Comments (7)
5 Jun 2020 05:59 PM
अब तक की पढ़ी आपकी सभी रचनाएं-कविताएं शानदार..मेरी मन:स्थिति-गूंगा खाए शर्करा, खावै और मुसकाय.
Seema katoch
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5 Jun 2020 06:20 PM
Thankyou very much
3 Mar 2020 12:43 PM
वेदना निहित है,निर्बलता का अवसाद है
उम्र तो केवल समय की गणना है
उत्साह,उमंग से परिपूर्ण हो जीवन का सदुपयोग ही अभीष्ट है
Seema katoch
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3 Mar 2020 07:22 PM
Really,,,bilkul shi
3 Mar 2020 07:23 AM
भावनाओं के स्वर भटकते अटकते पर थमते नहीं।
अंतःकरण में डोलते पर उद्गार शब्द बनकर उभरते नहीं।
धन्यवाद !
Seema katoch
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3 Mar 2020 11:55 AM
Ji Shi kha
अच्छा है ??good
Please मुझे भी follow करें और मेरे गीत पढ़ें मुझे विश्वास है, कि आपके दिल को छू जायेंगे।