रोज-रोज खूब चल रही , जब पत्नी संग रार गरीब सुदामा पहुंच गए ,आज "कृष्ण" के द्वार द्वारपाल ने रोक लिया , देख सुदामा हाल फटे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Best Poetry · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Krishna · Radhakrishn · कविता 4 216 Share Sandeep Barmaiya 24 Apr 2024 · 1 min read यही है वो संवेदना है ये धूप छांव कायाम नही संवेदनाये कोई आम नही जीवन का हर एक पहलू है उम्मीद किरण की आग है वो दिल करता है वो ही सही दिल भरता है... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poetry · कविता 3 154 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 19 Apr 2024 · 1 min read *प्रेम कविताएं* जज़्बातों को कागज़ पर लिखना शुरू किया है हां मैंने अब चुप रहना छोड़ दिया है कलम को अपनी ज़ुबान बना दिया है हां मैंने कविता लिखना शुरू किया है... Hindi · Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi Poetry · कविताएं 2 1 532 Share जय लगन कुमार हैप्पी 13 Apr 2024 · 2 min read अम्बेडकर की आत्मा "अम्बेडकर की आत्मा" मैं, अम्बेडकर हूं। मैं, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर हूं। मैं, अम्बेडकर हूं। मैं, बाबा साहेब डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर हूं। मैं, अम्बेडकर हूं। मैं, ब्रिटिश भारत के... Hindi · Hindi Kavita · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 500 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read मीठी वाणी मीठी वाणी ही बोलिये कर्ण में सदा मधु घोलिये कदाचित जिह्वा विद्या बसती हर जन को वे यूँ परखती। कोई हॄदय न आहत हो कभी बोले मृदु भाषा जन सभी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपिडिया 1 206 Share Kavita Chouhan 31 Mar 2024 · 1 min read ****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें **** "अपने स्वास्थ्य से प्यार करें" स्वास्थ्य तो अनमोल धन है धन तो प्रतिपल आता जाता स्थिर हो ना कहीं टिक पाता हम स्वास्थ्य से प्यार करें। शराब सिगरेट की लत... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Humour · Sahityapedia 226 Share SURYA PRAKASH SHARMA 29 Mar 2024 · 1 min read मैंने एक दिन खुद से सवाल किया — मैंने एक दिन खुद से सवाल किया — सांसद या विधायक बनने के लिए अपने क्षेत्र में कितना विकास करने की आवश्यकता है । क्या अपने क्षेत्र में सुननी होगी... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अकविता। · गंदी राजनीति 1 555 Share Kunwar kunwar sarvendra vikram singh 19 Mar 2024 · 1 min read अपनी कलम से.....! अपनी कलम से कुछ नया, आयाम चाहता हूं अब तक जो मैं लिख न सका, वो कलाम चाहता हूं अपनी कलम से०..... तू बन–बन कर हवा का झोंका, मेरे मन... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi Poems Of Love · Kunwar Sarvendra Vikram Singh · Poetry Of Love · कविता गीत शायरी गजल 305 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 18 Mar 2024 · 1 min read सत्य सत्य सत्य की बातें करो तुम सत्य जीता हर सदी में सत्य खोज एक जटिल विषय मांगता अनगिनत परीक्षण सत्य प्राप्ति के चरण में सत्य पढ़ो तुम सत्य गुनो तुम... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · सत्य · सत्य की खोज 3 241 Share Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya" 9 Mar 2024 · 1 min read थक गये चौकीदार रात दिना कर चौकीदारी, थक गये चौकीदार l चोर माफिया ठग जितने सब, अब बन गये हैं परिवार ll था चार सौ का जब सिलेण्डर, करते थे लुंगी डांस ll... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कहानी · कुव्वत · दोहा 282 Share संजय कुमार संजू 3 Mar 2024 · 1 min read अवसर अवसर, अवसर, अवसर रहता सदा है, सिर को ढककर। सदा ही ये चुप है रहता, कभी किसी से कुछ न कहता आता है ये सबके पास, लगाकर अपने पाने की... Hindi · Hindi Kavita 2024 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 219 Share Previous Page 2 Next