Seema katoch 102 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Seema katoch 2 Jun 2020 · 1 min read बहार देखते हैं कभी पानी तो कभी आग देखते हैं हम तेरी आंखों में एक रेगिस्तान देखते हैं..... भटक न जाएं इस भूल भुलैया में इसलिए बाहर से ही भीतर के तूफान देखते... Hindi · कविता 11 11 564 Share Seema katoch 2 Jun 2020 · 1 min read टीस कुछ यादों की टीस है बहुत गहरी कैसे बताओ, उन्हें भुलाया जाए.... खो गए थे शहरों की चकाचौंध में चलो गांव को फिर से बसाया जाए.... कब तक बैठे रहेंगे... Hindi · कविता 10 5 332 Share Seema katoch 3 Jun 2020 · 1 min read हकदार तू उनसे जाके पूछ मेरा हाल - ए - किरदार.... मेरी खबर, मुझसे ज्यादा रखते हैं, मेरे हकदार..... Hindi · कविता 10 8 365 Share Seema katoch 8 Jun 2020 · 1 min read कहां था आसान चलते चलते देखो कहां आ पहुंची मैं, ये लम्बा सफर, और उस पर अनजान डगर... तुम बिन तय करना कहां था आसान....... घूंघट से बाहर निकलना अपने अस्तित्व की खातिर... Hindi · कविता 10 11 625 Share Seema katoch 21 Jun 2020 · 1 min read तुम और मैं****3 चंचल यौवना चाहती थिरकना मन की करना खुल कर बरसना..... बरसात सी ....तुम और मैं,,,, मैं मेघ सा चाहता तुमको जकड़ना, कैद करना बस अपनी पकड़ में रखना..... लेकिन... आखिर... Hindi · कविता 10 7 483 Share Seema katoch 19 Jun 2020 · 1 min read तुम और मैं****2 इस कोने से उस कोने तक मेरे वजूद पर छाए तुम, आकाश सदृश.... और मैं .... मैं धरा सी तुमको तकती दूर से... देखती वहां दूर क्षितिज पर अपना मिलन...... Hindi · कविता 9 6 499 Share Seema katoch 15 Aug 2020 · 1 min read आंसू जो रिसा दिल से धीमा धीमा कहां वो दिखा सीमा को तोड़ता दवा हुआ तूफान क्यों वो जो आंख से सूख गया तो भारी हुआ कैसी मनमानी बुझे जो वो... Hindi · कविता 9 4 387 Share Seema katoch 10 Oct 2019 · 1 min read एक सोच क्या हो अगर अपने तय पथ को छोड़ नदी चल दे पहाड़ की और.. भानु करवध हो क्षमा मांगे रात्रि के अंधकार की.... ये न हुआ कभी और न होगा... Hindi · कविता 8 4 254 Share Seema katoch 28 May 2020 · 1 min read एक नई सड़क सदियों से चल रहे अब उखड़ने लगी, उड़ उड़ कर धूल आंखों में जाने लगी, मुंह पर गिरने लगी.... भाग रहे हैं सब और चलने के लिए वही सुस्त नियम,... Hindi · कविता 8 4 462 Share Seema katoch 1 Jun 2020 · 1 min read सपने धूप अच्छी है चलो सपने सुखाते हैं..... बन्द पड़े संदूक को आज बाहर लाते हैं..... Hindi · कविता 8 5 272 Share Seema katoch 12 Jun 2020 · 1 min read अब भी है*** एक नए सितम का इंतज़ार अब भी है जिस्म में देख मेरे, जान अब भी है दफना दिया यूं तो तमाम यादों को तेरी पर रूह पर, जख्म का निशान... Hindi · कविता 8 8 411 Share Seema katoch 14 Jun 2020 · 1 min read और कितना*** बाहर खड़े हो, जो शोर मचाए इतना भीतर आए तो जाने, है गहरा कितना... भूख और प्यास से, परेशां है जो सुने वो और झूठा अफसाना कितना... छत तक नहीं... Hindi · कविता 8 4 406 Share Seema katoch 1 Jul 2020 · 1 min read मन की तहें*** मन की तहें उधेड़ फिर से सिलना चाहूं न जाने क्या क्या मैं लिखना चाहूं.... पर वो कहां लिख पाती हूं जो मैं लिखना चाहूं... अज्ञात भय के आवरण के... Hindi · कविता 8 7 384 Share Seema katoch 2 Jul 2020 · 1 min read नया घर सुनो..... बहुत खुश नज़र आ रहे हो नए घर में जो जा रहे हो... पर ये क्या..... ये क्या क्या तुमने बांध लिया कैसा तुमने ये काम किया... वो जो... Hindi · कविता 8 12 626 Share Seema katoch 6 Jul 2020 · 1 min read चिठ्ठी जाने कहां खो गई वो नीली सी प्यारी सी चिट्ठी.... आज भी आता थैला उठाए डाकिया लेकिन... कभी फोन तो कभी थमाता बिजली का बिल... अब न होती पहले सी... Hindi · कविता 8 8 626 Share Seema katoch 10 Jul 2020 · 1 min read सब्र**** कितना भी ऊंचा कर ले कद्द ये दरख्त फैला लें चार दिशाओं में अपना जाल जब सूरज निकलेगा अंधेरा छंट जायेगा मामूली झरोखों से भी रोशनी ले आएगा बस तू... Hindi · कविता 8 10 311 Share Seema katoch 12 Jun 2019 · 1 min read तुम कुछ बताती नहीं..... तुम कुछ बताती नहीं और मैं कुछ छुपाता नहीं राज़ गहरा इन आँखों का ,मैं पढ़ भी पाता नही ।। कोई शिकवा और शिकायत ,कहाँ करती हो तुम और बिन... Hindi · कविता 7 6 306 Share Seema katoch 4 Oct 2019 · 1 min read ज़रा देखिये वक़्त की साजिश कुछ यूं हुई है, देखिये वो आये, पर बनकर किराएदार देखिये ! बाग की राखी का जिम्मा सौंपा था जिन्हें उजाड़ के उसको जा रहे वही, ज़रा... Hindi · कविता 7 4 420 Share Seema katoch 4 Oct 2019 · 1 min read बिन वजह बिन वजह कहाँ होता, कुछ भी यहाँ बात भी करते हैं लोग, वजह से यहां ।। मेरा हाल जो तूने, पूछ लिया है आज कल सब पूछेंगे, इसकी भी वजह... Hindi · कविता 7 6 552 Share Seema katoch 29 Jan 2020 · 1 min read आहुति क्या लिखूं कैसे लिखू कुछ समझ न आये..... शव्द खो गए से लगते हैं जज़वात सो गए से लगते हैं.... ये कैसा दौर है शोर ही शोर है..... हर ओर... Hindi · कविता 7 4 311 Share Seema katoch 30 May 2020 · 1 min read वही जो.....???? वही जो…............ घर भर का सामान एक थैले में डाल आजकल सड़कों में डोल रहा लाचार और बेबस वही जो …............. औरों की तरह जहाज, ट्रेन न सही पैदल ही... Hindi · कविता 7 4 310 Share Seema katoch 30 May 2020 · 1 min read खुद पर एतबार रखिए चेहरे बदल घूमते हैं यहां लोग देखिए अपना मुखौटा भी आप साथ रखिए... दुश्मनों की तो जाहिर होती है जलन अपने दोस्तों पर एक निगाह रखिए... बढ़ा चढ़ा कर कहने... Hindi · कविता 7 8 388 Share Seema katoch 18 Jun 2020 · 1 min read तुम और मैं***1 धुली - धुली, खिली - खिली निर्मल सी, पूनम की चांदनी तुम...... अपनी दोनों बाहों को फैलाए, हौले से मुस्कुराकर..... जब मुझे अपने पास बुलाती हो... तो मैं....समुद्र सा खुद... Hindi · कविता 7 6 500 Share Seema katoch 13 Aug 2020 · 1 min read प्यार ये प्यार सहेली मन भाए या है पहेली समझ न आए सोचूं बैठी अकेली ये प्यार सहारा निरंतर बहती धारा जपता मंतर हर सांस हमारा ये प्यार किनारा डोल रहा... Hindi · कविता 7 8 376 Share Seema katoch 25 Sep 2020 · 1 min read रिश्ता समंदर कुछ यूं ज़िद पर अड़ा.... पाने को चांद दोनों बाहों को उठाए खड़ा.... भुला शायद चांद तो है सिर्फ आसमान के लिए।। Hindi · कविता 7 4 340 Share Seema katoch 14 Mar 2019 · 1 min read एक मुलाकात दो पल सुस्ताने जीवन पथ की थकान मिटाने, आज खोले मन के किबाड़...... तो हाथ आ गया कोने में दुबका नादान बचपन.... जो जनता था कभी बिना बात के जश्न... Hindi · कविता 6 6 302 Share Seema katoch 17 Oct 2019 · 1 min read सवाल करती हो... तुम उल्टे सीधे सवाल करती हो बस बेहिसाब करती हो जानती हो ये दिल तुम्हारे लिए धड़कता है... तुम्हारी हर अदा पर, एक बार नहीं सौ बार मरता है ........ Hindi · कविता 6 2 237 Share Seema katoch 25 Jan 2020 · 1 min read ग़म कब्र में लेटा सम्राट आज गमगीन हो गया.... उसका मुलाजिम जो आज उसकी बगल में सो गया ।। Hindi · कविता 6 8 446 Share Seema katoch 28 Jan 2020 · 1 min read तुम्हारे साथ जब कभी बैठो लिए हाथ में अखबार और चंचल हवा करे तुम्हे रह रह कर परेशान तब तुम समझना मैं वहीं कहीं हूं तुम्हारे आस पास.... मैं तब भी तुम्हारे... Hindi · कविता 6 4 516 Share Seema katoch 3 Mar 2020 · 1 min read शब्द गुम हो जाता है है उम्र का ज़ोर या शायद कुछ और कभी कभी मुंह तक आते आते शब्द गुम हो जाता है... बेबस मन तड़पता है दौड़ता है, भटकता है पर वो ...... Hindi · कविता 6 7 457 Share Seema katoch 23 Apr 2020 · 1 min read बेचैन क्यूं हैं ये दुनिया है जनाब, रहिए ज़रा संभलकर रिश्ते भी निभते यहां अपनी सहूलियत देखकर... यूं न खोलिए सबके सामने, अपने दिल की गांठें लोग चल देते हैं तुम्हारा सब सामान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 7 558 Share Seema katoch 26 May 2020 · 1 min read वक्त घड़ी की घूमती सुइयां हैं सिर्फ आभास... सूरज का आना और छुप जाना रात की गोद में.... है कहां ये वक्त ! ये क्रम तो जारी सृष्टि के उदगम से...... Hindi · कविता 6 4 397 Share Seema katoch 26 May 2020 · 1 min read चुप मत रहना बेटी,बहन और माता हो अनगिनत वीर पुरुषों की तुम जन्मदाता हो, सृजनकर्ता हो हो देवतुल्या तुम... पर तुम्हारे होने पर जब प्रश्नचिन्ह लगने लगे, वजूद ही तुम्हारा अखरने लगे... तुम... Hindi · कविता 6 4 342 Share Seema katoch 27 May 2020 · 1 min read विलुप्त होती प्रजातियां सुना है.... कभी हुआ करते थे डायनासोर कई कई फीट ऊंचे, कोतुहालवश देख ली जुरेसिक पार्क भी.... बाघ भी सुना ख़तम हो रहे हैं संरक्षण को उनके कई कार्यक्रम चल... Hindi · कविता 6 4 347 Share Seema katoch 31 May 2020 · 1 min read नकाब हवा के बदले रुख ने, हौले से हमको बता दिया.... पहचान लो सबको लो मैने नकाब हटा दिया....... Hindi · कविता 6 6 292 Share Seema katoch 5 Jun 2020 · 1 min read मुलाकात मुद्दत से आरज़ू थी इस एक मुलाक़ात की.... व्यां करने थे दिल के कई हाल, और कहनी थी मन की बात भी.... ये सवाल, वो सवाल ऐसे पूछेंगे, वैसे पूछेंगे... Hindi · कविता 6 10 371 Share Seema katoch 15 Jun 2020 · 1 min read हार जाया नहीं करते**** ज़िन्दगी के मसलों से हार जाया नहीं करते यूं खुद ही अपने कातिल कहलाया नहीं करते.... सब बुरे हैं माना, कोई तो अच्छा भी होगा यूं सबसे मुंह मोड़ के... Hindi · कविता 6 4 408 Share Seema katoch 5 Jul 2020 · 1 min read अनजान डगर मयूर सा नाच उठा है मन इक मनचाहा साथी पाकर उड़ रही हूं जैसे आसमान पर या हूं धरती पर ,कोई बताए आकर.... इंद्रधनुषी सपनों का संसार लिए दिल बेकल... Hindi · कविता 6 10 290 Share Seema katoch 24 Sep 2020 · 1 min read मत पूछिए मत पूछिए कि आजकल क्या क्या होता है बन्दूक किसी की तो कंधा किसी का होता है ज़रा बच के निकलना यहां की गलियों से सामने से ही नहीं यहां... Hindi · कविता 6 10 316 Share Seema katoch 28 Nov 2020 · 1 min read लकीर रख लूं... दुनिया से छुपाकर तेरी तस्वीर रख़ लूं हो इजाजत तो ये जागीर रख लूं इश्क़ का ही परचम है हर ओर सोचती हूं नाम अपना हीर रख लूं तेज धार... Hindi · कविता 6 10 390 Share Seema katoch 24 Jul 2021 · 1 min read ओ रे कवि ओ रे कवि कर तेज़ धार अपने हथियार की धधक रही ज्वाला लूट,हाहाकार की समय हुआ प्रचंड ,,, कर तैयारी तू अब वार की,,,, है तुझ पर मालिक का करम... Hindi · कविता 6 8 290 Share Seema katoch 29 Jul 2021 · 1 min read हां और ना के बीच हां और ना के बीच अक्सर उलझ जाती हूं जब भी हो निर्णायक घड़ी बात कोई हो ज़िद पर अड़ी इधर चलूं या जाऊं उधर इसको पकडूं या छोड़ूं उसे... Hindi · कविता 6 5 340 Share Seema katoch 15 Oct 2021 · 1 min read नकाब //नकाब// ज़ख्म दिखाए जिसे अपना सोचकर सरे आम किए उसी ने सभी नोचकर इस बार एक और भी दीवार गिर गई बैठे थे जहां खुद को महफूज़ सोचकर कौन निभाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 298 Share Seema katoch 2 Dec 2018 · 1 min read वो नहीं हूँ अब मैं बदल रही हूँ पल पल हर क्षण.... कल कुछ और थी आज हूँ कुछ और , भीतर बाहर कहीं भी अब बैसा कुछ नहीं.... कहीं कमज़ोर तो कहीं प्रखर... Hindi · कविता 5 8 532 Share Seema katoch 25 Dec 2018 · 1 min read बरसात हर ओर बादलों का शोर है छाया अंधकार घनघोर है अंबर के बाहुपाश से है छूट रही चपला , सावन भी बरस रहा आज पुरज़ोर है..... घात लगाए बैठा देखो... Hindi · कविता 5 6 384 Share Seema katoch 21 Feb 2019 · 1 min read बचपन घर के छोटे छोटे कमरे महल जैसे लगते थे माँ के सादे खाने हमें छप्पन भोग लगते थे दादी का दुलार और नानी की कहानी थी गुड़िया की शादी भी... Hindi · कविता 5 4 498 Share Seema katoch 23 Dec 2019 · 1 min read मैं तुमको क्या कहूँ मैं तुम्हे क्या कहूँ कभी मन करता है मैं धरती हो जाऊं और तुमको चाँद कहूँ पर वो तो रात में ही निकलता है और मेरा मन हर पल तुम्हे... Hindi · कविता 5 2 278 Share Seema katoch 2 Mar 2020 · 1 min read बरसात सबकुछ बहा के ले गई इस बार की बरसात और छोड़ गई बदबूदार सीलन.. Hindi · कविता 5 6 275 Share Seema katoch 12 Mar 2020 · 1 min read और बुन लेती हूं.... रोज़ सुलझा लेती हूं अपने सपनों का ताना बाना और बुन लेती हूं रंग बिरंगे ख्वाब... ख्वाब मेरी इच्छाओं और मेरी कल्पनाओं के, जो कहते हैं.. मुझे भी चाहिए एक... Hindi · कविता 5 6 286 Share Seema katoch 31 May 2020 · 1 min read मेरा शहर अजब हो गया मेरे शहर का सिलसिला घर पास पास और दिलों में हो गया फासला हर शख्स है पढ़ा लिखा, न कोई अनपढ़ रहा बाग हो जैसे कोई सुगंध... Hindi · लघु कथा 5 5 468 Share Page 1 Next