Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2025 · 1 min read

संचित अभिलाष

///संचित अभिलाष///

संचित अभिलाषा के पल्लव,
तुम्हें समर्पित तुम्हें समर्पित।
हत-दर्प मति-उल्लासित गर्वित,
विजन व्यथा उर में है पुष्पित।।

प्रिय प्राण तुम्हें खोजते ,
फलित पुष्प कुंज सस्मित।
नवल चित्त उत्साह भरा,
शून्य में बैठा है कीलकित।।

रश्मि का आलोक पाऊं ,
चिर विरह में प्रणय गाऊं।
चित्त मेरा म्लान उन्मित,
सघन अभ्र विस्तीर्ण होकर,
विजन पथ में गुनगुनाऊं ।।

प्रिय प्राण मेरे गीत गुंजन,
प्रीत का शुचि उदधि संबल।
हो सके वह आज अर्जित,
तापस मन सत्व उज्जवल।।

चिर उदित विभावरी मैं ,
प्रिय प्राण से प्रेम बंधित ।
संचित अभिलाष कोंपल,
मन भुवन रचित कल्पित।।

स्वरचित मौलिक रचना
प्रो. रवींद्र सोनवाने ‘रजकण’
बालाघाट (मध्य प्रदेश)

16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
View all

You may also like these posts

मात गे हे डोकरा...
मात गे हे डोकरा...
TAMANNA BILASPURI
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
Everyone enjoys being acknowledged and appreciated. Sometime
Everyone enjoys being acknowledged and appreciated. Sometime
पूर्वार्थ
पत्थर-ए-दिल को पिघला सके वो अश्क तो ले आओ,
पत्थर-ए-दिल को पिघला सके वो अश्क तो ले आओ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सड़क तो कश्मीर में सबसे बेहतरीन बने हुए थे परन्तु हिंदुओ ने
सड़क तो कश्मीर में सबसे बेहतरीन बने हुए थे परन्तु हिंदुओ ने
ललकार भारद्वाज
चित्रकार की खूबसूरती
चित्रकार की खूबसूरती
Ritu Asooja
दोहा पंचक. . . . धनवान
दोहा पंचक. . . . धनवान
sushil sarna
एक लडक़ी की कहानी (पार्ट 2)
एक लडक़ी की कहानी (पार्ट 2)
MEENU SHARMA
3598.💐 *पूर्णिका* 💐
3598.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हम ज़िंदा कब थे ?
हम ज़िंदा कब थे ?
Shriyansh Gupta
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
वो मेरा दिल छू लेने वाला, मुझसे अछूता रहा सदा।
वो मेरा दिल छू लेने वाला, मुझसे अछूता रहा सदा।
ओसमणी साहू 'ओश'
मगध की ओर
मगध की ओर
श्रीहर्ष आचार्य
आत्मबल
आत्मबल
Punam Pande
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
Bodhisatva kastooriya
नव वर्ष पर सबने लिखा
नव वर्ष पर सबने लिखा
Harminder Kaur
मेरा अरमान
मेरा अरमान
Shutisha Rajput
बेटियाँ
बेटियाँ
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Dear Cupid,
Dear Cupid,
Vedha Singh
अब ना देखो फिर से मिलके
अब ना देखो फिर से मिलके
Karishma Chaurasia
"रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
सम्बन्ध
सम्बन्ध
Shaily
✍️✍️✍️✍️
✍️✍️✍️✍️
शेखर सिंह
विदाई
विदाई
Aman Sinha
दुश्मनों  को  मैं हुकार  भरता हूँ।
दुश्मनों को मैं हुकार भरता हूँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
❤️मेरी मम्मा ने कहा...!
❤️मेरी मम्मा ने कहा...!
Vishal Prajapati
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
Dr fauzia Naseem shad
खिड़की के बंद होने से पूर्व-----
खिड़की के बंद होने से पूर्व-----
Shally Vij
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Sudhir srivastava
Loading...