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30 May 2024 · 1 min read

पत्रकार की कलम देख डरे

झूठ-फरेब का गला घोंट ,सत्य को विजय दिलाता
अपनी कलम की ताकत से ,चौथा स्तम्भ कहलाता ||

भ्रष्टाचार और अनाचार का
जग में करता भंडाफोर
युद्ध सत्य का लड़ता
असत्य को देता चोट ,
सही गलत में फ़र्क करे
ढुढ़े खबर नित रोज ,
पत्रकार की कलम देख डरे
भ्रष्ट ,कलंकी , गुंडे चोर ||

राह कठिन से कठिन चले
निडर पत्रकार ले प्रेम की डोर ,
कही खुशी कही गम
कही मर्त जीवन होते
कही अनशन का शोर ,
बड़े बड़े दिग्गज नेताओं से
सवाल करे हो भाव विभोर |
पत्रकार की कलम देख डरे
भ्रष्ट ,कलंकी , गुंडे चोर ||

#हिन्दी पत्रकारिता दिवस

नीरज मिश्रा ” नीर ” बरही , कटनी , मध्य प्रदेश

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