Posts Tag: Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 116 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कर्ण 22 Nov 2024 · 1 min read मनोव्यथा *मनोव्यथा* कैसा ये स्पर्श,तन को नहीं छुआ तूने, पर दिल को तो झकझोर दिया _ है सारी दुनियां अब एक तरफ, पर मैंने अपना मुंह तो मोड़ लिया _ तरंगे... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · मनोव्यथा 1 49 Share मनोज कर्ण 14 Nov 2024 · 1 min read कर्मफल का सिद्धांत हुनर सड़कों पर जहाँ तमाशा किया करते हैं किस्मत महलों में क्यूँ राज किया करते हैं... कर्मों के हिसाब से सजता है प्रारब्ध सबका जिसकी अनदेखी हम आज किया करते... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कर्मफल का सिद्धांत · कविता 2 108 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 5 Nov 2024 · 1 min read हिंदी दोहे - उस्सव *हिंदी दोहा -विषय - #उत्सव* #राना उत्सव रोज है,तुलसी पौध समीप। अर्चन बंदन कीजिए,सदा जलाओ दीप।। श्री गणेश जी शुभ सुबह,उत्सव खुद हरि नाम। खुशी दिवाली जानिए,#राना है पैगाम।। #राना... Hindi · Doha · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 1 24 Share सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 31 Oct 2024 · 1 min read आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔 🪔🪔🪔🪔🪔 आओ मिलकर दीप जलाएं। घर-घर औ’ सब द्वार-द्वार तक, अपनापन की लौ लपटाएं। आओ ऐसा दीप जलाएं। 🪔 दीपक,बाती जल जाने दो! तिमिर-तार सब गल जाने दो, मृत को... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindipoem · कविता · दिवाली 54 Share Kavita Chouhan 17 Oct 2024 · 1 min read ज्योत्सना ***ज्योत्स्ना *** नभ में चमकी सुंदर गोलाई संग प्रखर ज्योत्सना आई टिमटिमाते सहस्त्रों तारे गगन के आंचल छिपते सारे श्वेत धवल आभा जगमगाई चंद्रिका शशि मिलन को आई मिलन ये... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपीडिया 43 Share Er.Navaneet R Shandily 17 Oct 2024 · 1 min read *आत्म विश्वास की ज्योति* असुविधा के दुविधा को तप की सुविधा बना लो कंदन करुण आंसुओं को यज्ञ की समिधा बना लो हार ना विराम हो खुद को तुम पहचान लो विश्वास के धरातल... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 38 Share मनोज कर्ण 12 Oct 2024 · 1 min read प्रेम गीत :- वक़्त का कारवां... वक़्त का कारवां... वक़्त का कारवां, जैसे थम सा गया... तुम मिले हो यहाँ.. जब मिले हो यहाँ.. रातें कटती नहीं थी,आहें भरता था मैं... आहट सुन-सुन के,करवट बदलता था... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता गीत शायरी गजल · प्रेम गीत · वक़्त का कारवां 2 171 Share Aman Kumar Holy 6 Oct 2024 · 1 min read गांधी होने का क्या अर्थ है? गांधी होने का क्या अर्थ है? क्या मजबूरी का नाम है? या फिर मजबूती का नाम है गांधी। गांधी हाड़ मांस का एक पुतला भर नहीं, ना हीं लाठी के... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · गांधी जयंती · गांधी जी 74 Share मनोज कर्ण 5 Oct 2024 · 1 min read मन मन मन उद्विग्न रहता है... अधोपतन को, आत्मा की वृत्ति के विपरीत, मन, आत्मा की पुकार को सुनता कहाँ है... अनकहे जज्बातों को सुनने की, उसकी आदत नहीं... पतझड़ के... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · छन्दमुक्त काव्य 2 60 Share Kavita Chouhan 2 Oct 2024 · 1 min read ****महात्मा गाँधी**** भारत देश मे यूँ चली थी जब सत्याग्रह की आँधी संत हुआ था एक महान सा नाम था मोहनदास गाँधी बाल्यकाल में मोहन कहलाते चरखा , खादी उनको भाते माता... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपीडिया 1 45 Share Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi 25 Sep 2024 · 1 min read Kp प्रस्तुत है आपकी सेवा में चित्र पर आधारित यह :-गजल पसंद है आशा व विश्वास है मनके मंदिरमें इसका वास है इसकी मधुर मुस्कान खास है इसका सुंदर चमन में... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 25 Share *प्रणय* 14 Sep 2024 · 2 min read #कविता- #कविता- *(हिंदी दिवस पर विशेष)* ■ निर्वासित मां...।। 【प्रणय प्रभात】 एक दुखियारी मिली आंसू बहाती, कर रही क्रन्दन करों से पीट छाती। लग रहा था है कोई विपदा की मारी,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · प्रणय की कविता 1 36 Share Otteri Selvakumar 1 Sep 2024 · 1 min read यह क्या है? चोर आया उसने चुरा लिया शटर खुले थे सामने का दरवाजा बंद था दरवाजे के पास केवल कुत्ता यह कम हो रहा था बहुत जोर से... यह आज है भारतीय... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कहानी · कुण्डलिया · कोटेशन 43 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 31 Aug 2024 · 1 min read *मतलब की दुनिया* फिर जीने की आस हुई जब आकर वो मेरे जनाज़े पर रो गए जिनके दिल तोड़ने से हम गम में मजबूरन ज़हर खा गए अब मुमकिन नहीं था वापिस आना... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi Sahitya · Poetry · कविता · गीत 5 2 185 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Jul 2024 · 1 min read *बेसहारा बचपन* ज़िंदगी कट रही है सड़क पर उनकी लगता है रूठ गई है क़िस्मत भी उनकी सुनता नहीं ये ख़ुदा इबादत भी उनकी देखकर दुख होता है हालत ये उनकी किताबों... Hindi · Best Hindi Kavita · Best Hindi Poetry · Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 6 6 188 Share मनोज कर्ण 7 Jul 2024 · 1 min read रमन्ते सर्वत्र इति रामः रमन्ते सर्वत्र इति रामः देख, देख, तू देख ले बंदे, फिर से अरि ललकारा है, कहता राम जब आये मंदिर, अयोध्या फिर,तू क्यूँ हारा है। सहिष्णुता की भी सीमा होती,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 4 2 162 Share Niharika Verma 14 Jun 2024 · 1 min read दिल कहे..! सूरज सा तेज पा लूं या चांद सी शीतल हो जाऊं , दिल कहे..तारों पर खूबसूरत आशियाना सज़ा लूं !! फूलों की महक ले लूं या फलों की मिठास चुरा... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · ख्याल · जीवन · प्रकृति · हिंदी 2 125 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "तुम्हारी यादें" फ़िर से आज तुम्हारी याद आई, देखा एक टूटे हुए दिल को उसको देख अपने बहते हुए अश्कों की याद आई, दर्द भरे उन लम्हों की याद आई, वो जागती... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poertywritingchallange · कविता 55 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "अजनबी बन कर" सुनो मिलते हैं फ़िर से एक अजनबी बन कर, मैं तुम्हारा हाल पूछूँगा और तुम मेरा नाम, बैठेंगें फ़िर से उन पहाड़ों में देखेंगे ढलते सूरज में खुद के रिश्ते... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poertywritingchallange 62 Share जय लगन कुमार हैप्पी 31 May 2024 · 2 min read चम्पारण क्या है? "चंपारण क्या है?" --------------------- चंपारण वह है, जहां पर चम्पा के पेड़ों से आच्छादित जंगल है। चंपारण वह है, जहां पर महर्षि वाल्मीकि जी का आश्रम है। चंपारण वह है,... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 91 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read इश्क़ मत करना ... किसी से इश्क़ मत करना कमज़ोर होने लगोगे । याद करके महबूब की — दिन रात रोने लगोगे ।। अपनी नींद, चैन, सुख — यानी कि सब कुछ खोने लगोगे... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · समकालीन कविता 2 85 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मुझे लगता था — मुझे लगता था — कि तुम्हारे साथ होने पर ज़िन्दगी में रंगत आएगी । मेरी ज़िन्दगी में हर जगह खुशी ही खुशी छायेगी ।। लेकिन मुझे क्या पता था कि... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · समकालीन कविता 2 79 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read इंसानियत की लाश आज देश में इंसानियत की लाश एक कोने में पड़ी सड़ रही है । नेता लगातार जनता को आपस में लड़ा रहे हैं, और बेवकूफ़ जनता – आपस में लड़... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अकविता। 2 90 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read रोबोटयुगीन मनुष्य मैंने इज़ाद किया है अपने युग की पीढ़ी के लिए एक नया मुहावरा – ‘रोबोट युगीन पीढ़ी’ । जिसका हृदय है बिल्कुल रोबोट जैसा — संवेदनहीन । जिसे नहीं पड़ता... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अतुकांत · रोबोट · समकालीन कविता 1 111 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (सिर्फ़ मरते हैं) सिर्फ़ मरते हैं यहाँ हिन्दू, मुसलमाँ या दलित , अब किसी भी जगह पर मरता नहीं है आदमी । बँट गए अब तो स्वयं भगवान कितनी जात में , अब... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · ग़ज़ल 3 143 Share SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read शायरी 1 सुर्ख़ सफ़ाह, आबनूसी निगाहें, क़मर सी सूरत, ये जामे काही। औ’ जुल्फ़ें शुतुरी, अदाएँ क़ातिल, तुम्हारी गर्दन कोई सुराही। तुम्हारे आशिक़ हैं कितने सारे — दिलों पे खंजर के वार... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · शायरी उर्दू शायरी · शायरी हिंदी 2 128 Share Neeraj Mishra " नीर " 30 May 2024 · 1 min read पत्रकार की कलम देख डरे झूठ-फरेब का गला घोंट ,सत्य को विजय दिलाता अपनी कलम की ताकत से ,चौथा स्तम्भ कहलाता || भ्रष्टाचार और अनाचार का जग में करता भंडाफोर युद्ध सत्य का लड़ता असत्य... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · पत्रकार · हिन्दी पत्रिकारित दिवस 1 89 Share Neeraj Mishra " नीर " 29 May 2024 · 1 min read गरीबी मैं खानदानी हूँ मिट्टी गोबर के बने महल की एक अद्भुत अकल्पनीय प्रचलित कहानी हूँ गरीबी मैं खानदानी हूँ वक्त बदले हालत बदले मैं हर बड़े नेता की राजनैतिक जीत की जुबानी हूँ... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · गरीबी और लाचारी · बूढ़ा लाचार गरीब किसान · लाचारी 1 105 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read शीर्षक-आया जमाना नौकरी का शीर्षक-आया जमाना नौकरी का नारी ,नर से कदम ताल मिलाकर,नये सफर पर चल पड़ी। मजबूरी है आज, महंगाई की जो मार पड़ी ।। बाई के हबाले,,छोड़ जिगर के टुकड़े को।... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 72 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read प्यारे मोहन शीर्षक-प्यारे मोहन मेरे नटखट नन्द गोपाल, तेरे घुंघराले बालें बाल। मोहिनी मूरत, सोहनी सूरत, मुकुट साजें है भाल।। बासुदेव, देवकी ने नन्द जाओं, मथुरा - बृंदावन हुए निहाल। बालपन की... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 108 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read जग की तारणहारी शीर्षक-जग की तारणहारी नारी है जग निर्माता, नारी है भगवान की माता। नारी ने बृह्माण्ड रचा, नारी जाति से है अस्मिता।। लोक लाज़ के भय से, नारी ने अपमान सहा।... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 84 Share Neeraj Mishra " नीर " 28 May 2024 · 1 min read चलो इसे ही अपनी पार्टी से चुनाव लड़ाते है चलो अपनी पार्टी से चुनाव लड़ते है खेलते है खेल एक गंदा सता पाने का यही है फंडा खेल के लिए किसी को चुनते है चुनते है उसे जो जानता... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 44 Share singh kunwar sarvendra vikram 28 May 2024 · 1 min read मैं भी कोई प्रीत करूँ....! तुमसे मिलकर लगा युँ मुझको, मैं भी कोई प्रीत करूँ राग–हृदय का तुम्हें बनाकर, खुद में मैं संगीत भरूं हिय की नाव लहर में आई, मापू कैसे मैं गहराई जी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poetry By Kunwar SarvendVikram · कविता · कुंवर सर्वेंद्र · गीत 208 Share Vibha Jain 27 May 2024 · 1 min read महुब्बत शीर्षक- ये है महुब्बत दिल से दिल मिलेंगे, होगा एक नया सबेरा। प्रेम पाती लिखेंगे, इसमें न तेरा और न मेरा।। प्यार है जीवन, जाना जब हुआ प्रेम घनेरा। कभी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 125 Share Neeraj Mishra " नीर " 27 May 2024 · 1 min read नम आंखे बचपन खोए उम्र महज दस की मेरी पर देख कर्म मेरा कई गणितग गणित लगते नित नए नए नामों से मुझको कह कर लोग बुलाते कोई अनाथ कोई गरीबी का कीड़ा कोई... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कविता बचपन · बचपन का दर्द 2 105 Share SURYA PRAKASH SHARMA 26 May 2024 · 4 min read आगामी चुनाव की रणनीति (व्यंग्य) आगामी चुनाव की रणनीति बनाने के लिए एक बार एक पार्टी के सदस्यों की मुलाकात हुई । 'इस बार फिर से जीत कैसे मिले' इसी मुद्दे पर बात हुई ।... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · व्यंग्य 1 83 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 20 May 2024 · 1 min read गूंजा बसंतीराग है गूंजा बसंतीराग है , मन में भरा उल्लास है, जुट पड़े नव निर्माण में सब, ले मुदित मन अभिलाष है। प्रकृति भी नव यौवना बन , हो प्रसन्न लेती अंगड़ाई,... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 112 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 19 May 2024 · 1 min read मन की बुलंद मन की बुलंद( शीर्षक) मरकर भी जीने की, चाह है तुझमें, तो मैं बताती हूं कि क्या नाज है तुझमें। खुद को कभी किसी से ,गिरा मत समझना, कितनी भी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 99 Share Sûrëkhâ 14 May 2024 · 1 min read सोच सोच सोच आती है तो कभी जाती है, कभी अच्छी तो कभी बुरी , कभी वैज्ञानिक , तो कभी दार्शनिक कभी संकीर्ण, तो कभी विराट ….। सोच कभी लेकर आती... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अच्छी बुरी सोच · एक सोच · जीवन के उतार-चढ़ाव की सोच 2 81 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read होली है !!! होली है तो ख़ुशरंग गुलालों की बात हो रंजिश की बात हो न मलालों की बात हो इन्सानियत के फूल हों,ख़ुशबू हो प्यार की ऐसे ही महके महके ख़यालों की... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 63 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 May 2024 · 1 min read राम जलाओ री सखी मंगल दीप! जलाओ री सखी मंगलदीप, आज घर आये हैं राजा राम। राह बुहारो ये महल सजाओ , आयो शुभ घड़ी ये वर्षों बाद। फूलों का वन्दनवार... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 45 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 May 2024 · 1 min read प्रकृति प्रकृति मोर करे है नृत्य मनोहर प्रीत दिखावे किसे घनी। कोयल गाये मधुरिम वाणी मीठे से रस गीत सनी। हरियाली है चहुँ दिशि छायी मन उपवन में हर्ष खिला। बगियन... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 64 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read आम एक दिन पापा जब आम लाये तो बच्चे ने क्या कहा पापा लाये मीठे आम कितने रंग रंगीले आम मैं खाऊंगा खूब तमाम हैं ये रसीले कितने आम पापा लाये........... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनिल कुमार निश्छल · बाल कविता · शिवनी 87 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read वो जरूर आएगी तुम आवाज तो दो,वो दौड़ती आएगी, संग अपने अपनो की मंडली लाएगी। तुम आवाज तो........ चल देती है उधर अपना संग किये , निश्चयी जीवन जाते है ,जिधर अपना रुख... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनिल कुमार निश्छल · शिवनी · हमीरपुर 52 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read हम तो अपनी बात कहेंगे बुरा लगे लग जाए तुमको दिन को क्यों फिर रात कहेंगें? हम तो अपनी बात कहेंगें दीन-हीन-लाचार हैं जो फ़िर युवा-वृध्द-बीमार हैं जो फ़िर नारी को इक आशा देकर फिरते... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · अनिल कुमार निश्छल · शिवनी · हमीरपुर 47 Share Namita Gupta 4 May 2024 · 1 min read तेरी मुस्कान होती है गमों में मुस्कुरा कर भी गले अपने लगाते हैं बहे न आंख से आंसू उन्हें दिल में पी जाते हैं बहारें भी मुझे अपना पता देती है वह लेकिन, न... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 144 Share Indu Singh 3 May 2024 · 1 min read लौट जायेंगे हम (कविता) जी को उदास न कीजिए, जी भर के जीना सीखिए। छोड़िये उलाहना देना औरों को, बस धन्यवाद दीजिए। गुजरिए जिन रास्तों से होकर, प्यारा सा संदेश दीजिए। देख कर हर... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 1 62 Share जय लगन कुमार हैप्पी 30 Apr 2024 · 1 min read मैं अंधभक्त हूं। "मैं अंधभक्त हूं" """"""""""""""""""""" हां, मैं अंधभक्त हूं समाजहित के लिए। हां, मैं अंधभक्त हूं देशहित के लिए। हां, मैं अंधभक्त हूं राष्ट्रहित के लिए। हां, मैं अंधभक्त हूं धारा... Hindi · Best Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता 1 99 Share SURYA PRAKASH SHARMA 27 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल तू मुसलमाँ, मैं हूँ हिन्दू , तू है हिन्दू, मैं मुसलमाँ । इसी चक्कर में पड़ा है , आज ये हिन्दोस्ताँ ।। हर तरफ़ हिन्दोस्ताँ में, इक लड़ाई मच रही... Best Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · देश गीत 1 246 Share Vivek Ahuja 25 Apr 2024 · 1 min read सुदामा कृष्ण के द्वार "सुदामा "कृष्ण" के द्वार" रोज-रोज खूब चल रही , जब पत्नी संग रार गरीब सुदामा पहुंच गए ,आज "कृष्ण" के द्वार द्वारपाल ने रोक लिया , देख सुदामा हाल फटे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Best Poetry · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Krishna · Radhakrishn · कविता 4 93 Share Page 1 Next