ना मैं इसे याद करूंगी,ना मैं उसे याद करूंगी।

ना मैं इसे याद करूंगी,ना मैं उसे याद करूंगी।
कसम हैं मुझे….!!
आज भरी महफ़िल में,सभी को नज़रंदाज़ करूँगी।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
ना मैं इसे याद करूंगी,ना मैं उसे याद करूंगी।
कसम हैं मुझे….!!
आज भरी महफ़िल में,सभी को नज़रंदाज़ करूँगी।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”