
खुद को भुला दिया था,
श्याम सांवरा

ना मैं इसे याद करूंगी,ना मैं उसे याद करूंगी।
Madhu Gupta "अपराजिता"

विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'

ग़ज़ल डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD

#शुभ_दिवस
*प्रणय प्रभात*

विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'

तुम बिन
Surinder blackpen

मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'

** गीतिका **
surenderpal vaidya

दोहा पंचक. . . . . नीड़
sushil sarna

2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN

न पूछिए, दीवानों का हाल-ए-दिल,
Shreedhar

न पूछिए, दीवानों का हाल-ए-दिल
Shreedhar

नवचौपाला छंद :-राम जन्म का उत्सव छाया(प्रति चरण 18मात्रा)
ओम प्रकाश श्रीवास्तव

आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भगवान राम। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha

मुझसे आ कर कोई मिलता क्यों नहीं।
Madhu Gupta "अपराजिता"

ना कुछ लिखा जा रहा है ना कुछ पढ़ा जा रहा है।
Madhu Gupta "अपराजिता"

आपस में नफरतों का
Dr fauzia Naseem shad

आपस में नफरतों का
Dr fauzia Naseem shad

हसीनाओं से तुम दिल मत लगाना
gurudeenverma198

मनुष्य सीढ़ी के तरह है चुनाव हमें करना होगा, राम के ओर बढ़ना
Ravikesh Jha

ख्वाबों का गुलदस्ता
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"

दोहा
Raj kumar

thabetcomlife
thabet

কবিতা : দাশরথি, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
Sohom Dey

खुद को मुर्दा शुमार मत करना
Dr fauzia Naseem shad

"रामनवमी 2025 पर विशेष"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD

ज़िन्दगी बंदगी में जाएगी
Shivkumar Bilagrami

*थियोसोफी का ध्येय वाक्य : सत्यान्नास्ति परो धर्म:*
Ravi Prakash

آپس میں نفر توں کا ویسا ہی سلسلہ ہے
Dr fauzia Naseem shad

रोते क्यों हो रे जहाँ, समय देख प्रतिकूल ।
संजय निराला

■ अवतरण पर्व
*प्रणय प्रभात*

घर छोड़ जबसे मै शहरों का दीवाना हो गया,
दिल के अफसाने

ले शिशु रुप, माता कौशल्या की गोद में
Kamla Prakash

राम
हरवंश हृदय

*कन्या पूजन*
Shashi kala vyas

अधूरी विदाई
Er.Navaneet R Shandily

राम नवमी
जगदीश लववंशी

कोई भी दीपक दूसरे दीपक को जलाते समय अपना प्रकाश नही खोता है
ललकार भारद्वाज

राम - मर्यादा पुरुषोत्तम
Dheerendra Panchal

प्रकटे रामलला जन मन में,सजे हुए माता के द्वार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

निशान
सिद्धार्थ गोरखपुरी

दोहा
Raj kumar

आज का समाज ---
Phoolchandra Rajak

है नहीं कोई ठिकाना
Mohan Pandey

"सरहद"
Dr. Kishan tandon kranti

जाते - जाते एक काम कर जाऊँ।
Shubham Anand Manmeet

चौपाला छंद
ओम प्रकाश श्रीवास्तव

राही चलते जाना है।
Dr.sima

अबे ओ संविधान के ज्ञानी,तू अंदर आ (कटाक्ष): अभिलेश श्रीभारती
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती