surenderpal vaidya 525 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 23 Nov 2024 · 1 min read सुन्दर फूलों के मुक्तक ~~~ सुन्दर फूलों के खिलने का, नहीं रुका करता है क्रम। भोर समय में ओस पिघलती, मौसम हो जाता है नम। महक हवा में बिखरा करती, मोह लिया करती... Hindi · मुक्तक 1 1 7 Share surenderpal vaidya 23 Nov 2024 · 1 min read नज़र चाहत भरी गीतिका ~~~ नहीं वश में रहा करती हमें जब भी मिलाती है। नज़र चाहत भरी प्रिय भावनाओं को जगाती है। नहीं बातें करो हमसे कभी अब दूर जाने की। मगर... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 9 Share surenderpal vaidya 22 Nov 2024 · 1 min read समय बदलता गीतिका ~~~ धीरे धीरे समय बदलता, जाता है अपनी ही चाल। मौसम ने करवट बदली है, शीत ऋतु हो गई विकराल। देखो छोटे छोटे दिन हैं, लम्बी होती जाती रात।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 16 Share surenderpal vaidya 22 Nov 2024 · 1 min read पथ में मुक्तक- १ ~~~ शूल मिलेंगे पथ में बिखरे, मत घबराना। बिना रुके फिर भी राही को, बढ़ते जाना। मंजिल की है चाह जो नहीं, मिटने पाए। हर हालत में प्राप्त... Hindi · मुक्तक 2 1 13 Share surenderpal vaidya 20 Nov 2024 · 1 min read मधुर संगीत की धुन गीतिका ~~~ सभी कुछ भूलकर अपनी ही धुन में डूबते जाना। मधुर संगीत की धुन पर सभी को झूमना गाना। पुराने वाद्य यन्त्रों के बहुत शौकीन हैं अब भी। जमाना... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 2 1 15 Share surenderpal vaidya 19 Nov 2024 · 1 min read सामने आ रहे मुक्तक ~~~ सामने आ रहे क्यों नहीं ये कहो, बात क्या है हमें तो बता दीजिए। झूठ के पांव होते नहीं हैं कभी, सत्य को आज ही जान भी लीजिए।... Hindi · गंगोदक छंद · मुक्तक 1 1 19 Share surenderpal vaidya 17 Nov 2024 · 1 min read पांव में मुक्तक ~~~ पांव में कांटे तनिक चुभते रहेंगे। किन्तु राही राह में बढ़ते रहेंगे। क्रम यही चलता रहा है जब युगों से। लक्ष्य अपने प्राप्त सब करते रहेंगे। ~~~ फूल... Hindi · मुक्तक · सार्द्ध मनोरम छंद 1 1 19 Share surenderpal vaidya 16 Nov 2024 · 1 min read प्रतीक्षा गीतिका ~~~ प्रतीक्षा धूप की करता रहा मन है। करें क्या छा गया लेकिन सघन घन है। दिशाएं भर गयी शीतल हवाओं से। बहुत धूमिल हुआ हर ओर आंगन है।... Hindi · गीतिका · पर्यावरण · सिंधु छंद 1 1 17 Share surenderpal vaidya 15 Nov 2024 · 1 min read बचपन मुक्तक ~~~ खाना पीना खेलना, बचपन के हैं काम। चलता रहता क्रम यही, हो जाती है शाम। मगर किताबों का बहुत, बच्चों पर है बोझ। साथ अपेक्षाएं बढ़ी, प्रतिस्पर्धा के... Hindi · दोहा छंद · बचपन · मुक्तक 1 1 20 Share surenderpal vaidya 15 Nov 2024 · 1 min read कठिन पथ पर गीतिका ~~ हमेशा राम का हम नाम लेंगे। कठिन पथ पर नहीं विश्राम लेंगे। अकेले राह कैसे कट सकेगी। किसी का हाथ भी हम थाम लेंगे। स्वयं जीवन सँवरता है... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 2 1 22 Share surenderpal vaidya 13 Nov 2024 · 1 min read गंगा नदी कुण्डलिया ~~~ अति पावन गंगा नदी, कल-कल बहती नित्य। इसकी शुभ गाथा लिए, भरा पड़ा साहित्य। भरा पड़ा साहित्य, सनातन का विचार है। यही देश की रीढ़, बहुत सुदृढ़ आधार... Hindi · कुण्डलिया · गंगा नदी 1 1 23 Share surenderpal vaidya 13 Nov 2024 · 1 min read व्यर्थ यह जीवन गीतिका ~~~ व्यर्थ यह जीवन कभी जाए नहीं। दौर कष्टों का कभी आए नहीं। मुस्कुराहट है बहुत ही कीमती। लुप्त यह होने कभी पाए नहीं। है जरूरी मन प्रफुल्लित हो... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 1 18 Share surenderpal vaidya 13 Nov 2024 · 1 min read मस्त बचपन गीतिका ~~~ मस्त बचपन की लहर है देखिए। बढ़ चली अपनी डगर है देखिए। भेद भावों की नहीं कोई खबर, खूब यह बचपन निडर है देखिए। गगरिया को थाम कर... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 1 1 19 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2024 · 1 min read महका है आंगन ** नवगीत ** ~~ हार सिंगार के फूलों से, महका है आंगन। देख लीजिए हुआ प्रफुल्लित, खिला खिला सा मन। खिले रात भर महके महके सब शाखाओं पर नित्य सुबह... Hindi · नवगीत · हार सिंगार 1 1 19 Share surenderpal vaidya 8 Nov 2024 · 1 min read संसार क्या देखें * गीतिका * ~~~~ प्रदूषित है धरा सारी यहां संसार क्या देखें। ग्रहण जब लग चुका मौसम हुए लाचार क्या देखें। नहीं खिल पा रहे हैं फूल पत्ते सूखते जाते।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 25 Share surenderpal vaidya 7 Nov 2024 · 1 min read छठ का शुभ त्यौहार * मुक्तक * ~~~~ सूर्यदेव को पूर्ण समर्पित, छठ का शुभ त्यौहार। भक्ति भावना की प्रिय सुन्दर, छवि होती साकार। भोग लगाते पूजन करते, स्नान ध्यान के साथ। जन-जन के... Hindi · छठ पर्व · मुक्तक · सरसी छंद 1 23 Share surenderpal vaidya 6 Nov 2024 · 1 min read छठ पूजन कुण्डलिया ~~~ करें नमन आदित्य को, छठ पूजन का पर्व। धन्य सनातन भावना, सब करते हैं गर्व। सब करते हैं गर्व, मनाते हर्षित होकर। स्नान अर्चना ध्यान, भव्य पावन है... Hindi · कुण्डलिया · षष्ठी पूजन 1 26 Share surenderpal vaidya 6 Nov 2024 · 1 min read हर लम्हा कुण्डलिया ~~ हर लम्हा है कीमती, जानें इसे विशेष। पल भर में होता प्रलय, मिट जाते अवशेष। मिट जाते अवशेष, निमिष में सब घट जाता। मानव होकर मौन, देखता ही... Hindi · कुण्डलिया 1 1 27 Share surenderpal vaidya 4 Nov 2024 · 1 min read रंग अलग है नवगीत ~~ रंग अलग है ढंग अलग है। बीत रहे हर पल जीवन के। बारिश की बूंदाबांदी में, देखो भीग रही धरती है। लोगों के तन मन पर भी तो,... Hindi · नवगीत 1 1 21 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read मिला क्या है गीतिका ~~ बढ़ाकर दूरियां तुमको मिला क्या है। बताते क्यों नहीं हमसे गिला क्या है। बहुत ही खूबसूरत मुस्कुराहट है। बताओ फूल मनभावन खिला क्या है। सभी है वाह करते... Hindi · गीतिका · सिंधु छंद 1 1 21 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read दीपावली कुण्डलिया ~~~ राधा आगे बढ़ रही, कर में लेकर दीप। स्नेह भाव मन में लिए, आए कृष्ण समीप। आए कृष्ण समीप, राधिका मन मुस्काए। हर्ष भाव के साथ, मगर कुछ... Hindi · कुण्डलिया 1 1 24 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read कर्म पथ पर गीतिका ~~~ कर्म पथ पर व्यक्ति जो उत्साह दिखलाता नहीं। वह सहज परिणाम में भी पूर्णता पाता नहीं। दूर रहने से कभी मजबूत रिश्ते कब हुए। वह अकेला ही रहा... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद 1 1 27 Share surenderpal vaidya 29 Oct 2024 · 1 min read मिट्टी है अनमोल गीत ~~~~ मिट्टी से घुल-मिल रहना है मिट्टी है अनमोल सुन्दर सुन्दर घर बन जाते जहाँ हम सभी जीवन पाते गर्मी सर्दी और वर्षा से राहत पाते नहीं अघाते आते... Hindi · गीत 1 1 40 Share surenderpal vaidya 29 Oct 2024 · 1 min read रूप आपका गीतिका ~~ रूप आपका खूब सभी से, सुन्दर है। हर्षित मन में प्यार बहुत ही, प्रियकर है। अधरों पर मुस्कान सहज ही, जब खिलती। लगता जैसे स्नेह उमड़ता, सागर है।... Hindi · गीतिका · रास छंद 1 1 26 Share surenderpal vaidya 27 Oct 2024 · 1 min read वादा निभाना गीतिका ~~ कभी जो भी करें वादा निभाना। निराशा में न रहना मुस्कुराना। समय है सामने जब खूबसूरत। नहीं अब व्यर्थ में इसको गँवाना। दिखाएं सत्य लाएं रौशनी में। पड़ा... Hindi · गीतिका · सुमेरु छंद 1 1 28 Share surenderpal vaidya 26 Oct 2024 · 1 min read कदम आंधियों में गीतिका ~~~ जब कदम आंधियों में बढ़ेंगे नहीं। घन सघन मुश्किलों के छटेंगे नहीं। कूदना है नदी में जरूरी बहुत। श्रम बिना तो किनारे मिलेंगे नहीं। एकता में बहुत शक्ति... Hindi · गीतिका · वाचिक सृग्विणी छंद 1 1 19 Share surenderpal vaidya 25 Oct 2024 · 1 min read हमेशा जागते रहना गीतिका ~~~~ हमें हर हाल में मन में जमा सब मैल है धोना। हमेशा जागते रहना नहीं बेवक्त है सोना। बहुत ही मन लुभावन है बदलता जा रहा मौसम। खिले... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 37 Share surenderpal vaidya 24 Oct 2024 · 1 min read भरोसे का बना रहना मुक्तक ~~~~ जरूरी जिन्दगी में है भरोसे का बना रहना। हमेशा बादलों सा नित्य रिश्तों का घना रहना। कभी विश्वास टूटे ही नहीं यह ध्यान रखें हम। मिटाकर फासले सारे... Hindi · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 37 Share surenderpal vaidya 23 Oct 2024 · 1 min read देखते रहे घनाक्षरी ~~~ देखते रहे अनेक स्वप्न बार बार हम, किन्तु जिन्दगी में सब पूर्ण न हुए यहीं। प्रयास खूब थे किए एक रात दिन किए, बिन रुके चले रहे पांव... Hindi · घनाक्षरी 2 1 41 Share surenderpal vaidya 22 Oct 2024 · 1 min read खत लिखना गीतिका ~~ बहुत कम हो गया है आज खत लिखना। वजह है शीघ्र से उनका नहीं मिलना। सभी के हाथ में है आज मोबाइल। तजो अब चिट्ठियों की व्यर्थ सब... Hindi · गीतिका · सिंधु छंद 1 1 31 Share surenderpal vaidya 22 Oct 2024 · 1 min read घनाक्षरी घनाक्षरी ~~~ दीपक जलें अनेक सौहार्द स्नेह भाव के, आपसी व्यवहार में दूर अन्धकार हो। खिलेंगे सभी जगह पुष्प मन लुभावने, प्यार से सभी के मन झूमती बहार हो। अभावग्रस्त... Hindi · घनाक्षरी छंद 1 1 26 Share surenderpal vaidya 20 Oct 2024 · 1 min read भावना में गीतिका ~~ भावना में न बहना हमें है यहां। आज हर कष्ट सहना हमें है यहां। दिव्यता से भरा खूब सौंदर्य है, अब न चुपचाप रहना हमें है यहां। बात... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी छंद 1 1 40 Share surenderpal vaidya 20 Oct 2024 · 1 min read बात मन की गीतिका ~~ बात मन की कह दिया करना। क्यों भला है चुप तुम्हें रहना। छोड़ दो जिद मौन रहने की, साथ मिल हमको यहां चलना। दे रहा आवाज जब कोई,... Hindi · गीतिका 1 1 30 Share surenderpal vaidya 19 Oct 2024 · 1 min read खूब जलेंगे दीप मुक्तक ~~~~ खूब जलेंगे दीप जब, जगमग चारों ओर। हर्षित होकर हर जगह, झूम उठे मनमोर। जग जाएगी मन सभी, नयी उमंगें खूब। छट जाएंगे तमस के, घन सारे घनघोर।... दीपावली · दोहा छंद · मुक्तक 1 1 41 Share surenderpal vaidya 19 Oct 2024 · 1 min read स्नेह से गीतिका ~~~ स्नेह से हमने बुलाया आपको। खूब था आनन्द आया आपको। सो रहे थे खूब गहरी नींद में, नींद से किसने जगाया आपको। सब किया था आपके अनुकूल ही,... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीतिका 2 1 24 Share surenderpal vaidya 17 Oct 2024 · 1 min read शरद पूर्णिमा मुक्तक ~~~~ शरद पूर्णिमा की निशा, खिले चांदनी श्वेत। ऋतु परिवर्तन का यही, है प्रियकर संकेत। खुशियां लेकर आ रहा, दीपों का त्योहार। किन्तु साथ उत्साह के, रहना हमें सचेत।... Hindi · चाँदनी · दोहा मुक्तक · मुक्तक · शरद पूर्णिमा 1 1 35 Share surenderpal vaidya 17 Oct 2024 · 1 min read बिखर रही है चांदनी कुण्डलिया ~~~~ बिखर रही है चांदनी, देखो चारों ओर। सुन्दरता से भर गया, प्रकृति का हर छोर। प्रकृति का हर छोर, सरोवर नदिया उपवन। क्रीड़ारत हैं हंस, मोह लेते सबके... Hindi · कुण्डलिया · चाँदनी · शरद पूर्णिमा 1 1 27 Share surenderpal vaidya 15 Oct 2024 · 1 min read संवाद कुण्डलिया ~~ अपने अपने ढंग से, सब करते संवाद। और संस्मरण स्नेह के, कर लेते हैं याद। कर लेते हैं याद, बात आगे बढ़ जाती। इसी तरह से नित्य, जिंदगी... Hindi · कुण्डलिया · बातचीत · वार्तालाप · संवाद 1 1 28 Share surenderpal vaidya 14 Oct 2024 · 1 min read करें प्यार गीतिका ~~ हम नफरत छोड़ें करें प्यार। है सुख का शुभ यही आधार। प्रभु की शरण का बहुत महत्व। मिटते स्वयं सब कष्ट अपार। जब भी श्रम होता फलीभूत स्वप्न... Hindi · गीतिका · पद्धरि छंद 1 1 41 Share surenderpal vaidya 14 Oct 2024 · 1 min read पहचान गीतिका ~~~ जिसको सत्य की है पहचान। व्यक्ति वही होता है महान। आगे निकल जाते हैं लोग। रह जाते चरणों के निशान। घर बनते यदि हो स्नेह भाव। वरना रह... Hindi · गीतिका · पद्धरि छंद 1 1 27 Share surenderpal vaidya 13 Oct 2024 · 1 min read रावण जल जाता मुक्तक ~~ खुशी मनाती दुनिया सारी,रावण जल जाता हर साल। किन्तु पुनः जीवित हो उठता, जरा सोचिए है न कमाल। कुछ लोगों के मन में रहता, शत्रु सनातन का बेखौफ।... Hindi · आल्ह छंद · दशहरा · पर्व · मुक्तक 1 28 Share surenderpal vaidya 13 Oct 2024 · 1 min read घटा सुन्दर गीतिका ~~ निकल जाना जरा बाहर घटा सुन्दर बरसती पर। नहीं चिन्ता कभी करना घनी सी जुल्फ उड़ती पर। सभी का मन लुभाते हैं अचानक ये सघन बादल। धरा है... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 32 Share surenderpal vaidya 12 Oct 2024 · 2 min read नवरात्रि (नवदुर्गा) नवदुर्गा ~~~~~~~~~~~~~~ मां दुर्गा के नवरूपों में, प्रथम शैलपुत्री का ध्यान। पुत्री रूप में इनको पाकर, पर्वतराज धन्य हिमवान। कर में कमल त्रिशूल सुशोभित, अर्धचन्द्र विराजित भाल। करे सवारी नित्य... Hindi · आल्ह छंद · नवदुर्गा · नवरात्रि · मुक्तक · वीर 1 1 27 Share surenderpal vaidya 12 Oct 2024 · 1 min read हर कदम गीतिका ~~~~ हर कदम साथ में तुम मिलाते रहो, स्नेह की धुन मधुर गुनगुनाते रहो। छोड़ दो हर निराशा खिले जिन्दगी, सुप्त प्रिय भावना फिर जगाते रहो। फिर उसी राह... Hindi · गीतिका · वाचिक सृग्विणी छंद 1 1 34 Share surenderpal vaidya 8 Oct 2024 · 1 min read जिन्दगी बने सफल घनाक्षरी ~~ जिन्दगी बने सफल पथ प्रशस्त हो सदा, देवी देवता की खूब कीजिए आराधना। कष्ट रोग और द्वेष कोई पास आ सकें न, सुरमय जिन्दगी की नित्य करें कामना।... Hindi · घनाक्षरी 1 1 31 Share surenderpal vaidya 6 Oct 2024 · 1 min read हर मुश्किल का गीतिका ~~ हर मुश्किल का कर स्वागत। घबराकर तू रुकना मत। चुनना सबको अपना पथ, अपनी धुन में रहना रत। मिलते अधिकार स्वयं सब, भरपूर दिखाकर ताकत। प्रिय दूर हुआ... Hindi · गीतिका · शील वर्णिक छंद 1 29 Share surenderpal vaidya 6 Oct 2024 · 1 min read कूष्माण्डा नवदुर्गा ~~~~~ कूष्माण्डा दुर्गा चतुर्थ है, करती सूर्य लोक में वास। अखिल सृष्टि की यही रचयिता, सभी सिद्धियां इनके पास। सिंह वाहिनी अष्टभुजा मां, कण कण में है इनका तेज।... Hindi · नवरात्रि · मुक्तक · सरसी छंद 1 32 Share surenderpal vaidya 6 Oct 2024 · 1 min read चन्द्रघन्टा नवदुर्गा ~~~~~ परम शान्तिदायक कल्याणी, तन है सुन्दर स्वर्ण समान। तृतीय चन्द्रघन्टा देवी का, नैसर्गिक है रूप महान। दस हाथों में अस्त्र शस्त्र हैं, युद्ध हेतु रहती तैयार। सिंहवाहिनी मां... Hindi · नवरात्रि · मुक्तक · सरसी छंद 1 31 Share surenderpal vaidya 6 Oct 2024 · 1 min read ब्रह्मचारिणी नवदुर्गा ~~~~~ ब्रह्मचारिणी माता का शुभ, तपस्विनी का है रूप। करमाला के साथ कमण्डल, नैसर्गिक छवि भव्य अनूप। नवदुर्गा में स्थान दूसरा, सत्य हृदय से कर लें ध्यान। मिट जाएगा... Hindi · नवरात्रि · मुक्तक · सरसी छंद 1 30 Share surenderpal vaidya 6 Oct 2024 · 1 min read सपने गीतिका ~~ सपने आते हैं आंखों में, खिल जाता मन। खिल जाने के बाद सहज क्यों, मुरझाता मन। कौन किसी का साथ निभाता, है मुश्किल में। छल की बातें समझ... Hindi · आवृत्तिका · गीतिका · सार्द्ध चौपाई 1 1 35 Share Page 1 Next