राम नवमी

पाप धरा पर जब बढ़े, धरती करें पुकार ।
आते भगवन राम बन, हरने भू से भार ।।
महिमा रघुवर नाम की, जान गया संसार ।
राम नाम के जाप से, भव से होते पार।।
दशरथ नंदन राम की, बोलो जय श्री राम ।
राम राम से फिर बने, जग के सारे काम ।।
अखिल विश्व में सदा, पूज्यनीय श्री राम।
मंदिर मंदिर गूंजता, राम राम का नाम ।।
पत्थर भी सब तिर गए, जिन पर अंकित राम ।
आओ भज ले राम को, पूरे होंगे काम ।।
रामचरित मानस सदा, रखिए अपने पास।
संकट में रक्षा करें, शब्द शब्द है खास।।
उत्सव यह श्री राम का, खूब मनाए हम आज ।
हर्ष उल्लास खूब हो, लगे राम का राज।।
राम नाम की गूंज से, हर्षित हो संसार।
सुखी लगे सारा जहां, खुशियां मिले अपार।।