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Comments (6)

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4 Mar 2020 01:18 PM

वाह भी और एक आह भी
समाज की वर्जनाओ से मानव मन संशकित रह्ता है तथा किसी भी विपरीत लिंग के व्यक्ति से वार्तालाप या मिलने पर चार लोग क्या कहेंगे यह आत्म बोध अवश्य रह्ता है

एक नारी की मन स्थिति का अनुपम चित्रण
सोशल मीडिया के कारण इन वर्जनाओ से परे जाकर विचारों के आदान प्रदान का अवसर प्राप्त हुआ है
अभिनंदन

4 Mar 2020 03:32 PM

Thankyou ji

वाह ,क्या बात है???

6 Oct 2019 09:26 AM

Thankyou

4 Oct 2019 11:53 PM

Nice line मेरा हाल जो तूने, पूछ लिया है आज
कल सब पूछेंगे, इसकी भी वजह यहाँ ।।

5 Oct 2019 01:36 PM

Thankyou very much

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