Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2024 · 1 min read

*प्रेम कविताएं*

जज़्बातों को कागज़ पर लिखना शुरू किया है
हां मैंने अब चुप रहना छोड़ दिया है
कलम को अपनी ज़ुबान बना दिया है
हां मैंने कविता लिखना शुरू किया है

कोई आशिक़ कहता है कोई टूटे दिल वाला
मैंने लोगों की परवाह करना छोड़ दिया है
मैं तो रहता हूं अपनी मस्ती में बेफिक्र होकर
जबसे मैंने कविता लिखना शुरू किया है

आसान नहीं है प्रेम कविताएं लिखना
कोई पूछे किसने तुम्हारा दिल तोड़ दिया है
इस उम्र में क्या हो गया है तुमको
क्या किसी और से दिल जोड़ लिया है

अभी तो चालीस के हो अभी से सठिया गए हो
किसने तुम्हारी ज़िंदगी का रुख़ मोड़ दिया है
हमसे कहो दिल की बात, हम बात करते हैं
क्या भाभी जी ने तुम्हारा दिल तोड़ दिया है

श्रीमती जी की भी अपनी शिकायतें है
उनका भी रिश्तेदारों ने जीना दूभर किया है
तभी वो रोकती है प्रेम कविता लिखने से
पहले तो उसने इसमें हमेशा मेरा साथ दिया है

जाने क्यों असहज लगता है पढ़ने में उन्हें
जो ख़ुद कभी न कभी उन्होंने किया है
कवि तो समझता है प्रेमी की भावनाएं
ज़रूरी नहीं उन भावनाओं को उसने जीया है

कुछ ऐसे भी हैं जो पीठ पीछे खिल्ली उड़ाते हैं
जैसे मैंने न जाने कौनसा पाप कर दिया है
सोचते हैं अनाड़ी मुझे, जैसे मैं कुछ जानता नहीं
मैंने तो उन सब दोगलों को पहचान लिया है

2 Likes · 1 Comment · 462 Views
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all

You may also like these posts

एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
Rj Anand Prajapati
मित्र का प्यार
मित्र का प्यार
Rambali Mishra
सफर कितना है लंबा
सफर कितना है लंबा
Atul "Krishn"
अशकों से गीत बनाता हूँ
अशकों से गीत बनाता हूँ
Kanchan Gupta
वक्त को पीछे छोड़ दिया
वक्त को पीछे छोड़ दिया
Dheerja Sharma
मेरे गुरु
मेरे गुरु
Santosh kumar Miri
साइड इफेक्ट्स
साइड इफेक्ट्स
Dr MusafiR BaithA
नारी
नारी
Ruchi Sharma
6. That
6. That
Santosh Khanna (world record holder)
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
एक ही तारनहारा
एक ही तारनहारा
Satish Srijan
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोहा सप्तक. . . . . . रोटी
दोहा सप्तक. . . . . . रोटी
sushil sarna
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
करो पढ़ाई
करो पढ़ाई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
स्वेटर का झमेला
स्वेटर का झमेला
Vivek Pandey
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
पूर्वार्थ
ये मेरा इंदौर है
ये मेरा इंदौर है
Usha Gupta
3009.*पूर्णिका*
3009.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्रंगार लिखा ना जाता है।
श्रंगार लिखा ना जाता है।
Abhishek Soni
"हटकर"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं स्वयं हूं..👇
मैं स्वयं हूं..👇
Shubham Pandey (S P)
तू डरकर इस समाज से
तू डरकर इस समाज से
gurudeenverma198
*आसमाँ से धरा तक मिला है चमन*
*आसमाँ से धरा तक मिला है चमन*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जम़ी पर कुछ फुहारें अब अमन की चाहिए।
जम़ी पर कुछ फुहारें अब अमन की चाहिए।
सत्य कुमार प्रेमी
..
..
*प्रणय*
, आंखों आंखों में
, आंखों आंखों में
Surinder blackpen
क्या मिटायेंगे भला हमको वो मिटाने वाले .
क्या मिटायेंगे भला हमको वो मिटाने वाले .
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
तुम जो रूठे किनारा मिलेगा कहां
तुम जो रूठे किनारा मिलेगा कहां
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
एक मन
एक मन
Dr.Priya Soni Khare
Loading...